शहीद पति के लाज रखने के लिए ज्योति बनी आर्मी अफसर, CM ने दी बधाई
श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्क:
उत्तराखंड को देवभूमि के साथ ही वीरों की भूमि भी कहा जाता है और इसकी मिसाल हाल में ज्योति नैनवाल ने पेश की. जम्मू कश्मीर के कुलगाम में आतंकवादियों से मुठभेड़ के दौरान 2018 में शहीद हो जाने वाले दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति ने कड़ी मेहनत और लगन से सैन्य अफसर बनने की सफलता हासिल की, तो पूरे देश में उनके उदाहरण की चर्चा हुई. ज्योति की इस उपलब्धि के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी उनसे मुलाकात की और उन्हें बधाई दी. इधर, ज्योति के परिजनों का कहना है कि उन्होंने पूरे देश के साथ ही परिवार को भी गौरवान्वित किया है.
सेना में नायक दीपक नैनवाल के शहीद हो जाने के बाद ज्योति के लिए जीवन का सफर आसान नहीं था. दो छोटे बच्चों की मां ज्योति ने हर मुश्किल का सामना किया और अपने दुख से उबरकर चेन्नई के इंस्टिट्यूट में ट्रेनिंग ली और सेना में लेफ्टिनेंट का पद हासिल करने की कामयाबी हासिल की. बीते शनिवार को जब यह खबर आई तो पूरे उत्तराखंड का सीना गर्व से चौड़ा हो गया और ज्योति के परिवार का सिर फख्र से ऊंचा. गौरव के इन क्षणों को एक तरफ मुख्यमंत्री की बधाई मिली, तो दूसरी तरफ सेना से जुड़े रहे परिवार ने भी इसे यादगार क्षण माना.
यादों के बल पर मुमकिन हुआ सफर
अपने पति की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए ज्योति नैनवाल ने सेना में अधिकारी बन परिवार और देश को गौरवान्वित किया. शहीद दीपक नैनवाल का परिवार ताउम्र बेटे की शहादत को याद करेगा लेकिन इस परिवार के लिए उनकी बहू भी मिसाल बन गई है. चेन्नई से ओटीए की ट्रेनिंग पास कर ज्योति अब सेना में लेफ्टिनेंट बन गई हैं. ज्योति जब रविवार को अपने घर लौटी तो परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं था. उन्होंने कहा कि दोनों बच्चों से दूर रहना और ट्रेनिंग सकुशल पूरी करना पति की यादों के बल पर ही मुमकिन हो सका.
सीएम पुष्कर सिंह धामी के साथ ज्योति नैनवाल की मुलाकात के संबंध में एएनआई का ट्वीट.
दीपक ने कहा था, ‘नाम की लाज रखना’
इधर, बच्चे अपनी मां को वर्दी में देखकर गौरवान्वित हैं, तो ज्योति के ससुर चक्रधर नैनवाल को अपनी बहू पर नाज़ है. वह खुद सेना से रिटायर्ड हैं और कहते है कि कठिन ट्रेनिंग को पार करना आसान नहीं, लेकिन ज्योति ने दीपक के सपने को साकार किया. चक्रधर ने कहा, ‘दीपक ने जाते हुए ज्योति से कहा था कि मेरे नाम की लाज रखना और आज ज्योति ने उसके शब्दों को साकार कर दिखाया.’