बिहार के गन्ना किसानों को कम कीमत मिलना दुर्भाग्यपूर्ण 

बिहार के गन्ना किसानों को कम कीमत मिलना दुर्भाग्यपूर्ण

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
previous arrow
next arrow

उत्तर प्रदेश की तुलना में बिहार के गन्ना किसानों को चीनी मिल 15 से 25 रूपए प्रति कुंतल कम भुगतान करती है

चीनी मिलों द्वारा गन्ना खरीद मूल्य बढ़ाई जाए-प्रमोद कुमार मल्ल

श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):

 

बिहार का जिला सिवान पूरे देश का एक ऐसा जिला है जहाँ स्थानीय रोजगार के अभाव में सबसे अधिक संख्या में यहाँ के युवा पलायन कर बिहार से बाहर जाकर नौकरी करके अपने परिवार का पेट पालते हैं। स्थानीय स्तर पर यहाँ के निवासियों के जीवन यापन के लिए एकमात्र साधन खेती है। इन किसानों के लिए पहले कभी यह क्षेत्र चीनी का कटोरा कहा जाता था। यहाँ गन्ना उत्पादन बहुत होता था परंतु अभी यह सिमट कर मात्र एक चीनी मिल प्रतापपुर शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड, बजाज हिंदुस्तान, प्रतापपुर तक ही सीमित है। यह चीनी मिल उत्तर प्रदेश और बिहार के बॉर्डर पर है।

 

इस चीनी मिल में उत्तर प्रदेश एवं बिहार का गन्ना पहुँचता है, परंतु यह दुर्भाग्य का विषय है कि जहाँ उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित गन्ना मूल्य सामान्य श्रेणी के गन्ना हेतु 360 रुपए प्रति कुंतल एवं अग्रिम श्रेणी हेतु 370 रुपए प्रति क्विंटल है वहीं बिहार सरकार द्वारा यह क्रमशः 335 एवं 355 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित है। यह आश्चर्यजनक एवं दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक ही चीनी मिल एक ही काँटे पर गन्ने की तौल करती है और उत्तर प्रदेश वासियों को सामान्य श्रेणी के गन्ना हेतु 360 रुपए प्रति कुंतल और अग्रिम क्वालिटी हेतू 370 प्रति कुंतल भुगतान करती है,

 

वहीं बिहार के गन्ना उत्पादकों को सामान्य श्रेणी में 335 एवं अग्रिम श्रेणी हेतु 355 रुपए प्रति कुंतल भुगतान करती है जबकि इस चीनी मिल का व्यवसाय उत्तर प्रदेश और बिहार दोनों से चलता है। उपरोक्त बातें आपन सिवान सामाजिक संस्था के संयोजक ई प्रमोद कुमार मल्ल ने आज संस्था के तितरा कार्यालय पर जिरादेई, नौतन व मैरवा के किसानों को सम्बोधित करते हुए कही।

प्रमोद कुमार मल्ल ने कहा कि गन्ने की कीमत कम मिलने के कारण एकमात्र कृषि आधारित आय का स्रोत गन्ने की खेती भी विलुप्त होती जा रही है। एक तरफ इस क्षेत्र में रोजगार का अभाव पहले से है दूसरी तरफ किसानों की जो बची खुची आय का स्रोत है वह भी इनके लिए नुकसान की खेती हो रही है।

 

ई प्रमोद कुमार मल्ल ने बिहार सरकार के मुख्यमंत्री , उप मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री और जिला प्रशासन को पत्र लिखकर माँग की हैं कि गन्ना किसानोंं हेतु दी प्रतापपुर शुगर इंडस्ट्रीज लिमिटेड या अन्य किसी भी चीनी मिल द्वारा क्रय करने हेतु निर्धारित दर को बढ़ाया जाए।

यह भी पढ़े

सिधवलिया की खबरें : तालाब मे डूबने से एक पांच वर्षीय बच्ची की मौत

सिसवन की खबरें : विधानसभा चुनाव को लेकर मतदाता सूची के कार्यों में आई तेजी

सिपाही से दारोगा तक थाना परिसर में ही रहेंगे, सरकार उपलब्ध कराएगी 1 BHK फ्लैट

दाउदपुर पुलिस ने  मिनी गन फैक्ट्री का उद्भेदन कर एक को किया  गिरफ्तार

अररिया जिले में  बिजली गिरने से 3 लोगों की मौत, कई मवेशियों की भी गई जान

12 सितबर को अमनौर आएंगें मुख्यमंत्री,  डीएम एसपी ने किया कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण

सी.बी.एस.ई(C.B.S.E) बोर्ड कक्षा 10वीं,12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए फॉर्म भरने की प्रक्रिया शुरू किया 

सीवान में किफायती दर पर डायलिसिस सेवा प्रारंभ

Leave a Reply

error: Content is protected !!