नशा साथ में अंधकार, विनाश और तबाही लाता है,कैसे?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस (World Drug Day) पर कहा कि नशीले पदार्थों के खतरे को खत्म करने के लिए जमीनी स्तर पर काम कर रहे लोगों की सराहना की। साथ ही उन्होंने कहा कि जीवन बचाने के लिए सभी प्रयास महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि नशा अपने साथ अंधकार, विनाश और तबाही लेकर आता है। आइए हम ड्रग्स पर तथ्यों को साझा करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराएं और ड्रग्स मुक्त भारत के अपने दृष्टिकोण को साकार करें। याद रखें- एडिक्शन न तो कूल होता है और न ही स्टाइल स्टेटमेंट। प्रधानमंत्री ने एक पुराने मन की बात एपिसोड को भी साझा किया, जिसमें नशीली दवाओं के खतरे पर काबू पाने के कई पहलू शामिल थे।
लोग सोचते हैं कि वो बच्चें कैसे नशा कर सकते है जिनके पास खाने को भी पैसा नहीं होता। परंतु नशा करने के लिए सिर्फ मादक पदार्थो की ही जरुरत नहीं होती, बल्कि व्हाइटनर, नेल पॉलिश, पेट्रोल आदि की गंध, ब्रेड के साथ विक्स और झंडु बाम का सेवन करना, कुछ इस प्रकार के नशे भी किए जाते हैं, जो बेहद खतरनाक होते हैं। नशे की लत ने इंसान को उस स्तर पर लाकर खड़ा कर दिया है कि अब व्यक्ति मादक पदार्थों के सेवन के लिए किसी भी हद तक जा सकता है, वह नशे के लिए जुर्म भी कर सकता है।
मादक पदार्थों के सेवन में शराब, सिगरेट, ड्रग्स, हेरोइन, गांजा, भांग आदि शामिल हैं। शोधकर्ताओं के अनुसार हर वह चीज जो आपको जिसकी आपको लत लग जाए, नशे की श्रेणी में ही आता है। ऐसी ही कुछ आदतें हैं जिन्हें छोड़ना बेहद मुश्किल होता है जैसे – मादक पदार्थों के अलावा चाय, काफी, वर्तमान समय के नवीन यंत्र जैसे – विडियो गेम्स, स्मार्ट फोन, फेसबुक आदि का ज्यादा मात्रा में उपयोग भी नशे की श्रेणी में आते है।
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