साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में भारत की हार.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
भारत को साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में 7 विकेट से मिली हार के बाद पूर्व भारतीय ओपनर बल्लेबाज गौतम गंभीर ने इस हार के तीन सबसे प्रमुख कारण बताए हैं। स्टार स्पोर्टस के साथ बात करते हुए गंभीर ने इस हार का पहला कारण बताते हुए कहा कि दूसरे टेस्ट मैच में चौथे सीमर की कमी साफ तौर पर दिखी।
अगर सिराज पूरी तरह से फिट होते तो कप्तान केएल राहुल अपने दो प्रमुख तेज गेंदबाजों को बेहतर तरीके से रोटेट कर पाते। वहीं आप जानते हैं कि एक बार गेंद गीली हो जाने के बाद अश्विन की मदद नहीं करेगी और आपके पास सिर्फ तीन ही तेज गेंदबाज थे। अगर सिराज भी टीम में होते तो हमें तेज गेंदबाजों का और भी बेहतर प्रदर्शन देखने को मिलता।
वहीं गंभीर ने हार का दूसरा कारण बताते हुए कहा कि साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज अपनी हाईट की वजह से भारतीय गेंदबाजों के मुकाबले ज्यादा प्रभावी साबित हुए। वो भारतीय बल्लेबाजों का टेस्ट अपनी छोटी गेंदों से लेने में ज्यादा सक्षम थे क्योंकि भारत के गेंदबाजों के मुकाबले उनके पास ये स्वाभाविक रूप से है।
गंभीर ने कहा कि अपनी हाईट की वजह से साउथ अफ्रीकी गेंदबाज शार्ट पिच गेंद ज्यादा अच्छी तरह से कर पा रहे थे। वहीं भारत की तरफ से बुमराह से आप ऐसी उम्मीद कर सकते हैं, लेकिन शमी के साथ ऐसा नहीं है और उनकी ज्यादातर शार्ट पिट गेंद कीपर से सिर के उपर से निकल गई। ऐसे में भारतीय तेज गेंदबाज ज्यादा प्रभावी नहीं दिखे।
हार की तीसरी वजह बताते हुए गंभीर ने कहा कि भारतीय बल्लेबाजी भी एक समस्या रही। आपने टास जीता और सिर्फ 200 पर आउट हो गए और आपको जो लाभ मिल सकता था उसे खो दिया। केएल राहुल ने सही कहा कि सेंचुरियन और जोहानसबर्ग टेस्ट में पहली पारी के स्कोर का काफी प्रभाव पड़ा।
पहले टेस्ट मैच में भारत ने पहली पारी में 350 रन बनाए थे और जीता था। वहीं जब आपने जीत के लिए 200-220 का टारगेट दिया है तो जरूरी नहीं है कि हर बार आपके गेंदबाज आपको जीत दिला दें वो भी तब जब आपको पास सिर्फ चार गेंदबाजों का विकल्प हो।
भारत को जोहानसबर्ग टेस्ट मैच में 7 विकेट से हार मिली और मेजबान टीम की इस जीत में कप्तान डीन एल्गर की नाबाद 96 रन की पारी का बड़ा योगदान रहा। इस मैच में एक तरफ जहां भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा तो वहीं गेंदबाजों ने भी औसत दर्जे का प्रदर्शन किया। प्रोटियाज इस टेस्ट में पूरी तरह से भारतीय टीम पर हावी दिखे तो वहीं इस मैच में रिषभ पंत का खराब शाट खेलकर आउट होना भी बड़ा ही चर्चा का विषय रहा।
दूसरी पारी में पंत क्रीज पर तब आए जब रहाणे व पुजारा पवेलियन लौट गए थे। वहां पर पंत को स्थिति के मुताबिक खेलते हुए टीम के लिए कुछ रन बनाने की जरूरत थी, लेकिन वो बेहद गैर जिम्मेदार नजर आए और काफी खराब शाट खेलकर आउट हुए। इसके लिए उनकी जमकर आलोचना भी हुई, लेकिन टीम इंडिया के पूर्व ओपनर बल्लेबाज सुनील गावस्कर का मानना है कि भारत की हार के लिए पूरी तरह से रिषभ पंत ही जिम्मेदार नहीं रहे।
गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स पर बात करते हुए कहा कि रिषभ पंत का आउट होना ही भारत की हार के लिए सिर्फ जिम्मेदार नहीं रहा। मुझे लगता है कि टीम के अन्य बल्लेबाजों ने वैसा योगदान नहीं दिया जो उन्हें करना चाहिए था। अगर भारत ने दोनों पारियों में 300 रन बनाए होते तो कहानी कुछ और होती। पंत के शाट के बारे में आप कह सकते हैं कि वो काफी खराब था, लेकिन यह कारण नहीं था कि भारत हार गया। भारत को और रन बनाने चाहिए थे और पहले बल्लेबाजी करते हुए उनकी शुरुआत भी ठीक थी, लेकिन वो इसका फायदा नहीं उठा पाए और 280-300 रन के स्कोर तक नहीं पहुंच पाए।
वहीं दूसरी पारी में पुजारा और रहाणे के बीच 111 रन की साझेदारी तीसरे विकेट के लिए हुई। इसके बारे में गावस्कर ने कहा कि अगर इन दोनों के बीच कुछ लंबी साझेदारी और हो जाती तो क्या पता। हो सकता था कि ये दोनों साउथ अफ्रीका को बड़ी चुनौती देने में सफल हो जाते। यानी गावस्कर ने पूरी तरह से इस मैच में टीम की हार का ठीकरा बल्लेबाजों पर ही फोड़ते हुए नजर आए।
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