कुरुक्षेत्र बना पर्यटकों का मुख्य आकर्षण का केंद्र : डा. वैशाली शर्मा
श्रीनारद मीडिया, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, कुरूक्षेत्र :
कुरुक्षेत्र : अन्तर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के उपलक्ष्य में श्रीकृष्ण संग्रहालय में मुख्य अतिथि के तौर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड, डॉ. वैशाली शर्मा, आई.ए.एस. ने कहा कि कुरुक्षेत्र स्थित श्रीकृष्ण संग्रहालय आज कुरुक्षेत्र आने वाले पर्यटकों के मुख्य आकर्षण का केन्द्र बन चुका है। इस अवसर पर उन्होेंने इस वर्ष अन्तर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस की थीम ‘शिक्षा एवं अनुसंधान के लिए संग्रहालय’ को देखते हुए श्रीकृष्ण संग्रहालय में मई 2024 से मई 2025 तक वर्षभर साप्ताहिक लोक कला एवं शिल्प शिक्षा शिविरों के आयोजन तथा महाभारत के अनेक पक्षों पर नियमित शोध की घोषणाएं की। उन्होंने कहा कि संग्रहालय में इन साप्ताहिक शिविरों में विद्यार्थियों को भारतीय लोक चित्रकला की विभिन्न शैलियों का तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ ही कुरूक्षेत्र के विद्वानों के सक्रिय सहयोग एवं सहभागिता से महाभारत जैसे विषय पर वर्षभर शोध किया जाएगा जोकि संग्रहालय की प्रदर्शनियों एवं कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के प्रकाशनों हेतु बहुत महत्वपूर्ण प्रयास सिद्ध होगा। आज इस अवसर पर माननीय मुख्य अतिथि द्वारा श्रीकृष्ण संग्रहालय के ब्रोशर का भी विमोचन किया गया।
इस अवसर पर संग्रहालय में आयोजित कुरुक्षेत्र जिले से अनेक स्कूलों ने पोस्टर प्रतियोगिता में भाग लिया जिसमें राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, थानेसर की हिना ने प्रथम पुरस्कार एवं इसी विद्यालय की हिमांशी ने द्वितीय पुरस्कार तथा अग्रसेन पब्लिक स्कूल, कुरुक्षेत्र के मंयक रावत ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। प्रतियोंिगता के इन विजेताओं को मुख्य अतिथि डॉ. वैशाली शर्मा द्वारा प्रमाण-पत्र एवं पुरस्कार राशि देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्य अशोक रोशा द्वारा मंचासीन अतिथियों जिनमें श्रीकृष्ण संग्रहालय की संचालन समिति के सदस्य डॉ. गुरचरण सिंह तथा सलाहकार समिति के सदस्य प्रोफेसर रवि भूषण कुमार एवं प्रोफेसर एस.पी.शुक्ला को अंगवस्त्र एवं कॉफी टेबल बुक भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अन्त में मुख्य अतिथि डॉ. वैशाली शर्मा को श्रीकृष्ण संग्रहालय द्वारा नवीं-दसवीं शती ईस्वी की विष्णु की प्रतिमा की प्रतिकृति स्मृतिचिन्ह के रूप में भेंट की गई। कार्यक्रम का समापन शांतिपाठ के साथ सम्पन्न हुआ जिसमें नगर के अनेक गणमान्य व्यक्तियों, अध्यापकों, प्रतिभागियों सहित संग्रहालय कर्मियों ने भाग लिया।
यह भी पढ़े
सिसवन की खबरें : थाना में भूमि से जुड़े दो मामले का हुआ निपटारा
दरभंगा में दिनदहाड़े सीएसपी संचालक से लाखों की लूट, ग्रामीणों ने खदेड़कर दो को पकड़ा
सीएसपी संचालक हत्याकांड में एसपी ने लिया संज्ञापन, एक्शन में पुलिस