भारतीय उच्चायुक्त ने मालदीव सरकार के समक्ष कड़ी आपत्ति दर्ज कराई,क्यों?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
भारत मालदीव विवाद के बीच मोदी सरकार ने मालदीव के राजदूत को तलब किया है। विदेश मंत्रालय ने मालदीव के राजदूत इब्राहिम शाहीब को तलब किया वो दिल्ली के साउथ ब्लॉक में मौजूद विदेश मंत्रालय कार्यालय पहुंचे थे। बता दें कि पीएम मोदी के लक्षद्वीप दौरे पर मालदीव के सांसद की पोस्ट पर विवाद के बीच वह मंत्रालय पहुंचे थे।
पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी करना मालदीव को पड़ा भारी
मोदी के लक्षद्वीप दौरे पर की गई टिप्पणियों पर भारत सरकार ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। नाराज करीब चार हजार भारतीयों ने मालदीव में होटल बुकिंग रद करा दीं। तीन हजार हवाई टिकटें रद कराई गईं। भारतीय उच्चायुक्त ने भी मालदीव सरकार के समक्ष कड़ी आपत्ति दर्ज कराई।
भारत के सख्त रुख के बाद मालदीव सरकार ने अपने उन तीनों उप मंत्रियों मरियम शिऊना, मालशा शरीफ और महजूम माजिद को निलंबित कर दिया। जानकारों का कहना है कि यह दुनिया में पहला मामला है जब किसी एक देश के मंत्रियों को दूसरे देश के नेता के खिलाफ टिप्पणी के कारण निलंबित किया गया है ।
पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी पर मालदीव सरकार ने किया किनारा
मालदीव के विदेश मंत्रालय ने कहा,”मालदीव की सरकार विदेशी नेताओं और कुछ शीर्षस्तरीय लोगों के खिलाफ की गई अभद्र टिप्पणों के बारे में जानती है। ये व्यक्तिगत स्तर पर की गई टिप्पणियां हैं और मालदीव की सरकार इसका समर्थन नहीं करती।”
विदेश मंत्रालय ने आगे कहा,” हमारी सरकार मानती है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का लोकतांत्रिक व जिम्मेदारी से पालन होना चाहिए। यह नफरत, नकारात्मकता फैलाने वाला नहीं होना चाहिए और न ही इससे मालदीव के किसी दूसरे देश के साथ रिश्तों पर असर होना चाहिए। हालांकि सरकार के संबंधित विभाग इस तरह की टिप्पणी करने के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कदम उठाने से नहीं हिचकेंगे।”
दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर बढ़ते विवाद के मद्देनजर मालदीव सरकार के प्रवक्ता ने तीन मंत्रियों को निलंबित करने का एलान किया।
मालदीव के पूर्ण राष्ट्रपति ने की मरियम शिऊना की टिप्पणी की निंदा की
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने मंत्री मरियम शिऊना की टिप्पणी पर एतराज जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा, ”मालदीव सरकार की एक प्रतिनिधि मरियम शिऊना कितनी खतरनाक भाषा बोल रही हैं। वो भी एक ऐसे प्रमुख सहयोगी देश (भारत) के नेता के लिए, जिससे संबंध मालदीव की सुरक्षा और समृद्धि के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।”
मोहम्मद नशीद ने आगे लिखा,”मुइज्जू सरकार को इन टिप्पणियों से खुद को दूर रखना चाहिए और भारत को स्पष्ट आश्वासन देना चाहिए कि वे इस तरह की नीति को कतई प्रतिबिंबित नहीं करते हैं। भारत हमारा अच्छा दोस्त है।”
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद और इब्राहिम मोहम्मद सोलेह ने रविवार को इंटरनेट मीडिया पर मंत्रियों द्वारा भारत के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा के इस्तेमाल की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि भारत हमेशा द्वीप राष्ट्र का अच्छा मित्र रहा है।
मंत्री की टिप्पणी को बताया भयानक
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने मंत्री मरियम शिऊना की टिप्पणी को भयानक बताया। उन्होंने इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा- ”मालदीव सरकार की एक प्रतिनिधि मरियम शिऊना कितनी खतरनाक भाषा बोल रही हैं। वो भी एक ऐसे प्रमुख सहयोगी देश (भारत) के नेता के लिए, जिससे संबंध मालदीव की सुरक्षा और समृद्धि के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। मुइज्जू सरकार को इन टिप्पणियों से खुद को दूर रखना चाहिए और भारत को स्पष्ट आश्वासन देना चाहिए कि वे इस तरह की नीति को कतई प्रतिबिंबित नहीं करते हैं। भारत हमारा अच्छा दोस्त है।”
