जनार्दन जी का जाना हम लोगों के लिए एक अपूरणीय क्षति है—देवेशकांत सिंह,विधायक,गोरेयाकोठी,सीवान.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
जिसकी परिकल्पना नही हुई की गई थी कि जनार्दन प्रसाद सिंहजी हमलोगो को असामयिक छोड़ कर चले जाएँगे. सुबह घटना की जानकारी मिलने के बाद से ही शरीर में हिम्मत नही है कि अपने फेसबुक पेज से मै बात को लिख सकूँ. देवेश भैया के साथ सदैव छाया के रूप उनके छोटा भाई सम्मान अंध विश्वास करने वाला भाई कि भरपाई देवेश भैया के जीवन में कोई नहीं कर सकता। वें एक अनमोल रत्न व अनमोल हीरा थे.
जनार्दन जी के निधन से अतिमार्माहत हूं। विगत 20 वर्षो से B D C के रूप में परिवार में चुनाव जीतना और देवेश भैया के लिए एक सच्चे प्रहरी के रूप में कार्य करना, हमलोगो के लिए आजीवन पीड़ादायी रहेगा कि आपको बचा ना सके. भारतीय जनता पार्टी सदर मंडल,गोरेयाकोठी के दूसरी बार महामंत्री के रूप में निष्ठापूर्वक,लग्न व ईनामदारी पूर्वक कार्य करने वाले काफी,संघर्षशील,नेकदिल,हरदिल अजीज,मृदुभाषी,मिलनसार जुझारू ,कर्मठ, सहज व सौम्य सरल व्यक्तित्त्व के धनी व्यक्ति थे। जो दुसरे के मदद के लिए सदैव आगे रहते थे l
क्या गलती थी उनकी जो इस तरह के जघन्य अपराधियो ने उन्हें मौत के घाट उतार दिया.जिन्होनें भी यह कुकृत्य घटना को अंजाम दिया है तुम्हे ईश्वर काफी माफ नही करेंगे एक सच्चे मददगार इंसान को तुमलोगों ने नही छोड़ा . हमलोगो अब दूसरा जनार्दन नही मिल सकता. रात के 12 बजे भी अगर मै किसी सूचना के लिए फोन कर देता जनार्दन जी तुरंत गोरेयाकोठी पहुँच जाते थे,अब मै किसको फोन करूंगा, मेरा हिम्मत टूट गाया.
जिस वक्त सीवान अपराध की साए में जीता था उस वक्त गोरेयाकोठी के एक कार्यकर्त्ता की हत्या नही हुई और आज अच्छे दिनो में और उनको हमलोग बचा नही सके,उनकी सहनशीलता को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस दु:ख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ है। जनार्दन जी आपको न्याय दिलाना अब हमलोगो जिम्मेवारी है जबतक आपको न्याय नही मिलेगा आपका देवेश चैन से नही सोएंगे, जब फोन की घंटी जनार्दन जी की बजती थी सीधे पूछते थे सोनू जी देवेश बाबू कहाँ है.
महादेव पुण्यात्मा को श्री चरणों में स्थान दें एवं शोक संतप्त परिवारजनों को दु:ख सहने की शक्ति,हिम्मत व धैर्य प्रदान करें। आपका शहादत बेकार नही जाऍगा l मरते दम तक देवेश भैया आपको और आपके परिवार को न्याय दिला के ही रहेंगे .
जनार्दनजी अमर रहे,भावभीनी श्रद्धांजलि,ॐशांति|
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