धत तेरी की ! कागज के टुकड़ों पर बिक गई डॉक्टरों की मानवता !
@पीपीसी के प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर गोरखपुर के जांबाज पत्रकारो ने अस्पताल में बंधक बनाए गए साथी के शव को बगैर पौने तीन लाख दिए ही छुड़ाया
श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी
गोरखपुर / डॉक्टरों की मानवता हुई शर्मसार ! रोते रहे तीमारदार पर कागज के टुकड़ो के लिए सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल चंद्रशेखर मिश्र आजाद के शव को सिटी हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने पौने तीन लाख रुपये के लिए बंधक बना लिया। इसके पूर्व डॉक्टरों ने परिजनों से सवा दो लाख नगद लिया और तीन लाख का मेडिकल क्लेम फिर भी पापी डॉक्टरों का पेट नही भरा। इस मामले की जानकारी गोरखपुर के जांबाज स्वतंत्र पत्रकार/साहित्यकार एवं शिक्षक प्रदीप मिश्रा को हुई तो उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी पत्रकार प्रेस क्लब के प्रदेश अध्यक्ष श्री घनश्याम पाठक जी को दिया। प्रदेश अध्यक्ष श्री पाठक जी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए गोरखपुर के जांबाज क्रांतिकारी पत्रकार अजीत पांडेय, सुनील पांडेय व प्रदीप कुमार मिश्रा को गोरखपुर के सिटी हॉस्पिटल में पहुंचकर डॉक्टरों द्वारा रुपए के लिए बंधक बनाये गए आजाद के शव को मुक्त कराने की बात कही। गोरखपुर के जांबाज तीनों पत्रकारों ने हॉस्पिटल में पहुंच कर निदेशक डॉ ए के मल्ल से लगभग 5 घंटे की जद्दोजहद के बाद बगैर पौने तीन लाख रुपया दिए ही शव को मुक्त करा लिया।
यह मामला 27 जुलाई की शाम 7:00 बजे से लेकर 12:00 बजे रात तक चलता रहा, 12:30 बजे रात डॉक्टरों ने शव को एंबुलेंस से वाराणसी के लिए भेजवा दिया।यह सच्ची वाकया कही और की नही बल्कि सीएम योगी के कर्म स्थली क्षेत्र गोरखपुर की है,जहां भाजपा के सांसद व विधायक का एक हॉस्पिटल सिटी हॉस्पिटल के नाम से जाना जाता है। इसी हॉस्पिटल में बीते 15 जुलाई 22 को सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल चंद्रशेखर मिश्र को एडमिट कराया गया था। डॉक्टरों ने लापरवाही से इलाज करना शुरू किया, जिसके कारण आजाद की जान चली गई। पत्रकार प्रेस क्लब परिवार गोरखपुर के जांबाज पत्रकार अजीत पांडेय, सुनील पांडेय, प्रदीप मिश्रा के जज्बे को सैल्यूट करता है। इसके साथ ही यह संकल्प भी लेता है कि ऐसे भ्रष्ट डॉक्टरों को जेल के सलाखों तक पहुंचाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा जाएगा। पीपीसी परिवार चंद्रशेखर मिश्र आजाद के प्रति अश्रुपूरित नेत्रों से श्रद्धा सुमन अर्पित करता है और ईश्वर से प्रार्थना करता है कि मृतक आत्मा को शांति प्रदान करने के साथ उनके परिजनों को असहनीय पीड़ा सहने की शक्ति प्रदान करें।