उधर एक्स पर अपने आधिकारिक हैंडल पर पूर्व राष्ट्रपति सोलेह ने पोस्ट किया- ”मैं मालदीव सरकार के मंत्रियों द्वारा भारत के खिलाफ नफरत भरी भाषा के इस्तेमाल की निंदा करता हूं। भारत हमेशा मालदीव का एक अच्छा मित्र रहा है और हमें इस तरह की कड़ी टिप्पणियां करके दोनों देशों के बीच सदियों पुरानी दोस्ती पर नकारात्मक प्रभाव डालने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।”
पूर्व विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद ने भी मोदी के खिलाफ टिप्पणियों को निंदनीय और घृणित बताया। उन्होंने कहा- ”मैं सरकार से इन मत्रियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करता हूं। सार्वजनिक हस्तियों को मर्यादा बनाए रखनी चाहिए। उन्हें यह स्वीकार करना चाहिए कि वे अब इंटरनेट मीडिया एक्टिविस्ट नहीं हैं और उन्हें लोगों और देश के हितों की रक्षा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। हमारा घनिष्ठ संबंध आपसी सम्मान, इतिहास, संस्कृति और मजबूत संबंधों से जुड़ा हुआ है।”
पूर्व खेल मंत्री ने भी निंदा
पूर्व खेल मंत्री अहमद महलोफ ने भी इस विवाद पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा- ‘ हमारे निकटतम पड़ोसी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणियों को लेकर उपजे हालात से मैं बेहद चिंतित हूं। भारतीय अगर मालदीव का बहिष्कार कर देंगे तो हमारी अर्थव्यवस्था चौपट हो जाएगी। हमारे लिए इस तरह के अभियान से उबरना मुश्किल होगा। भारत हमेशा हमारा निकटतम सहयोगी रहा है। हम भारत और भारतीयों से प्यार करते हैं। मालदीव में उनका हमेशा स्वागत है। मैं सरकार से इस मुद्दे को जल्द से जल्द हल करने के लिए गंभीर कार्रवाई करने की मांग करता हूं।”
पूर्व उपराष्ट्रपति अहमद अदीब ने भी मालदीव के कुछ राजनेताओं द्वारा मोदी के प्रति की गई अपमानजनक और नस्लवादी टिप्पणियों की कड़ी निंदा की। उन्होंने लिखा-‘ हमने आतिथ्य, सहिष्णुता, शांति और सद्भाव के सिद्धांतों के आधार पर मालदीव पर्यटन उद्योग की स्थापना की।
वैश्विक आर्थिक चुनौतियों और मालदीव के पर्यटन उद्योग और अर्थव्यवस्था की जरूरत को देखते हुए सभी देशों के साथ सकारात्मक संबंधों को बढ़ावा देते हुए मैत्रीपूर्ण और विनम्र दृष्टिकोण बनाए रखना हमारे लिए महत्वपूर्ण है।”मालदीव नेशनल पार्टी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि वह मोदी के खिलाफ मंत्री द्वारा की गई नस्लवादी और अपमानजनक टिप्पणियों की निंदा करती है। यह अस्वीकार्य है और ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
ईजमायट्रिप के सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) निशांत पिट्टी ने मालदीव के मंत्रियों द्वारा भारत और प्रधानमंत्री के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणियों के बाद मालदीव के लिए सभी फ्लाइट बुकिंग को निलंबित करने की घोषणा की है।
मालदीव जैसे अच्छा है लक्षद्वीप
ऑनलाइन यात्रा सेवा प्रदाता EaseMyTrip ने ‘चलो लक्षद्वीप’ अभियान शुरू किया है। एक्स पर कंपनी के सीईओ ने अपनी पोस्ट में कहा, “लक्षद्वीप का पानी और समुद्र तट मालदीव जितने अच्छे हैं और ईजमायट्रिप पर इस प्राचीन गंतव्य को बढ़ावा देने के लिए अनोखे विशेष ऑफर लेकर आएंगे जहां हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में दौरा किया है।”
‘बॉयकॉट मालदीव’ हो रहा ट्रैंड
बता दें कि भारत और मालदीव के बीच बढ़ते विवाद के बीच हैशटैग ‘बॉयकॉट मालदीव’ ने सोशल मीडिया पर जोर पकड़ लिया है। इसी के बाद भारतीय पर्यटकों ने मालदीव में अपनी निर्धारित छुट्टियां भी रद्द करना शुरू कर दिया है।
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