जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध होगी मलेरिया जांच की सुविधा
मानसून की दस्तक होते हीं मलेरिया रोगियों की खोज में जुटा विभाग
जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों को उपलब्ध करायी गई मलेरिया टेस्टिंग किट
श्रीनारद मीडिया, अररिया, (बिहार):
कालाजार उन्मूलन के लिये जिले में संचालित छिड़काव अभियान की समाप्ति के बाद विभाग मलेरिया रोगियों की खोज व उनके उपचार के प्रयासों में जुट गया है। कालाजार से बचाव के लिये जिले में दो चरणों में विशेष छिड़काव अभियान का संचालन किया गया। मार्च महीने के 5 तारीख से संचालित इस अभियान के तहत जिले के नौ प्रखंडों के चिह्नित 152 गांवों में छिड़काव का कार्य मई माह के आखिरी सप्ताह में संपन्न हो चुका है। इधर जिले में मानसून की दस्तक होते ही विभाग मलेरिया रोगियों की खोज व उनके उपचार के प्रयासों में जुट चुका है। इसके लिये सभी चिकित्सकीय संस्थानों में मलेरिया जांच की सुविधा व उपचार के लिये जरूरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करा दी गयी है।
जिले के चिह्नित 152 गांवों में छिड़काव का कार्य संपन्न:
कालाजार प्रभावित जिले के चिह्नित 152 गांवों में छिड़काव का कार्य संपन्न हो चुका है। लगभग तीन माह चले इस अभियान में 2.85 लाख से अधिक घरों में छिड़काव किया गया। इससे 14 लाख से अधिक लोग लाभान्वित हुए हैं। जानकारी देते हुए वीडीसीओ ललन कुमार ने बताया वर्ष 2021 में अब तक जिले में कालाजार के कुल 9 मामले सामने आये हैं। इसमें से दो मामले फारबिसगंज प्रखंड के थैराबखिया गांव से जुड़े हैं। जिले में फिलहाल कालाजार के महज 9 मामले हैं। उन्होंने बताया कि बीते कुछ सालों से जिले में कालाजार के मामले लगातार कम हो रहे हैं।
स्वास्थ्य संस्थानों को उपलब्ध करायी गयी मलेरिया जांच किट:
मलेरिया संबंधी मामलों की जानकारी देते हुए वीडीसीओ ललन कुमार ने कहा हालांकि बीते कुछ सालों से जिले में मलेरिया एक भी मामले की पहचान (डिटेक्ट) नहीं हुई है। बावजूद इसके रोगियों की खोज व उनके उपचार को लेकर विभाग गंभीर है। इसे लेकर जिले के सभी पीएचसी को पर्याप्त मात्रा में मलेरिया जांच किट व जरूरी दवाएं उपलब्ध करायी गयी हैं। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में कोरोना जांच के साथ-साथ मलेरिया जांच सुनिश्चित कराने को लेकर भी जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। इसे लेकर कर्मियों को जरूरी दिशा निर्देश दिया गया है।
पीएचसी अररिया को उपलब्ध कराया 1450 किट:
जानकारी देते हुए वीबीडीसी सुरेंद्र बाबु ने बताया कि जोकीहाट रेफरल अस्तपाल को 900 मलेरिया जांच किट, रानीगंज रेफरल अस्पताल को 1150, सिकटी पीएचसी को 700, फारबिसगंज अनुमंडल अस्तपाल को 1400, नरपतगंज पीएचसी को 1000 किट, कुर्साकांटा को 400 किट, भरगामा को 600 किट, अररिया सदर अस्पताल को 1000 व पीएचसी अररिया को 1450 मलेरिया जांच किट उपलब्ध करायी गयी है। ताकि मलेरिया रोगियों की खोज व उनका उपचार आसानी से हो सके।
रोग से निपटने के लिये समय पूर्व की गयी जरूरी तैयारी:
मलेरिया के संभावित खतरों को देखते हुए समय पूर्व सभी जरूरी तैयारियां की गयी है। इसकी जानकारी देते हुए वीडीसीओ डॉ अजय कुमार सिंह ने कहा बीते कुछ समय से जिले में मलेरिया को कोई मामला सामने नहीं आया है। बावजूद इसके विभाग संभावित रोग के खतरों को लेकर पूरी सतर्कता बरत रहा है। कोरोना जांच में जुटे कर्मियों को निर्देशित किया गया है कि अगर किसी व्यक्ति में मलेरिया से जुड़े लक्षण मिले तो उन्हें नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों पर अपना जांच कराने के लिये प्रेरित किया जाये। इसके लिये आम लोगों को भी जागरूक किया जा रहा है कि वे अपने घरों के आस-पास के इलाकों में जलजमाव की स्थिति पैदा नहीं होने दें। ताकि मलेरिया को फैलने का मौका नहीं मिले। उन्होंने कहा कि जिले में मलेरिया रोग की जांच व उपचार को लेकर पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं।
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