जमीन से आसमान तक दिखा भारत का दमखम
कर्तव्य पथ पर भारतीय सेना ने दिखाई ताकत
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
उत्तराखंड और गोवा ने अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, पर्यटन क्षमता और जीवंत कला रूपों को उजागर किया।कर्तव्य पथ पर अनोखा नजारा देखने को मिला। 5 हजार कलाकारों ने एकसाथ परफॉरमेंस दिया। पीएम मोदी और चीफ गेस्ट सुबियांतो ने भी इसे एंजॉय किया।परेड के दौरान भारतीय सेना के सिग्नल कोर की मोटरसाइकिल राइडर डिस्प्ले टीम “द डेयरडेविल्स” ने अपने अलग अंदाज से लोगों का मन मोह लिया। “द डेयरडेविल्स” टीम ने बुलेट व्हीली, लैडर सैल्यूट, थ्री पीक डेविल फॉर्मेशन, शत्रुजीत, मर्करी पीक, इन्फो वॉरियर्स, लोटस और ह्यूमन पिरामिड के साथ सलामी दी।
- कर्तव्य पथ पर परेड के दौरान ब्रह्मोस मिसाइल, पिनाका मल्टी-लॉन्चर रॉकेट सिस्टम, बीएम-21 अग्निबाण, 122 मिमी मल्टीपल बैरल रॉकेट लॉन्चर, आकाश हथियार प्रणाली का प्रदर्शन किया गया।
- गोवा की झांकी का थीम ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ था, जिसमें राज्य के प्राचीन समुद्र तटों, हरे-भरे परिदृश्यों और समृद्ध संस्कृति का जश्न मनाती है। गोवा अपने समुद्र तटों के लिए जाना जाता है, इसलिए इसकी झांकी में जल क्रीड़ाओं पर प्रकाश डाला गया, जो गोवा के पर्यटन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- इसमें तटीय शादियों और फोटो शूट जैसी गतिविधियों को भी रेखांकित किया गया, जो लोकप्रियता हासिल कर रही हैं।
- हरियाणा की झांकी में खेल शक्ति का प्रदर्शन किया गया। इसी के साथ महिला सशक्तिकरण को सम्मान दिया गया।
उत्तराखंड की झांकी में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देते हुए अपनी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने पर भी जोर दिया गया। झांकी में साहसिक खेल और पर्यटन गतिविधियों जैसे नैनीताल और मसूरी में माउंटेन बाइकिंग, केदारकांठा में ट्रैकिंग, औली में स्नो स्कीइंग और ऋषिकेश में योग, बंजी जंपिंग, जिप-लाइनिंग और रॉक क्लाइम्बिंग जैसी रोमांचक गतिविधियों को भी दर्शाया गया। परेड खत्म होने के बाद पीएम मोदी कर्तव्य पथ पर आए और उन्होंने हाथ हिलाकर लोगों का अभिवादन किया।
कर्तव्य पथ पर भारतीय सेना ने दिखाई ताकत
पहली बार दिखी मिसाइल प्रलय
क्या है ‘शार्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम’ की खासियत?
- अगला था शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम, जो स्वदेशी विकास का एक उत्पाद है, जो नदियों और नहरों जैसी भौगोलिक बाधाओं पर काबू पाने के लिए तेजी से तैनाती को सक्षम बनाता है।
- 9.5 मीटर तक के अंतराल को बनाने और 70 टन तक वजन वाले टैंकों को समर्थन देने की क्षमता के साथ, सिस्टम को चार व्यक्तियों की टीम द्वारा 8 से 10 मिनट के भीतर स्थापित किया जा सकता है।
- शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम कुशल सैन्य आवाजाही और संसाधन जुटाना सुनिश्चित करता है।
- इसका नेतृत्व 9 रैपिड इंजीनियर रेजिमेंट के मेजर के जॉन अब्राहम और 234 आर्मर्ड इंजीनियर रेजिमेंट के कैप्टन जगजीत सिंह ने किया।
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