केरल मेरे दिल में खास जगह रखता है-आरिफ मोहम्मद खान
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
राज्य छोड़ने से पहले यहां पत्रकारों से बात करते हुए खान ने केरल सरकार और राज्य के लोगों को शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत मलयालम में करते हुए कहा कि मेरा कार्यकाल पूरा हो गया है लेकिन, केरल अब मेरे दिल में एक बहुत ही खास जगह रखता है। मेरी भावनाएं, केरल के साथ मेरा जुड़ाव खत्म नहीं होने वाला है। यह अब एक आजीवन बंधन है।
सरकार लोगों के कल्याण के लिए करेगी काम
राज्य सरकार के साथ तनावपूर्ण संबंधों के बारे में उन्होंने कहा कि इस दौरान कोई उथल पुथल नहीं रहा। खान ने कहा कि उन्होंने केवल उसी अधिकार का प्रयोग किया जो राज्य विधानसभा द्वारा राज्यपाल को कुलाधिपति के रूप में सौंपा गया है। खान ने कहा कि किसी अन्य मुद्दे पर कोई विवाद नहीं हुआ। मुझे उम्मीद है कि सरकार लोगों के कल्याण के लिए काम करेगी।
अब बनेंगे बिहार के राज्यपाल
कोई आधिकारिक विदाई नहीं दिए जाने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि पूरा देश पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक मना रहा है और इस तरह के समारोह के आयोजन के लिए यह आदर्श समय नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य से जाते समय वे सभी के बारे में केवल अच्छी बातें कहना चाहते हैं। खान आने वाले दिनों में बिहार के राज्यपाल का पद भार संभालेंगे, जबकि राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर केरल के नये राज्यपाल का कार्यभार संभालेंगे।
वहीं, वैचारिक रूप से केरल की वामपंथी सरकार को चुनौती देने वाले आरिफ मोहम्मद खान को बिहार का नया राज्यपाल बना गया है। जबकि बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर को केरल भेजा गया है।
आखिर वीके सिंह को क्यों भेजा गया मिजोरम?
ओडिशा के राज्यपाल रघुवरदास का इस्तीफा स्वीकार कर मोदी सरकार ने उनकी सक्रिय राजनीति में वापसी के संकेत दिए हैं। ओडिशा में रघुवरदास की जगह मिजोरम के राज्यपाल हरी बाबू खंभनपति को राज्यपाल बनाकर भेजा गया है। खंभनपति की जगह जनरल वीके सिंह को मिजोरम का राज्यपाल बना गया है। मिजोरम जैसे सीमावर्ती राज्य और वहां के नए मुख्यमंत्री जोराथंबा के अमेरिका में राष्ट्रीय एकता के खिलाफ बयान को देखते हुए जनरल वीके सिंह को राज्यपाल का जिम्मा सौंपने को अहम माना जा रहा है।
मणिपुर में अजय भल्ला की नियुक्त भी अहम
वहीं, एक साल भीतर विधानसभा चुनावों को देखते हुए आरिफ मोहम्मद खान को बिहार का राज्यपाल बनाए जाने को भी अहम माना जा रहा है। खान कट्टरपंथी इस्लाम के घोर विरोधी रहे हैं और मुस्लिमों के मुख्यधारा में लौटने के समर्थक रहे हैं। इसी तरह से पिछले पांच वर्ष से गृह सचिव के रूप में मणिपुर समस्या को करीब से देखने वाले अजय भल्ला को वहां का राज्यपाल बनाकर भेजा गया है। माना जा रहा है कि भल्ला वहां कुकी और मौतेयी समुदाय के बीच पैदा हुई गहरी खाई को पाटकर उन्हें बातचीत पर राजी करने की कोशिश करेंगे।
क्या सक्रिय राजनीति में लौटेंगे रघुवरदास?
राष्ट्रपति द्वारा ओडिशा के राज्यपाल रघुवरदास का इस्तीफा स्वीकार किए जाने को उनके झारखंड में सक्रिय राजनीति में लौटने के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवरदास को पिछली विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद ओडिशा का राज्यपाल बनाया गया था। लेकिन पिछले महीने विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली करारी हार के बाद उनके फिर से सक्रिय राजनीति में लौटने के कयास लगाए जा रहे थे।