लालू यादव हिंदुओं के खिलाफ बोलते-बोलते हिंदू की परिभाषा भूल गए हैं-सीएम हिमंत सरमा
पीएम मोदी के पास परिवार नहीं है- लालू प्रसाद
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
लोकसभा चुनाव से पहले परिवारवाद को लेकर एक बार फिर राजनीतिक बहस छिड़ गई है। राष्ट्रीय जनता दल ने अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के पीएम नरेंद्र मोदी के परिवार पर टिप्पणी वाले बयान पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने पलटवार किया है। सीएम सरमा ने कहा, “अगर लालू यादव बोल रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिंदू नहीं हैं तो लालू यादव की हिंदुओं बारे में जो भी जानकारी है वह खत्म हो गई होगी, बहुत दिनों से वे हिंदुओं के खिलाफ बोलते-बोलते हिंदू की परिभाषा भूल गए हैं।”
आपके पास परिवार नहीं है- लालू प्रसाद
बिहार के पूर्व सीएम लालू प्रसाद ने शनिवार को महागठबंध की जन विश्वास रैली को संबोधित करते पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “नरेंद्र मोदी आजकल परिवारवाद का जिक्र कर रहे हैं। आपके पास परिवार नहीं है। आप हिंदू भी नहीं हैं।”
मैं हूं मोदी का परिवार- पीएम मोदी
वहीं, लालू प्रसाद के इस बयान पर पीएम मोदी ने तेलंगाना के अदिलाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए सोमवार को कहा,”मेरे परिवार को लेकर मेरे ऊपर निशाना साधा गया। लेकिन, अब पूरा देश बोल रहा है कि मैं हूं मोदी का परिवार। पीएम मोदी के बयान के बाद भाजपा नेताओं ने मुहिम चलाकर खुद को ‘मोदी का परिवार’ कहना शुरू कर दिया है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को कहा कि राज्य पुलिस गुवाहाटी में भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान हिंसा को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को समन जारी करेगी। सीएम सरमा ने कहा कि राहुल गांधी को पुलिस के समक्ष उपस्थित होना होगा। यह नोटिस असम पुलिस द्वारा लोकसभा चुनाव के बाद भेजी जाएगी।
सीएम सरमा ने गुवाहाटी के एक आधिकारिक समारोह के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए कहा, “जब कोई कानून तोड़ता है, तो जाहिर तौर पर समन जारी किया जाएगा। समन राहुल गांधी के पास जाएगा और उन्हें लोकसभा चुनाव के बाद यहां उपस्थित होना होगा।”
जनवरी में न्याय यात्रा के दौरान हुई थी हिंसा
सरमा ने कहा कि कांग्रेस विधायक जाकिर हुसैन सिकदर और असम कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा को जारी समन प्रक्रिया की “शुरुआत” है। मुख्यमंत्री जनवरी में यात्रा के दौरान शहर के अंदर मुख्य सड़कों से गुजरने की कोशिश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा बैरिकेड तोड़ने पर गुवाहाटी पुलिस द्वारा दर्ज किए गए मामले का जिक्र कर रहे थे।
पुलिस पहले ही इस मामले में कर चुकी है पूछताछ
शुरुआती नोटिस सिकदर और पार्टी के गुवाहाटी शहर के महासचिव रमेन कुमार सरमा को जारी किए गए थे और उन दोनों से पुलिस पहले ही पूछताछ कर चुकी है। बाद में राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता देबब्रत सैकिया और बोरा को भी समन भेजा गया लेकिन वे दोनों निर्धारित तिथि पर उपस्थित नहीं हुए।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया, “हमने दोनों को दूसरी बार नोटिस जारी किया है। सैकिया को 6 मार्च को हमारे सामने पेश होने के लिए कहा गया है, जबकि बोरा को 7 मार्च को आने के लिए कहा गया है।”
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