सासाराम हिंसा मामले में जवाहर प्रसाद जेल भेजे गए
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
सासाराम सांप्रदायिक हिंसा मामले में पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद की गिरफ्तारी के बाद प्रशासनिक एवं राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस क्रम में एसपी विनीत कुमार ने शनिवार शाम प्रेसवार्ता आयोजित कर कहा कि गिरफ्तारी के बाद विधायक जवाहर प्रसाद को ज्यूडिसयिल कस्टडी में भेज दिया गया है। एसपी ने कहा कि एसआईटी के विस्तृत जांच के बाद विधायक की गिरफ्तारी की गई है।
एसपी ने बताया कि जांच में यह बात सामने आई कि रामनवमी जुलूस के बाद 31 मार्च को सुबह 9 बजे एक बैठक आयोजित की गई। इसमें विधायक, विधायक के बेटा संतोष एवं अन्य लोग शामिल थे। बैठक में रामनवमी की घटना को लेकर एक समुदाय विशेष के प्रति वैमनस्य एवं उत्तेजक बाते कहीं गई। यह निर्णय लिया गया कि सभी लोग लौटकर अपने मुहल्ले में छोटी बैठकें करेंगे और समुदाय विशेष को लामबंद कर गतिविधि करेंगे। इसी बैठक की समाप्ति के बाद दुकान बंद कराने, पत्थरबाजी एवं हिंसक सांप्रदायिक घटनाएं हुई।
बताया कि इसी आधार पर विधायक की नगर थाना कांड संख्या 275/ 23 में गिरफ्तारी की गई है। इस कांड में अबतक 64 गिरफ्तारी हो चुकी है, जिसमें 22 नामजद प्राथमिक अभियुक्त और 42 अप्राथमिक अभियुक्त हैं।
1989 में विधायक पर दर्ज हुए थे 7 मामले
एसपी ने प्रेस वार्ता में पूर्व विधायक का आपराधिक रिकार्ड जारी किया। बताया कि 1989 में पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद पर सासाराम नगर थाना में सात मामले दर्ज किए गए थे। सासाराम नगर थाना कांड संख्या 486 /89, 496 /89, 543 /89, 539 /89, 567/ 89, 573 /89 एवं सासराम नगर थाना काण्ड संख्या 612 89 दर्ज किया गया था। ये सभी आईपीसी के संगीन धाराओं 147, 148, 149 एवं शस्त्र अधिनियम एवं विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत दर्ज किए गए थे।
बता दें कि सासाराम में 1989 में पहली बार दंगा हुआ था। इसी से संबधित मामले जवाहर प्रसाद पर दर्ज किए गए थे। इसके बाद हुए 1990 के चुनाव में उन्हें पहली बार टिकट मिला और वे विधायक बने थे।
सासाराम हिंसा मामले में शुक्रवार को पुलिस ने बीजेपी के पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद को गिरफ्तार किया है। शुक्रवार देर रात पुलिस ने जवाहर प्रसाद को उनके घर लष्करीगंज से गिरफ्तार किया है। पुलिस उन्हें अपने साथ ले गई है।
पूर्व विधायक की गिरफ्तारी पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। फिर चाहे वो किसी भी दल से हो। मैंने कभी कहा क्या इसे पकड़ो, इसे नहीं पकड़ो। पुलिस अपना काम कर रही है। कहीं कोई घटना होती है तो उसपर पुलिस कार्रवाई करेगी ही। बीजेपी को जो कुछ बोलना है बोलती रही।
राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा है कि पहले साजिश रची गई। अमित शाह की रैली सासाराम में न हो सके। अब जवाहर लाल को रामनवमी की घटना के एक महीने बाद गिरफ्तार कर रहे हैं। उनका नाम FIR में भी नहीं था। वो कुशवाहा समाज के बड़े नेता हैं। यह राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर कार्रवाई की गई है। नीतीश कुमार पहले ही कह दिया था कि भाजपा के लोग इसमें शामिल हैं।
जवाहर प्रसाद सासाराम विधानसभा क्षेत्र का 5 बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। 1990 में वह पहली बार विधायक बने थे। बीते चुनाव में सासाराम विधानसभा सीट जेडीयू के खाते में चले जाने के कारण उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा था।
अगले विधानसभा चुनाव में बीजेपी से उनकी एक बार फिर सशक्त दावेदारी मानी जा रही है। रामनवमी जुलूस के बाद सासाराम में हिंसा, पत्थरबाजी और आगजनी मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है।
3 नेता पहले ही कर चुके हैं सरेंडर
रामनवमी जुलूस के बाद हुई हिंसा और पत्थरबाजी मामले में बीजेपी के 3 नेताओं ने शिवसागर थाने में सरेंडर किया था। 3 सरेंडर करने वालों में डॉ शिवनाथ चौधरी, सोनू सिन्हा और रॉबिन केसरी शामिल हैं।
शिवनाथ चौधरी और सोनू सिन्हा, सासाराम नगर बीजेपी के अध्यक्ष पद पर रह चुके हैं। रॉबिन केसरी भी नगर बीजेपी में महत्वपूर्ण पद पर रहे हैं।
डॉ शिवनाथ चौधरी श्री राम जन्मोत्सव कमेटी के अध्यक्ष हैं। सोनू सिन्हा महामंत्री के पद पर हैं जबकि रॉबिन केसरी भी कमेटी के सदस्य हैं।
रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान सासाराम समेत 5 जिलों में हुई थी हिंसक झड़प
बिहार के 5 जिले रोहतास, नालंदा, भागलपुर, गया और मुंगेर में रामनवमी की शोभायात्रा को लेकर हिंसक झड़प हुई थी। इस घटना के बाद पुलिस-प्रशासन ने सख्ती दिखाई थी।
नालंदा में धारा 144 लागू कर दिया गया था। सासाराम, बिहारशरीफ में कई दिनों तक इंटरनेट बंद रहा। बिहारशरीफ में हिंसा में एक युवक की मौत हो गई थी।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने रोहतास एसपी को ज्ञापन सौंपा
प्रतिपक्ष के नेता विजय सिन्हा सासाराम जा रहे हैं। वो लॉकअप में पूर्व विधायक जवाहर लाल से मुलाकात करेंगे। इससे पहले भाजपा के प्रतिनिधिमंडल रोहतास एसपी को ज्ञापन सौंपा है। इस मौके पर पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह ने कहा कि 5 बार के विधायक को आतंकवादी की तरह रात में 12 बजे गिरफ्तार किया गया। उसकी हम घोर निंदा करते हैं। प्रशासन एकतरफा कार्रवाई कर रही है।
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