फर्जी प्रमाणपत्र पर बहाल चार शिक्षकों की गई नौकरी, कार्रवाई से मचा हड़कंप
श्रीनारद मीडिया,स्टेट डेस्क
गोपालगंज जिले के कुचायकोट प्रखंड में चार शिक्षकों की नौकरी खत्म होगी। प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई की सोमवार को हुई बैठक में प्रखंड के चार नियोजित शिक्षकों की सेवा समाप्ति का निर्णय लिया गया। नियोजन इकाई के इस निर्णय से जिला पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना तथा विशेष कार्य पदाधिकारी गोपनीय शाखा गोपालगंज को पत्र भेजकर अवगत करा दिया गया है। बिहार के दूसरे जिलों में भी फर्जी प्रमाणपत्र पर बहाल शिक्षकों की सेवा लगातार समाप्त की जा रही है।
विदित हो कि शिक्षा विभाग में फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर नियोजित किए गए शिक्षकों के खिलाफ विजिलेंस की जांच कराई गई थी। इस जांच में कुचायकोट प्रखंड के चार शिक्षक भी फर्जी प्रमाणपत्र के आधार पर नौकरी पाने के दोषी पाए गए थे।
आवश्यक जांच के बाद गोपालगंज जिला गोपनीय शाखा के विशेष कार्य पदाधिकारी के पत्रांक 5503/ सी दिनांक 31- 12 -2021 के आलोक में सोमवार को कुचायकोट प्रखंड शिक्षक नियोजन इकाई की बैठक प्रखंड प्रमुख बबली सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस बैठक में विभागीय निर्देशों के आलोक में कुचायकोट प्रखंड में कार्यरत चार शिक्षकों की सेवा समाप्त कर दी गई।
जिन शिक्षकों की सेवा समाप्त की गई उनमें मध्य विद्यालय करवतही के शिक्षक दिनेश प्रसाद, उत्क्रमित मध्य विद्यालय रामपुर माधो कि शिक्षिका अंशु कुमारी, उत्क्रमित मध्य विद्यालय खेम मटिहानिया की शिक्षिका बसंती कुमारी और उत्क्रमित मध्य विद्यालय सुखदेव पट्टी की शिक्षिका किरण कुमारी शामिल हैं।
नियोजन इकाई ने अपने निर्णय की प्रति वरीय पदाधिकारियों को उपलब्ध करा दी है। बीडीओ वैभव शुक्ला ने बताया कि विशेष कार्य पदाधिकारी जिला गोपनीय शाखा के आदेश पर कुचायकोट प्रखंड नियोजन इकाई ने प्रखंड प्रमुख की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उपरोक्त चारों शिक्षकों की सेवा समाप्ति का निर्णय लिया है।