जदयू ने RCP सिंह के बदले झारखंड के खीरु महतो को थमाया टिकट.
शंभू शरण पटेल व सतीश चंद्र दुबे बने भाजपा उम्मीदवार
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
जदयू ने राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार के चयन में बड़ा फैसला लिया है. जेडीयू ने इस बार केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह का टिकट काटकर नये चेहरों पर भरोसा जताया है. जदयू ने झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष खीरु महतो को इस बार राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया है.
खीरु महतो झारखंड में विधायक भी रह चुके हैं. वहीं जदयू के तरफ से उम्मीदवार की घोषणा होते ही अब हाल के दिनों में लगाये जा रहे तमाम कयास खत्म हो गये हैं. आरसीपी सिंह को इस बार पार्टी अपनी ओर से राज्यसभा नहीं भेजेगी.
RCP सिंह का टिकट कटा
बिहार में लगातार पिछले कुछ दिनों से सियासी घमासान मचा हुआ था. सबकी नजरें जदयू के फैसले पर टिकी थी. इस बार सबके मन में एक ही सवाल दौड़ रहा था कि क्या जदयू इस बार फिर से पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व वर्तमान में केंद्र सरकार के मंत्री आरसीपी सिंह को टिकट देकर राज्यसभा भेजेगी. अंतिम समय तक यह सवाल रहस्य ही बना रहा लेकिन पार्टी की आधिकारिक घोषणा के बाद यह तय हो गया कि खीरु महतो को जदयू राज्यसभा भेजेगी और आरसीपी सिंह का टिकट काटा गया.
कौन हैं जदयू उम्मीदवार खीरु महतो
खीरु महतो जदयू के जदयू के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष हैं. जेडीयू के ही टिकट पर 2005 में वो मांडू विधानसभा से प्रत्याशी रहे और चुनाव में इन्होंने जीत दर्ज की थी. जिसके बाद पार्टी ने भरोसा जताते हुए उन्हें झारखंड की कमान सौंपी थी. खीरु महतो को पार्टी ने यह जिम्मेदारी सौंपी है कि वो प्रदेश में संगठन को मजबूत करें.
भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को राज्यसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों का एलान कर दिया है. रविवार को बीजेपी ने 8 जिलों से 16 उम्मीदवारों के नामों का एलान किया. बिहार से इस बार भाजपा ने सतीश चंद्र दुबे और शंभू शरण पटेल को अपना प्रत्याशी बनाया है.
शंभू शरण पटेल शेखपुरा के रहने वाले हैं और भाजपा के प्रदेश मंत्री हैं. बीजेपी ने युवा नेता पर भरोसा जताया है. वहीं सतीश चंद्र दुबे को फिर एकबार उच्च सदन भेजने का फैसला किया है. सतीश चंद्र दुबे 16वीं लोकसभा चुनाव जीतकर संसद गये थे.
कौन हैं सतीश चंद्र दुबे?
भारतीय जनता पार्टी ने 2014 के आम चुनाव में उन्हे वाल्मीकि नगर निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया था. 2019 के लोकसभा चुनाव में ये सीट गठबंधन के अंदर जदयू के पास चली गयी जिसके बाद भाजपा ने पिछली बार भी इन्हें राज्यसभा भेजा था. सतीश चंद्र दुबे निर्विरोध जीते थे. इस बार फिर बीजेपी ने सतीश चंद्र दुबे पर भरोसा जताया है. वो 2005 में नरकटियागंज से बिहार विधान सभा के लिए भी चुने जा चुके हैं. सतीश चंद्र दुबे बिहार के पश्चिम चंपारण के रहने वाले हैं.
कौन हैं शंभू शरण पटेल?
भाजपा ने इस बार एक नये उम्मीदवार को भी राज्यसभा भेजने का फैसला लिया है. शंभू शरण पटेल को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है. शंभू शरण पटेल युवा चेहरा हैं और प्रदेश मंत्री के पद पर पार्टी के साथ रहे. शंभू शरण पटेल को टिकट देकर भाजपा ने फिर एकबार यह संदेश देने का प्रयास किया है कि आम कार्यकर्ताओं को भी बीजेपी संसद पहुंचाती है. ये प्रतिक्रिया शंभू शरण पटेल ने मीडिया से बात करते हुए दी.