आचार्य किशोर कुणाल का आज अंतिम संस्कार

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार के चर्चित पूर्व आईपीएस और महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल काअंतिम संस्कार कािया जाएगा. रविवार को 74 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. कार्डियक अरेस्ट होने के कारण शनिवार की शाम पटना स्थित महावीर वत्सल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान आचार्य किशोर कुणाल का निधन हो गया.

कोनहारा घाट पर अंतिम संस्कार: आचार्य किशोर कुणाल का अंतिम संस्कार हाजीपुर स्थित कोनहारा घाट पर किया जाएगा. पटना के जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह ने जानकारी की कि परिवार वालों की इच्छा है कि उनका अंतिम संस्कार कोनहारा घाट पर ही हो. आज सोमवार को पूरे सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.

महावीर मंदिर लाया जाएगा पार्थिव शरीर: पटना डीएम डॉक्टर चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि सोमवार को अंतिम यात्रा पटना आवास से निकाली जाएगी. पार्थिव शरीर को महावीर मंदिर और महावीर मंदिर ट्रस्ट के अस्पतालों में कुछ देर के लाया जाएगा. उसके बाद उनकी अंतिम यात्रा हाजीपुर को कोनहारा घाट के लिए रवाना होगी. पटना जिला प्रशासन अंतिम यात्रा की तैयारी कर रही है.

सीएम ने जताया शोक: रविवार को जैसे ही किशोर कुणाल के निधन की खबर मिली, बिहार में शोक का माहौल हो गया. राज्यापाल विश्वनाथ आर्लेकर, सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा सहित तमाम नेताओं ने शोक जताया. पटना के कुर्जी स्थित निजी आवास पर अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ने लगी.

मंत्रियों ने दी श्रद्धांजलि: बहू और समस्तीपुर सांसद शांभवी चौधरी और इकलौते पुत्र सायन कुणाल भी रहे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव दीपक कुमार, पटना के आयुक्त कुमार रवि, जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह सहित अनेक अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. बिहार विधानसभा के उपाध्यक्ष नरेंद्र नारायण यादव, बिहार सरकार के मंत्री और किशोर कुणाल के समधी अशोक चौधरी सहित अनेक वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.

बड़े हस्ती थे किशोर कुणाल: किशोर कुणाल मुजफ्फरपुर के बरूराज के रहने वाले थे. गुजरात कैडर में आईपीएस की नौकरी के बाद बिहार के पटना में भी एसएसपी रहे. इसके बाद संस्कृत विश्वद्यालय के कुलपति, बिहार धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष और महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव रहे. अयोध्या राम मंदिर ट्रस्ट के भी सदस्य रहे. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान इन्होंने ट्रस्ट की ओर से 10 करोड़ का चेक दिया था. रामलला के लिए सोने का धनुष प्रदान किए थे.

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