संचार की दुनिया में बड़ा बदलाव लाएगा जियो फोन नेक्स्ट.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
जी हां! जिस प्रकार से रिलायंस जियो ने मोबाइल इंडस्ट्री में अपनी क्रांतिकारी पहल से भारत को सस्ते डाटा की अगली कतार में खड़ा कर दिया है, कुछ वैसे ही रिलायंस जियो का सस्ता स्मार्टफोन जियो फोन नेक्स्ट अगले बड़े क्रांतिकारी बदलाव की नींव रखने जा रहा है।
इस फोन से लोगों की उम्मीदें इसलिए भी बढ़ गई हैं, क्योंकि इसमें दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी गूगल का न केवल इंटरेस्ट है, बल्कि उसकी बड़ी इन्वेस्टमेंट भी लगी है। जैसा कि हम सब जानते हैं कि टेक्नोलॉजी कंपनी गूगल ने कई दशकों से बड़े बदलावों को न केवल जन्म दिया है, बल्कि अपनी बेस्ट इनोवेशन से इसे दशकों तक कायम भी रखा है।
एक तरफ भारत की सबसे बड़ी मोबाइल नेटवर्क प्रदाता रिलायंस और दूसरी तरफ गूगल जिसके पास गूगल सर्च, जीमेल, क्लाउड कंप्यूटिंग सहित स्मार्टफोन ऑपरेटिंग सिस्टम एंड्रॉयड के रूप में एक बड़ा इकोसिस्टम मौजूद है, इन दोनों की भागीदारी ने रिलायंस जियो द्वारा लांच किए जाने वाले जियो फोन नेक्स्ट में लोगों की दिलचस्पी पैदा कर दी है।
इसकी तुलना कुछ कुछ टाटा की नैनो कार से की जा सकती है। हालांकि नैनो कार उतनी तेजी से मार्केट नहीं पकड़ पाई, लेकिन उसने एक बड़ा बज जरूर क्रिएट किया था। देखा जाए तो लोअर मिडिल क्लास और समाज के निचले पायदान पर खड़े लोग, जो अभी 2G से ऊपर नहीं आ सके हैं, उन सभी के हाथ में स्मार्ट फोन और इन्टरनेट की सुविधा देने की बड़ी महत्वकांक्षी योजना का नाम है जियो फोन नेक्स्ट!
जियो और गूगल, दोनों ने मिलकर एंड्राइड बेस्ड जिस ऑपरेटिंग सिस्टम को जियो नेक्स्ट के लिए बनाया है, उसके बारे में यह कहा जा रहा है कि एक सामान्य यूजर के लिए वह सफिशिएंट है। यहां तक कि प्ले स्टोर से एप्लीकेशन डाउनलोड करने तक की सुविधा भी इस नए ऑपरेटिंग सिस्टम में मिल रही है। गूगल के लिए यह चैलेंजिंग होगा कि किस प्रकार से वह एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम की एक्सक्लूसिवनेस को बचाए रखते हुए इस नए स्मार्टफोन में जरूरी फीचर प्रोवाइड करती है।
फुल फ्लैश एंड्राइड हम सभी अपने स्मार्टफोन में इस्तेमाल करते ही हैं, ऐसे में लोगों की दिलचस्पी इस बात में ज्यादा है कि आने वाले नए फोन में कौन सा फीचर रहेगा, जो 2G इस्तेमाल करने वालों को सस्ता भी लगेगा और उसमें स्मार्टफोन वाली इन्टरनेट की फीलिंग भी आएगी। जाहिर तौर पर यह बड़ी चुनौती है, किंतु चुनौतियों से खेलना मुकेश अंबानी की भी आदत है, और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई की भी!
दोनों इंडस्ट्री लीडर बड़े कदम उठाने के लिए जाने जाते हैं, जो करोड़ों लोगों की जिंदगी सीधे तौर पर प्रभावित करते हैं। वैसे शुरुआती तौर पर वॉइस असिस्टेंट और ट्रांसलेशन की सुविधा के साथ प्ले स्टोर से एप इंस्टॉल करने की सुविधा इस फोन में हो सकती है।
वहीं अगर कीमत की बात की जाए तो अभी इसके बारे में कुछ ठोस निकल कर सामने नहीं आया है, लेकिन 2500 से 3000 रूपये के बीच में इस बेहतरीन फोन की कीमत हो सकती है। चूंकि 5000 – 6000 के फुल फ्लेज्ड स्मार्टफोन ही आते हैं, इसीलिए इस कीमत का अंदाजा एक्सपर्ट लगा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि यह दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन हो सकता है।
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने इस फोन के कैमरे की क्वालिटी भी बेहतरीन होने का दावा किया है। साथ ही महंगे फीचर फोन में जो सुविधाएं हैं, उनमें से भी कई सुविधाएं इस फोन में दी जाएंगी। बहुत मुमकिन है कि इस फोन में रिलायंस जियो के सिम की इस्तेमाल की बाध्यता हो। आखिर, कीमत को कहीं न कहीं तो बैलेंस किया ही जायेगा। इससे पहले रिलायंस फीचर फोन, जो 1500 रूपये जमा करके मिलता था, वैसी कोई स्कीम कंपनी द्वारा लांच की जा सकती है। कंपनी अपना कस्टमर बेस तेज गति से बढ़ाने के लिए यह मास्टर स्ट्रोक आजमा सकती है।
इसी सितंबर में गणेश चतुर्थी के दिन यह फोन लांच होने वाला है, और इसे लेकर लोगों में खासा उत्साह दिख रहा है। जब से मुकेश अंबानी ने रिलायंस की एनुअल जनरल मीटिंग में इसकी घोषणा की है, तब से जियो फोन नेक्स्ट खबरों में बना हुआ है।
देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह क्या बदलाव लाता है!
अगर गूगल और रिलायंस जियो का यह दांव सफल रहता है, जिसकी पूरी पूरी उम्मीद दिख रही है, तो तकरीबन 30 करोड़ 2G उपभोक्ताओं के जीवन में बड़ा बदलाव आना अवश्यम्भावी है। यूं भी मुकेश अंबानी के कार्य करने की जो शैली है, उसे देखते हुए इस बात में शायद ही किसी को शक हो, क्योंकि वह जो भी करते हैं, कुछ बड़ा ही करते हैं।
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