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यूपी पुलिस में तैनात एक आईपीएस अफसर की छुट्टी सवालों के घेरे में - श्रीनारद मीडिया

यूपी पुलिस में तैनात एक आईपीएस अफसर की छुट्टी सवालों के घेरे में

यूपी पुलिस में तैनात एक आईपीएस अफसर की छुट्टी सवालों के घेरे में

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श्रीनारद मीडिया, राकेश सिंह, स्‍टेट डेस्‍क:

लखनऊ: आपात स्थिति में लोगों की मदद के लिए तत्पर रहने वाली यूपी पुलिस की इकाई में तैनात एक आईपीएस अफसर की छुट्टी सवालों के घेरे में है। करीब दो माह पहले यह आईपीएस निजी कार्य के लिए मुख्यालय छोड़ने की अनुमति लेकर गए। फिर अगले दिन इन्होंने अपने वरिष्ठ अफसर को वॉट्सऐप पर स्वास्थ्य खराब होने की सूचना दी और अपने सरकारी और निजी फोन नंबर दोनों बंद कर लिए। अफसर इस तरह लापता हुए तो परिवार और मुख्यालय वाले चिंता में आ गए। अफसर की लोकेशन की जानकारी के लिए लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट पुलिस की मदद ली गई। मोबाइल फोन लोकेशन से पता चला कि अफसर सुरक्षित हैं और वेस्ट यूपी से सटे राज्य के एक चर्चित जिले में हैं। अफसर को गए 66 दिन हो गए हैं। घरवालों को उनका कोई पता नहीं है और ऑफिस के लोगों का दावा है कि वह मेडिकल लीव पर हैं।

यह अफसर पीपीएस से आईपीएस में प्रमोट हुए हैं। आईपीएस के रूप में इनकी यह पहली तैनाती है, जो अगस्त 2021 में मिली थी। उन्होंने 6 मार्च, 2022 को निजी कार्य के लिए बाहर जाने की अनुमति ली और ऑफिस से चले गए। अफसर के घर न लौटने पर परिवारवालों ने इकाई के प्रमुख से संपर्क किया तो उन्होंने लखनऊ पुलिस कमिश्नर से लोकेशन पता करने के लिए मदद मांगी। अफसर का मोबाइल ट्रेस करवाया गया तो उसकी लोकेशन गाजियाबाद, सहारनपुर व हरिद्वार के आसपास मिली।

बताया डिप्रेशन का मरीज
अफसर के सुरक्षित होने की पुष्टि होने के बाद लखनऊ पुलिस से मामला वापस ले लिया। इस बीच अफसर ने विभागीय कार्रवाई से बचने के लिए 13 मार्च को खुद के गंभीर डिप्रेशन व हाइपरटेंशन का मरीज होने का दावा किया और दो अस्पतालों पर्चा लगाकर प्रार्थनापत्र भेज दिया। इसकी सूचना एडीजी-कार्मिक को उनके प्रार्थनापत्र और मेडिकल पर्चों के साथ भेज दी गई। इस बीच एक महीने तक अफसर ड्यूटी पर नहीं आए। जिस पर उनके प्रमुख ने 14 अप्रैल, 2022 को फिर उन्हें पत्र लिखकर बिना बताए गैरहाजिर होने का नोटिस दिया और हाजिर होने के लिए कहा। हालांकि, अफसर ने अभी तक ड्यूटी जॉइन नहीं की है। उनके प्रमुख का कहना है कि वह मेडिकल लीव पर हैं। अफसर के घरवालों को इस बात की जानकारी न होने के सवाल पर प्रमुख का कहना है कि यह उनके घर का मामला है।

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