ऐप पर पढ़ें
महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर ने हाल ही में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) करियर शुरू किया है। मुंबई इंडियंस (एमआई) के तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर अर्जुन ने आईपीएल 2023 में अब तक कुल तीन मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 2 विकेट चटकाए। अर्जुन ने गेंदबाजी आक्रमण की अगुवाई करने से लेकर डेथ ओवर में छाप छोड़ी है। अर्जुन के प्रदर्शन से ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली काफी प्रभावित हैं। उनका मानना है कि अर्जुन रफ्तार के सौदागार बन सकते हैं और वह 140 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से बॉलिंग कर सकते हैं।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, जब ली से यह यह पूछा गया कि एमआई में अर्जुन के लिए कौन-सा गें बॉलिंग फेज ज्यादा सूटेबल है? तो उन्होंने कहा, ”मुझे लगता है कि वह सभी फेज में गेंदबाजी कर सकता है।” उन्होंने कहा, ”मैं, अर्जुन तेंदुलकर से बहुत प्रभावित हुआ हूं। मुझे लगता है कि वह मुंबई इंडियंस के लिए शानदार फॉर्म में हैं। उसकी नई गेंद से बॉलिंग बेहतरीन है। वह गेंद को स्विंग करा रहा है। वह मिडिल ओवरों के अनुकूल है और अनुभव हासिल करने के साथ वह डेथ ओवरों में बॉलिंग का लुत्फ उठाएगा। उसकी बॉलिंग काबिल-ए-तारीफ है।”
अर्जुन आईपीएल में अपने तीनों मैचों के दौरान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय रहे। लेकिन सनराइजर्स हैदराबाद (एसआरएच) के खिलाफ मैच में उनकी गति 107.2 किलोमीटर प्रति घंटे दिखी तो फैंस भड़ उठे। ऐसे में उनकी कड़ी ओलचना की गई। हालांकि, ली ने अर्जुन को सलाह दी है कि वह सचिन के करियर से सीख लें और आलोचकों की बातों को नजरअंदाज करें। उन्होंने कहा, ”लोग लगभग सभी चीज की आलोचना करते हैं। अगर आप संदीप शर्मा को देखें तो वह 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बॉलिंग कर रहा है। अर्जुन कम से कम उससे तेज गेंदबाजी कर रहा है। वह सिर्फ 23 साल का है और उसके सामने पूरा करियर है।”
ली ने कहा, ”अर्जुन को मेरा यही सलाह है कि आलोचकों की बात पर ध्यान मत दो। अपने पिता के करियर से सीख लो। अर्जुल के पास अद्भुत कौशल है। वह 140 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बॉलिंग कर सकता है। बड़ी लाइट्स और अधिक दर्शकों के सामने सहज होते ही उसकी गति बढ़ेगी। मुझे उसकी गति के साथ कोई समस्या नहीं दिखती। मुझे पता है कि वह कितनी तेज बॉलिंग कर सकता है। उसके पास हुनर है और अन्य सभी चीजें हैं। ऐसे में मेरी सलाह होगी कि अर्जुन जो कर रहा है, उसे करता रहे। उन लोगों की मत सुनो जो निशाना साधने की कोशिश कर रहे हैं। याद रखें कि सोशल मीडिया पर आलोचना करने वाले ज्यादातर लोगों ने कभी अपनी जिंदगी में एक गेंद भी नहीं फेंकी है। वे कीबोर्ड वॉरियर्स हैं।”