हीट स्ट्रोक व चमकी बुखार से बचाव की तैयारियों का किया निरीक्षण

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जरूरी संसाधनों व दवाई की उपलब्धता सुनिश्चित करायी गयी

श्रीनारद मीडिया, गया (बिहार):

भीषण गर्मी के कारण लू के प्रकोप के मद्देनजर जिला में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यक तैयारियां की गयी हैं. लगातार बढ़ते तापमान के कारण हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए अस्पतालों में मौजूद सुविधाओं का जायज़ा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा लिया जा रहा है. वहीं चमकी बुखार की रोकथाम को लेकर भी स्वास्थ्य विभाग सजग है. इन दो स्वास्थ्य समस्याओं से निबटने के लिए प्रखंड स्तर पर दो बेड का डेडिकेटेड वार्ड बनाया गया है. वार्ड में कूलर व अन्य दवाईयां सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश है. इस क्रम में हीट स्ट्रोक तथा एईएस की रोकथाम को लेकर प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्य केंद्रों में हुई तैयारियों को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने सोमवार को निरीक्षण कार्य किया. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ एमई हक ने इमामगंज सहित अन्य प्रखंडों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण कर आवश्यक तैयारियों की जानकारी ली.

प्रखंड स्तर पर बनाये गये हैं डेडिकेटेड वार्ड:
डॉ एमई हक ने बताया जिला में स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों को हीट स्ट्रोक तथा एईएस की रोकथाम व आवश्यक प्रबंधन को लेकर निरीक्षण करने के डीएम के आदेश को ध्यान में रखते हुए डोभी,शेरघाटी, बाराचट्टी, इमामगंज व आमस सहित अन्य प्रखंडों में तैयारियों का निरीक्षण किया गया है. प्रखंड स्तर पर डेडिकेटेड वार्ड बनाये गये हैं. यहां दो बेड के साथ कूलर व अन्य प्रकार की दवाईयां मौजूद है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निबटा जा सके. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को किसी भी आपात स्थिति से निबटने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण तथा निर्देश दिये गये हैं. आने वाले कुछ दिनों में गर्मी के बढ़ने की संभावना को ध्यान में रखते हुए जिला के सभी प्रखंडों के प्राथमिक तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में हीट स्ट्रोक के मरीजों के लिए कम से कम दो बेड तथा एयरकूलर व अन्य आवश्यक दवाईयों की व्यवस्था की गयी है. समुचित और बेहतर चिकित्सकीय प्रबंधन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों द्वारा इन तैयारियों का निरीक्षण किया जा रहा है. सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में डेडिकेटेड वार्ड, दस्त अतिसार से संबंधित दवाओं का भंडारण, एंबुलेंस की सुविधा, चिकित्सा कर्मियों की प्रतिनियुक्ति आदि की व्यवस्था हर हाल में सुनिश्चित हो इसके लिए स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों तथा बीएचएम को कहा गया है.

हीट स्ट्रोक बुजुर्गों के लिए खतरनाक:
उन्होंने बताया हीट स्ट्रोक का सबसे गंभीर असर बुजुर्ग लोगों पर होती है. ऐसे में बुढ़े लोगों को धूप में निकलने से पूरी तरह बचना चाहिए और नियमित तौर पर पानी पिते रहना चाहिए. बताया कि वर्ष 2019 में 15 जून से 20 जून के मध्य 37 लोगों की मृत्यु हो गयी थी. इनसे अधिकांश लोग 50 की उम्र से अधिक के थे.

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