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भारतीय संस्कृति का मतलब है असतो मा सद्गमय- प्रो. प्रसून दत्त सिंह।

भारतीय संस्कृति का मतलब है असतो मा सद्गमय- प्रो. प्रसून दत्त सिंह।

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय मोतिहारी बिहार इकाई के द्वारा गांधी परिसर स्थित नारायणी कक्ष में स्वामी विवेकानंद जयंती के अवसर पर युवा सप्ताह के अंतर्गत अंतिम कार्यक्रम में संगोष्ठी का आयोजन बुधवार को किया गया। संगोष्ठी के विषय “वर्तमान भारत की चुनौतियों और युवा”पर गहन विचार-विमर्श हुआ।

संगोष्ठी के सारगर्भित उद्बोधन में गांधी परिषद के निदेशक व मानविकी और भाषा संकाय के अधिष्ठाता प्रो.प्रसून दत्त सिंह ने कहा कि यायावर सन्यासी स्वामी जी युवा शक्ति के पर्याय हैं, उन्होंने वैश्विक स्तर पर भारत को पहचान दिलाई। भारत की संस्कृति का मतलब है असतो मा सद्गमय। राष्ट्र हमारे लिए प्रथम है, युवा देश की चुनौतियों से निपट सकते हैं। युवा अपने स्वधर्म से प्रभावशाली हो सकते हैं।

स्वामी जी प्रत्येक युवा के मार्गदर्शक हैं- डॉ. विमलेश कुमार सिंह।
वही संगोष्ठी के मुख्य अतिथि व अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. विमलेश कुमार सिंह ने अपने विद्वत उद्बोधन में कहा कि स्वामी जी प्रत्येक युवा के मार्गदर्शक हैं। शिकागो धर्म सभा में अपनी तर्क शक्ति द्वारा उन्होंने भारतीय संस्कृति व सभ्यता का परचम लहराया।

भारत में युवा परिवर्तन के वाहक रहे हैं-डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव।
जबकि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष व हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि युवा परिवर्तन के वाहक होते हैं,आज की समस्याओं का समाधान युवा ही कर सकते हैं, क्योंकि इस संगठन के वैचारिक आधार स्वामी विवेकानंद ही है। भारत में परिवर्तन करने वाले युवाओं का लंबा इतिहास रहा है।

युवाओं के लिए सूत्र शब्द ज्ञान, शील व एकता है- डॉ. विश्वेश वागमी।
वहीं संस्कृत विभाग के सहायक आचार्य विश्वेश वागमी ने कहा कि आज भारत की सबसे बड़ी समस्या अज्ञानता, चरित्रहीनता और एकता का अभाव है जबकि हम इसे परिषद के सूत्र शब्द ज्ञान,शील और एकता से प्राप्त कर सकते है।

कार्यक्रम में सर्वप्रथम मां सरस्वती और स्वामी विवेकानंद के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए करते हुए सभी गणमान्य अतिथियों ने सम्मिलित रूप से दीप प्रज्वलित करते हुए कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।

समारोह का सफल संचालन विश्वविद्यालय इकाई के शोध आयाम के संयोजक मनीष कुमार भारती ने किया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष मंगल सिंह ने सभी गणमान्य अतिथियों का स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किया।

संगोष्ठी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद प्रांत के शोध सह कार्य प्रमुख मुकेश कुमार, विश्वविद्यालय इकाई के सभी दायित्व धारी जिसमें उपाध्यक्ष जय कुमार, आशीष कुमार, सचिव अमन कुमार, सह-संयोजक कृष्ण कुमार, कोषाध्यक्ष तापस सरकार सहित कई विभागों के शोधार्थी व छात्र उपस्थित रहे।
इस अवसर पर शोधार्थी रश्मि सिंह, तापस सरकार, और जय कुमार ने स्वामी विवेकानंद जी के बारे में अपने व्यक्तवय प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन विश्वविद्यालय इकाई की सह-सचिव स्नेहा सिंह ने किया।

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