जमीन विवाद में हुई जेडीयू नेता सौरभ पटेल की हत्या
शूटर्स को दी गई थी 14 लाख की सुपारी, पटना में 7 अपराधी गिरफ्तार
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
पटना पुलिस ने शुक्रवार को जेडीयू नेता सौरभ पटेल हत्याकांड का खुलासा कर दिया। जमीन विवाद में सौरभ की हत्या हुई थी। शूटरों को 14 लाख की सुपारी दी गई थी। पुलिस ने शूटर समेत 7 अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है।सिटी एसपी पूर्वी भरत सोनी ने बताया कि पूरी तरह से ब्लाइंड मर्डर केस था। वारदात के ढाई महीने बाद 7 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है। जिसमें से 6 हत्याकांड में शामिल थे। जबकि, 7वां अपराधी श्याम नारायण सिंह की भी गिरफ्तारी हुई है, जो परसा थाना क्षेत्र का रहने वाला है। वो हत्याकांड में शामिल नहीं था, लेकिन छापेमारी के दौरान उसके घर से देसी कट्टा मिला है। परसा थाने में इसके खिलाफ अलग से मामला दर्ज किया जाएगा।
गिरफ्तार दो शूटरों ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया उन्होंने बताया कि अज्ञात पर केस दर्ज हुआ था। सीसीटीवी और तकनीकी अनुसंधान के आधार पर एक शूटर विक्की चंद्रवंशी को गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर दूसरे शूटर सत्यम की गिरफ्तारी हुई। गिरफ्तार दोनों शूटरों ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया।जमीन को लिए पूर्व से विवाद चल रहा था। विवाद का कारण जमीन कारोबार में घाटा होना था। इसको लेकर आरोपी ने हत्या के लिए शूटरों को हायर किया और 14 लाख की सुपारी दी। जमीन विवाद में हत्या की साजिश रची शूटरों ने बताया कि मृतक सौरभ पटेल के ही गांव के तीन लोग अविनाश उर्फ राइफल, दीपक कुमार, शशि रंजन ने हत्या की साजिश रची थी। सौरभ पटेल 5 साल पहले इन तीनों लोगों के साथ जमीन खरीद बिक्री का काम करता था।
बाद में विवाद होने के बाद सौरभ अलग हो गया था।सौरभ का बातचीत इन लोगों से बंद था, लेकिन घर के अन्य सदस्यों के साथ बातचीत होती थी। कुछ साल पहले जो भी जमीन की खरीद बिक्री होती थी, उसका एग्रीमेंट सौरभ करा लेता था। इसी को लेकर अविनाश उर्फ राइफल, दीपक कुमार, शशि रंजन कुमार को घाटा हो रहा था। जिसके बाद इन लोगों ने हत्या का प्लान बनाया। जमीन बेचकर दिया था सुपारी पैमार गांव में तीनों ने जॉइंट जमीन को 14 लाख में बेचकर पप्पू चंद्रवंशी को सुपारी दे दिया। पप्पू चंद्रवंशी ने 3 शूटर हायर किए। शूटरों को 7 लाख रुपए और हथियार दिया।
आरोपी कैंडिल मार्च में भी हुआ था शामिल वारदात के बाद अविनाश उर्फ राइफल, दीपक कुमार, शशि रंजन कुमार सामान्य तरीके से गांव में रहने लगे। कैंडिल मार्च में भी तीनों शामिल हुए थे। मामला दर्ज कराने में भी थाने में परिवार के साथ गए। एक शूटर राजू उर्फ नुन्स फरार है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। पप्पू चंद्रवंशी 2015 में बाढ़ थाने में एक केस दर्ज है, जिसमें वो जेल जा चुका है। 50 से अधिक लोगों से पूछताछ उन्होंने आगे कहा कि वारदात के बाद आरोपी पीड़ित परिवार के बीच ही रहता था। ताकि किसी को उस पर शक ना हो।
पटना पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी को खंगाला। 50 से अधिक लोगों से पूछताछ की गई। उसके बाद मामले का खुलासा हुआ। 24 अप्रैल को देर रात गोली मारी थी बता दें, पुनपुन थाना क्षेत्र के बढ़िया कॉल गांव के पास 24 अप्रैल को देर रात बदमाशों ने जेडीयू नेता सौरभ कुमार (33) की गोली मारकर हत्या कर दी थी। सौरभ अपने दोस्त मुनमुन के साथ रात 12 बजे के करीब रिसेप्शन पार्टी से लौट रहे थे। इसी दौरान बाइक सवार 4 बदमाशों ने करीब 5 राउंड फायरिंग की। दोस्त मुनमुन की हालत गंभीर सौरभ कुमार के सिर में 2 गोली लगी। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। जबकि, उनके दोस्त मुनमुन कुमार को 3 गोलियां लगी। सौरभ कुमार प्रॉपर्टी डीलिंग का भी काम करते थे।
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