जागरूकता और शिक्षा की कमी बनी थी टीकाकरण में दीवार, अब जीवन रक्षा अपनाने को तैयार
• 200 से अधिक घर वाले गांव में लोगों को है वैक्सीन का इंतजार
• शुरूआती दौर में भ्रांति और अफवाह बनी थी टीकाकरण में बाधक
• लोगों ने कर दिया टीका लेने से इनकार, अब हुए राजी
श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, छपरा (बिहार):
वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से पहले हीं टीकाकरण की शुरुआत की गयी थी। शुरुआती दौर में कोविड टीकाकरण को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों को काफी चुनौतियों और विरोध का सामना भी करना पड़ा था। कई गांवों में आमलोग टीका लेने से साफ-साफ इनकार कर रहे थे। एक ऐसा हीं उदाहरण है सारण जिले के मशरक प्रखंड के बड़ी मुसहर टोली गांव। जहां के लोगों ने जागरूकता के अभाव में टीका लेने से इनकार कर दिया था तथा स्वास्थ्यकर्मियों का विरोध किया था। उस समय लोगों में टीकाकरण को लेकर उतनी जागरूकता नहीं थी। बड़ी मुसहर टोली गांव में करीब 200 घर है और यहां हजारों परिवार रहते हैं। भ्रांति-अफवाह और जागरूकता कमी के कारण लोगों ने टीका लेने से इनकार कर दिया था। लेकिन धीरे-धीरे लोगों की सोच में बदलाव आया है। अब यहां के लोग वैक्सीन लेने के लिए तैयार हो चुके हैं।
अब मैं टीका लेने के लिए तैयार हूं:
बड़ी मुसहर टोली गांव की रहने वाली सुगा देवी कहती हैं कि जब टीकाकरण शुरू हुआ था तो लोगों में एक अलग सा डर था कि टीका लेने के बाद क्या होगा। गांव के कोई भी लोग नहीं ले रहा था तो मैंने भी नहीं लिया। लेकिन अब तो हर कोई ले चुका है किसी को कुछ नहीं हुआ। अब मैं भी टीका लेने के लिए तैयार हूं और अपने घर में सभी लोगों का टीकाकरण कराउंगी।
युवा होने का जिम्मेदारी निभाएंगे:
उसी गांव के युवा बलिस्टर राउत कहते हैं कि पहले जाने-अंजाने में जो हुआ वो गलत हुआ। हम लोग उतना पढ़े लिखे नहीं हैं। इस वजह से टीका के फायदे के बारे में समझ नहीं सके। अब हम लोग काफी कुछ समझ चुके हैं। मैं खुद तो टीका लेने जाउंगा हीं इसके साथ हीं जितने भी हमारे दोस्त हैं उन्हें भी टीकाकरण के लिए प्रेरित करूंगा।
कोरोना में कई लोगों ने अपनो को खो दिया:
रामबाबू राय ने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण मशरक में भी कई लोगों की मृत्यु हुई। कई परिवार ने अपनो को खो दिया। लेकिन जो लोग टीका ले चुके थे अगर वह संक्रमित हुए तो किसी की मौत नहीं हुई यह बात मुझे अब समझ आ गयी है। मैं टीका लेने के लिए तैयार हूं।
सीएस बोले- हर व्यक्ति का टीकाकरण कराना हमारा लक्ष्य
सिविल सर्जन डॉ. जेपी सुकुमार ने कहा कि पहले जो लोग इनकार कर चुके थे, अब उनकी सोच में बदलाव आया है। इसमें हमारे स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के साथ-साथ समाज जनप्रतिनिधि, धर्मगुरु, सहयोगी संस्था और मीडिया की काफी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हमारा लक्ष्य है कि प्रत्येक व्यक्ति का टीकाकरण किया जाये ताकि संक्रमण मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार किया जा सके। उस क्षेत्र में विशेष टीकाकरण सत्र आयोजित किया जायेगा। इसके साथ डोर-टू-डोर टीम को भेजा जायेगा।
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