क्या आतंकी पन्नू की हत्या में बड़ा पेंच है?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बलि का बकरा बनाया गया
अमेरिका ने प्रत्यर्पण को लेकर भी उठाए सवाल
वकीलों ने विकास यादव के खिलाफ उन आरोपों को भी खारिज किया जिसमें कहा गया है कि विकास पर पहले के जबरन वसूली के मामलों का इस्तेमाल उसे अमेरिका में प्रत्यर्पित होने से बचाने के लिए किया जा रहा है।
कौन है विकास यादव?
अमेरिकी अभियोग में जांचकर्ताओं ने दावा किया है कि पन्नू मामले के आरोपियों और खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप निज्जर की हत्या के बीच सीधा संबंध हैं. जानकारी के मुताबिक, 18 जून को कनाडा के सरे में गुरु नानक सिख गुरुद्वारे के बाहर निज्जर की हत्या के कुछ ही घंटों बाद, CC1 (विकास यादव) ने निखिल गुप्ता को निज्जर के शव का एक वीडियो भेजा था. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वीडियो किसने बनाया और यादव को भेजा.
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि यादव पहले भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ (RAW) के अधिकारी थे और उन्होंने इस साजिश के दौरान “अमानत” फर्जी नाम इस्तेमाल किया. उनकी तस्वीरें जारी करते हुए एफबीआई ने बताया कि उनका जन्म हरियाणा के प्राणपुरा में हुआ था. इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि अभियोग में जिन व्यक्तियों का उल्लेख किया गया है, वे अब भारतीय सरकार के लिए काम नहीं करते हैं.
क्या है पूरा मामला?
पिछले साल नवंबर में फाइनेंशियल टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि अमेरिकी सरजमीं पर पन्नू की हत्या की साजिश रची गई थी, जिसे नाकाम कर दिया गया था. पन्नू अमेरिकी नागरिक है और भारत ने उसे आतंकी घोषित कर रखा है. इसके बाद अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने इस मामले को लेकर न्यूयॉर्क डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में एक अभियोग भी दायर किया था. इसमें निखिल गुप्ता नाम के भारतीय नागरिक और अज्ञात भारतीय सरकारी अधिकारी पर पन्नू की हत्या करने की प्लानिंग करने का आरोप लगाया गया था. निखिल गुप्ता को पिछले साल जून में चेक रिपब्लिक में गिरफ्तार किया गया था और उसे इसी साल प्रत्यर्पण कर अमेरिका लाया गया है. निखिल गुप्ता अभी अमेरिका की जेल में बंद है.
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