खाने पीने की वस्तुओं पर जीएसटी लगाने से आम आदमी पर पड़ेगी महंगाई की मार – अशोक विश्वकर्मा
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
वाराणसी 18 जुलाई / ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार विश्वकर्मा ने सरकार द्वारा खाद्य वस्तुओं पर जीएसटी लगाये जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि रोटी कपड़ा और मकान हर आदमी की बुनियादी जरूरत है। सरकार ने आम आदमी के रोजमर्रा की जरूरत की हर छोटी बड़ी वस्तुओं पर जीएसटी लगाकर देशवासियों पर महंगाई का भारी बोझ डाल दिया है। जबकि आम आदमी पहले से ही बेतहाशा महंगाई की मार से त्रस्त और बदहाल है। उन्होंने कहा देश की 130 करोड़ जनता पर इसका सीधा असर पड़ेगा. इसलिए खाद्य वस्तुओं पर जीएसटी लगाना देशवासियों को महंगाई के भट्ठी में झोंकने के समान है।
उन्होंने बताया कि18 जुलाई से दाल,चावल,आटा, मैदा,सूजी, गुड, मुरमुरे, मखाना, समेत खाद्य उत्पादों पर 5 से 18 फ़ीसदी का जीएसटी लगाया जाना देशवासियों के साथ घोर अन्याय है इसका प्रभाव सिर्फ आम आदमी पर ही नहीं देश की मंडियों व्यापारियों और किसानों पर भी पड़ेगा। जिसके चलते देश में भारी व्यावसायिक और आर्थिक मंदी का दौर शुरू होगा।जिससे देश की अर्थव्यवस्था बर्बादी की ओर अग्रसर होगी। उन्होंने भारत सरकार और जीएसटी काउंसिल से जीएसटी
कानूनों और नियमों की नए सिरे से समीक्षा तथा खाद्य वस्तुओं को जीएसटी मुक्त करने की मांग की है।