मजहरुल हक कॉलेज तरवरा में पुनः प्राचार्य बने किशोर कुमार पांडेय
श्रीनारद मीडिया‚ सीवान (बिहार)
सीवान जिले के मजहरुल हक डिग्री कॉलेज, तरवारा में चार वर्षों का इंतजार की घड़ी समाप्त हुई और किशोर कुमार पांडेय पुनः प्राचार्य बने। ।ज्ञातव्य हो कि चार साल से किशोर कुमार पांडेय प्राचार्य के पद पर वापस आने के लिए बिहार सरकार के शिक्षा विभाग,राजभवन,विश्वविद्यालय, छपरा और न जाने कहाँ कहाँ पत्राचार करते रहे,इस आशा में कि कभी न कभी न्याय मिलेगा।
पत्राचार का ही नतीजा रहा कि मजहरुल हक डिग्री महाविद्यालय,तरवारा के नए शासी निकाय ने शनिवार को जय प्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा में पहली बैठक में उनके सभी कागजातों का जांच पड़ताल कर वर्तमान प्राचार्य को पदच्युत कर श्री पांडेय को पुनः प्राचार्य के पद पर नियुक्त कर दिया।
शासी निकाय के सचिव सह निवेदन समिति के अध्यक्ष,बिहार विधान परिषद सदस्य श्री केदार नाथ पांडेय ने शनिवार को ही उन्हें प्राचार्य के पद पर योगदान करने और मजहरुल हक डिग्री महाविद्यलय का कार्य भार संभालने के लिए नियुक्ति पत्र दे दिया।
आपको बताते चले कि श्री किशोर कुमार पांडेय जय प्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा के संबंद्ध इकाई मजहरुल हक डिग्री महाविद्यलय,तरवारा में सन 2006 से प्राचार्य के पद पर थे,किन्तु सन 2017 में मामूली रुपये के अनियमितता के मामले में शासी निकाय के सचिव सच्चिदानंद सिंहऔर प्राचार्य किशोर कुमार पांडेय के विरुद्ध मामला दर्ज हुआ। किन्तु एक साजिश के तहत मार्च में ही श्री पांडेय की गिफ्तारी हो गयी और वे जेल चले गए।
जबकि सचिव सच्चिदानंद सिंह गिफ्तार नही हुए और अपने पद पर बने रहे। इस बीच शासी निकाय ने किशोर कुमार पांडेय को निलंबित कर दिया और सचिव सच्चिदानंद सिंह ने अपने पुत्र सुबोध कुमार को ही प्राचार्य के पद पर आसीन कर दिया। जो महाविद्यलय में कार्यरत शिक्षकों में सबसे जूनियर थे। जेल से आने के बाद नियमानुसार श्री पांडेय प्राचार्य के पद का कार्य भार दे देना चाहिए किन्तु शासी निकाय द्वारा ऐसा नही किया गया।
तत्पश्चात किशोर कुमार पांडेय प्राचार्य के पद पर पुनः वापसी के लिए प्रयास करते रहे किन्तु शासी निकाय ने उनकी एक न सुनी। उन्होंने बिहार सरकार के शिक्षा विभाग,राज भवन,विश्वविद्यालय, छपरा और अपीलीय प्राधिकार सहित न जाने कहाँ कहाँ उन्होंने न्याय के लिए गये। सभी जगह से प्रभार दिलाने का पत्र आते रहा कि उन्हें प्राचार्य के पद पर योगदान कराया जाए। किन्तु शासी निकाय उनकी एक न सुनी। किन्तु शासी निकाय का कार्यकाल चार साल पूरा होने के कारण जब बिहार सरकार के निर्देश पर जय प्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा के माननीय कुलपति डॉ फारूक अली ने कॉलेज में एडहाक कमिटी बना दिया। जिसका अधिसूचना 29 सितंबर को माननीय कुलसचिव डॉ आर पी बब्लू ने कर दिया। था। कमिटी की पहली बैठक शनिवार को विश्वविद्यालय, छपरा में हुई। जिसमें कमिटी के सदस्यों ने प्रस्तुत श्री पांडेय द्वारा किये गए पत्राचार का अवलोकन कर पूर्व के प्राचार्य को पदच्युत कर किशोर कुमार पांडेय को महाविद्यालय का कार्य भार सौपते हुए प्राचार्य का नियुक्ति पत्र दे दिया।
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