प्रधानमंत्री मोदी के कारण भारत की मुस्लिम बेटियां सबसे अधिक ताकतवर है – नाज़नीन अंसारी
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी / दुनिया के अन्य देशों की तरह भारत की मुस्लिम महिलाओं की जिन्दगी कल तक धर्म के ठेकेदारों के रहमों करम पर आश्रित थी। तीन तलाक की बेड़ियों से जकड़ी हुयीं और हलाला के अपमान की आग में जलती हुयीं मुस्लिम महिलाओं की जिन्दगी बदतर हो चुकी थी। शौहर के घर से कभी भी बेदखल कर दिये जाने के खौफ से पीड़ित मुस्लिम महिलाओं की जिन्दगी अनिश्चित थी। ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी ने मज़बूती से खड़े होकर मुस्लिम महिलाओं को उनका हक़ दिलाया, जिससे आज भारत की मुस्लिम महिलाएं पूरे विश्व में सबसे अधिक ताकतवर हैं।
उक्त बातें मुस्लिम महिला फाउंडेशन की नेशनल सदर नाज़नीन अंसारी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री के 71वे जन्मदिन पर सुभाष नगर लमही में आयोजित एक संगोष्ठी में कही। मुस्लिम महिला फाउंडेशन ने इन्द्रेश नगर लमही के सुभाष भवन में ‘मुस्लिम बेटियों के अभिभावक मोदी’ विषयक कार्यक्रम के अन्तर्गत युग के नेता नरेन्द्र मोदी के तस्वीर की आरती उतार कर शुक्रिया अदा किया। मुस्लिम महिलाओं ने रंगोली बनायी, ढ़ोल की थाप पर सोहर गाया, मोदी की तस्वीर को लड्डू खिलाया और नारा लगाया ‘मुस्लिम बहनें करे पुकार, हर जगह हो मोदी सरकार।‘ अनाज बैंक ने जरूरतमंदों को अनाज वितरित कर कोई भी भूखा न रहने का संदेश दिया और 71 दीप जलाये।
इस अवसर पर मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी एवं विशाल भारत संस्थान की केन्द्रीय परिषद की नेता नजमा परवीन ने घोषणा किया कि 5 हजार मुस्लिम बेटियां नरेन्द्र मोदी को चिट्ठी लिखकर मुस्लिम महिला अधिकार दिवस देने के लिये शुक्रिया कहेंगी और दुनियां भर की मुस्लिम महिलाओं की अपेक्षा भारत की मुस्लिम महिलाओं को ताकतर बनाने के लिये धन्यवाद कहेंगी।
अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों को भी चिट्ठी लिखकर मोदी की तरह मुस्लिम महिलाओं के सामाजिक सुरक्षा के लिये काम करने हेतु कहेंगी। विशाल भारत संस्थान की नजमा परवीन ने कहा कि मुस्लिम समाज अपनी बेटियों के सामाजिक सुरक्षा की गारंटी देने के लिये सदैव नरेन्द्र मोदी का ऋणी रहेगा। मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी मुस्लिम बेटियों के लिये अभिभावक हैं, जो उनके घर बसाने की चिन्ता करते हैं, तोड़ने की नहीं। मोदी जैसा न कोई हुआ है, न होगा। मुस्लिम महिलाओं के लिये मोदी उद्धारक हैं।
विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा राजीव श्रीवास्तव ने कहा कि भारत में मुस्लिम महिलाओं को कानूनी आजादी मिली है। सामाजिक कुरीतियों की बेड़ियों में जकड़कर गुलाम बनाने वाली मुस्लिम कट्टरपंथी सोच को मुस्लिम महिलाओं ने खुद ही नकार दिया है। हिन्दुस्तान की सभी वर्ग की महिलायें मुस्लिम बेटियों की आजादी के साथ खड़ी हैं। तीन तलाक और हलाला जैसे अपराधों के लिये मुस्लिम कट्टरपंथियों को कभी क्षमा नहीं किया जा सकता। नरेन्द्र मोदी ने पीड़ा और अपमान से मुस्लिम महिलाओं को आजादी दिलाया, सम्मान दिलाया, इसे कोई भी मुस्लिम महिला कभी नहीं भूल सकती।
बता दें कि वर्ष 2013 में काशी से मुस्लिम महिलाओं ने मुस्लिम महिला फाउण्डेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी के नेतृत्व में तीन तलाक के खिलाफ आंदोलन शुरू किया और नरेन्द्र मोदी को चिट्ठी लिखकर समर्थन मांगा, जब नरेन्द्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने तब उन्होंने मुस्लिम महिलाओं की इस मांग को कानूनी जामा पहनाने के लिये सरकार तक को दांव पर लगा दी। एक तरफ सभी दल तीन तलाक के खिलाफ कानून का विरोध कर रहे थे और दूसरी तरफ मुस्लिम महिलाओं की पीड़ा के साथ नरेन्द्र मोदी अकेले खड़े थे। तीन तलाक के खिलाफ कानून बना, मुस्लिम महिलाओं को जीवन जीने का हक मिला। हलाला के नाम पर आये दिन मुस्लिम महिलाओं के साथ हो रही घृणित यौन हिंसा से आजादी मिली और धर्म के नाम पर महिलाओं की जिन्दगी से खेलने वाले मुल्लों को कानून का खौफ दिखायी दिया। इस एहसान को मुस्लिम महिलायें कभी नहीं भूलीं।
इस कार्यक्रम में नगीना बेगम, नाजमा बेगम, शबाना, रशीदा, तबस्सुम, गुलफ्शा, यास्मीन, अर्चना भारतवंशी, डा० मृदुला जायसवाल, खुशी रमन भारतवंशी, इली भारतवंशी, उजाला भारतवंशी, दक्षिता भारतवंशी आदि लोगों ने भाग लिया।