इंडियन आयल ने खरीदा रूस से कच्चा तेल, मई तक होगी 3 मिलियन बैरल की सप्लाई.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के दौरान इंडियन आयल ने सोमवार को वायटोल (Vitol) के साथ 3 मिलियन रूसी तेल (urals) का सौदा किया है। इसकी आपूर्ति मई में होगी। सूत्रों का कहना है कि फरवरी में यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद यह पहला सौदा है। उल्लेखनीय है कि यूक्रेन पर हमले के बाद से अमेरिका समेत कई पश्चिमी देशों ने रूस पर कड़ी आर्थिक प्रतिबंध लागू कर दिया। यहां तक कि अमेरिका ने रूसी तेल के आयात पर रोक लगा दी।
दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता व आयातक देश भारत
दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता और आयातक देश भारत है। यह अपनी जरूरतों का करीब 85 फीसद तेल आयात करता है। इसमें अब तक रूस से मात्र 2 से 3 फीसद की खरीद होती रही है। अब यूक्रेन संकट के बाद दुनिया में कच्चे तेल की कीमतों में 40 फीसद तक का इजाफा हो गया है साथ ही रूस सस्ते में कच्चा तेल बेचने को मजबूर है। इस सब के बीच भारत सरकार चाहती है कि यूक्रेन संकट के कारण कच्चे तेल की बढ़ी कीमतों का असर उसपर न हो।
संसद में रामेश्वर तेली ने एक लिखित जवाब में बताया है कि भारत सरकार बाजार की अस्थिरता को कम करने और कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी को रोकने के लिए सभी उचित कदम उठाने के लिए तैयार है। पिछले महीने सरकार ने कहा था कि वह अतिरिक्त कच्चे तेल को जारी करने के लिए तैयार है। इस बीच यूरोपीय संघ के एक सूत्र के हवाले से खबर मिली है कि संघ से जुड़े देश रूस की प्रमुख तेल कंपनियों रोसनेफ्ट, ट्रांसनेफ्ट और गजप्रोम नेफ्ट के खिलाफ नए प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार हैं लेकिन उनसे तेल खरीदना जारी रखेंगे। बता दें कि रूस से क्रूड को आखिरी बार इंडियन आयल द्वारा अप्रैल 2020 में पारादीप बंदरगाह पर आयात किया गया था।
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