जीविका दीदी बना रहीं हाई एनर्जी लड्डू व चूरन, आंगनबाड़ी के बच्चों में बटेंगे
जीविका दीदियों द्वारा बनाए गए खास किस्म के लड्डू और चूरन अब घर-घर बच्चों के बीच बांटने की तैयारी है। यह लड्डू और चूरन उन बच्चों के बीच बंटेगी, जो आंगनबाड़ी केंद्र पर आया करते थे। कोरोना की वजह से एक वर्ष से आंगनबाड़ी केंद्र बंद पड़े हैं। इसलिए समाज कल्याण विभाग ने उन बच्चों के बीच हाई एनर्जी फूड की रेसिपी के तहत खास किस्म के लड्डू इन बच्चों के घर भिजवाने की तैयारी में है।
मुजफ्फरपुर व गया की जीविका समूह को दी गई है जिम्मेदारी :
मुजफ्फरपुर और गया की कुछ जीविका समूह को समाज कल्याण विभाग ने हाई एनर्जी फूड की रेसिपी के साथ लड्डू बनाने की जिम्मेदारी सौैंपी है। इन्हें कुछ पौष्टिक चूरन भी बनाना है। इन दोनों को कैसे तैयार करना है, उसकी पूरी रेसिपी भी जीविका समूह की दीदियों को उपलब्ध कराया गया है।
इस वजह से तैयार कराया जा रहा लड्डू और चूरन :
समाज कल्याण विभाग के आला अधिकारी का कहना है कि कोरोना के पहले आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों गर्म पौष्टिक खाना बनाकर दिया जाता था। कोरोना की वजह से आंगनबाड़ी केंद्र बंद हो गए। ऐसे में गर्म पौष्टिक खाना बनाया जाना बंद हो गया। इसकी जगह बच्चों के लिए सूखा राशन उनके घर तक पहुंचाया जा रहा। स्वाभाविक है कि उसका उपभोग घर में दूसरे लोग भी कर सकते हैं। इस बात को ध्यान में रख यह तय किया गया कि बच्चों के लिए खास किस्म के लड्डू और चूरन बनवाकर उनके घर तक भिजवा दिया जाए। बच्चों के लिए विशेष रूप से आए लड्डू को कोई नहीं खाएगा।
आंगनबाड़ी खुलने पर भी अब टेक होम राशन की जगह मिलेगा लड्डू :
आंगनबाड़ी केंद्रों पर आने वाले बच्चों के लिए टेक होम राशन की भी व्यवस्था रहती है। यह पके हुए भोजन के अतिरिक्त होता है। समाज कल्याण विभाग ऐसी व्यवस्था करने जा रहा कि टेक होम राशन की जगह बच्चों को पौष्टिक लड्डू व चूरन दिया जाए। आंगनबाड़ी केंद्र की सेविकाओं को इसे तैयार किए जाने को ले प्रशिक्षित किया जाएगा।