अपहरण की सूचना पर हलकान रही कैमूर
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
भभुआ स्थानीय पुलिस को बगैर सूचना दिये आये दिन यूपी पुलिस द्वारा बिहार की सीमा में घुसकर अपने यहां के वांटेड अपराधियों को उठाकर ले जाने का मामला सामने आ रहा है. इसके कारण कैमूर पुलिस को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गुरुवार को भी एक ऐसा ही मामला सामने आया जिसके तहत भभुआ थाना क्षेत्र के डुमरैठ गांव से एक बाइक सवार युवक को एक सिविल गाड़ी में सिविल ड्रेस में कुछ लोगों द्वारा बाइक को रुकवा कर उसे उठा लिया गया.
दिनदहाड़े इस घटना को देखकर स्थानीय लोगों ने यह अंदाजा लगाया कि उक्त युवक का अपहरण कर लिया गया और इसकी सूचना तत्काल स्थानीय भभुआ थाना, एसडीपीओ, एसपी सहित अन्य अधिकारियों को दी. दिनदहाड़े युवक के अपहरण की सूचना मिलने पर कैमूर पुलिस तत्काल युवक की बरामदगी व अपराधियों को पकड़ने के लिए जिले के सभी स्थानों में सूचना देकर बगैर नंबर प्लेट की कार को जांच करने व घेराबंदी करने का निर्देश दिया गया.
उक्त निर्देश पर सभी थाने की पुलिस अपने-अपने क्षेत्र में वाहन जांच शुरू कर दी. इधर, भभुआ थाने के थानेदार व एसडीपीओ शिव शंकर कुमार ग्रामीणों की सूचना के आधार पर जिस गाड़ी से युवक को उठाया गया था, उसका पता लगाने में जुट गये. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर भभुआ थाने की पुलिस चैनपुर के इसीया गांव तक गयी.
रास्ते में लगे सीसीटीवी फुटेज को जब देखा तो उक्त गाड़ी पर पुलिस का लोगो लगा हुआ था.जिस बाइक से युवक को उठाया गया था उस बाइक पर भी कोई नंबर नहीं था. जिस सिविल गाड़ी से उठाया गया, उसे पर पुलिस का लोगो लगे होने से कैमूर पुलिस को आशंका हुई कि यहां,अपहरण का मामला नहीं है कि बल्कि यूपी पुलिस द्वारा यहां से किसी मामले में वांछित व्यक्ति को उठाया गया है.
कैमूर पुलिस जब यूपी पुलिस से संपर्क साधा तो इसके बाद पता चला कि बनारस की पुलिस करीब आठ मामलों में फरार चल रहे डुमरैठ गांव के डोमा मुसहर के पुत्र शिवपरसन मुसहर को गिरफ्तार कर बनारस ले गयी है. इसके बाद कैमूर पुलिस ने राहत की सांस ली.
उक्त गिरफ्तार युवक बनारस में गृहभेदन, चोरी सहित इसी तरह के अपराध के आठ मामलों में फरार चल रहा था. हालांकि कैमूर पुलिस द्वारा उत्तर प्रदेश की पुलिस के युवक के गिरफ्तार करने के तरीकों पर आपत्ति जतायी गयी है. =
स्थानीय पुलिस को बगैर सूचना गिरफ्तार करना है नियमों के विरुद्ध दरअसल, अपने थाना क्षेत्र से अगर किसी दूसरे थाना क्षेत्र में या दूसरे राज्य में आरोपित व्यक्ति को गिरफ्तार करने जब कोई पुलिस जाती है, तो नियमानुसार यह है कि उसे स्थानीय थाना को उक्त व्यक्ति के बाबत सूचना देनी है और यह बताना है कि उसे किस मामले में और किस थाना के मामले में गिरफ्तार करना है और स्थानीय थाने की मदद से उक्त व्यक्ति को गिरफ्तार कर विधिवत थाने को सूचना दें.
लेकिन यूपी का सीमावर्ती जिला कैमूर होने के कारण आये दिन यह देखा जा रहा है कि यूपी पुलिस सादे लिबास मैं कैमूर जिले में आकर अपने यहां के वांछित अपराधियों को गिरफ्तार कर बगैर किसी सूचना के लेकर यूपी चली जाती है और कैमूर पुलिस व जिस व्यक्ति को उठाकर ले जाती है उसके परिजन घंटों परेशान रहते हैं.
क्या कहते हैं एसडीपीओ एसडीपीओ शिव शंकर कुमार ने बताया कि स्थानीय ग्रामीणों द्वारा अपहरण की सूचना दी गयी, जिसके बाद पुलिस द्वारा विभिन्न जगहों पर वाहन जांच व उक्त गाड़ी के जाने वाले रास्तों पर जांच की जा रही थी. इसी बीच बनारस पुलिस द्वारा सूचना दी गयी थी वे लोग अपने यहां गृहभेदन चोरी के मामले में फरार चल रहे डुमरैठ के युवक को गिरफ्तार कर अपने यहां ले आये हैं. उनके इस तरीके पर आपत्ति दर्ज करायी गयी है.
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