रांची में पांचवें तल से गिरकर लिफ्टमैन की मौत, परिवार ने लगाया हत्या का आरोप.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
रांची सदर अस्पताल के पांचवें तल से गिरकर लिफ्टमैन सह ऑक्सीजन पाइपलाइन मेंटेनेंस कर्मी राहुल कुमार (26) की मौत हो गई। घटना बीते मंगलवार देर रात की है। हालांकि परिजन इसे हत्या करार दे रहे हैं। परिजनों ने अस्पताल के दो कर्मियों पर राहुल की हत्या का आरोप लगाया है।
राहुल मूल रूप से गढ़वा जिले के केतार थाना क्षेत्र के परसुडीह का रहने वाला था। वर्तमान में वह सदर अस्पताल में ही रहता था। अस्पताल कर्मियों के अनुसार रात करीब ग्यारह बजे अचानक कुछ गिरने की आवाज आयी। आसपास में मौजूद कर्मी दौड़कर गए तो देखा कि राहुल जमीन पर पड़ा हुआ है। उसके सिर से खून बह रहा था। हाथ और पैर टूट गया था। आनन-फानन में उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने के बाद लोअर बाजार थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के बाद बुधवार को परिजनों को सौंप दिया। इधर, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
सत्येंद्र व वैभव पर राहुल की जान लेने का आरोप
मृतक के पिता हरिहर बैठा का आरोप है कि उनके बेटे की जान एक साजिश के तहत ली गई है। घटना से तीन दिन पहले अस्पताल के दो कर्मी वैभव सोरेन और सत्येंद्र ठाकुर से राहुल की किसी बात को लेकर बकझक हुई थी। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों ने राहुल के साथ मारपीट कर दी। दोनों ने उसी मारपीट का बदला राहुल को अस्पताल के पांचवे तल से ढकेल कर लिया है, जिससे उसकी मौत हुई। पिता के अनुसार ड्यूटी समाप्त करने के बाद राहुल अपने कमरे में था, बगल वाले कमरे में सत्येंद्र और वैभव शराब पी रहे थे। इस दौरान राहुल ने शिकायत करने की बात कही थी। साढ़े नौ बजे रात में राहुल ने अपने घर वालों से बातचीत भी की थी। उस समय तक वह सही था। 11:30 बजे जानकारी मिली कि राहुल की मौत हो चुकी है।
हत्या या हादसा उलझी पुलिस, जुटी जांच में
मृतक के पिता हरिहर बैठा का आरोप है कि राहुल को एक साजिश के तहत मार डाला गया है। हालांकि पुलिस इस निष्कर्ष पर नहीं पहुंच पाई है कि मामला हत्या का है या हादसा का। फिलहाल पुलिस अलग-अलग बिंदुओं पर छानबीन में जुटी है। हालांकि इस घटना में सदर अस्पताल प्रबंधन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिस पांचवे तल्ले से राहुल गिरा है, वहां सीसीटीवी कैमरा तक नहीं लगा है। न ही बाहरी छोर पर कैमरा लगा है, जहां से गिरते हुए देखा जा सके। इस घटना के सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन सवालों के घेरे में है, जबकि मृतक के पिता ने भी पुलिस से सीसीटीवी फुटेज खंगालने का अनुरोध किया है। अब पुलिस के पास सत्यता जांचने के लिए अस्पताल प्रबंधन फुटेज उपलब्ध नहीं करा पा रहा। अब पुलिस पूछताछ और पोस्टमार्टम के भरोसे घटना का सच जानने में जुटी है।
चार साल पहले हुई थी शादी
राहुल तीन भाइयों में बड़ा था। वर्ष 2017 में उसकी शादी हुई थी। दो साल का एक बेटा है। राहुल की एक बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है। उसके पति बीएसएफ में हैं। राहुल सदर अस्पताल में पिछले दो महीने से कार्यरत था। उसे दस हजार रुपये वेतन मिलता था।
60 फीट ऊंचाई से गिरा राहुल
जिस खिड़की से राहुल गिरा है, उसकी ऊंचाई फ्लोर से तीन फीट है। यानी सामान्य हाइट के आदमी के कमर तक। वहीं, पांचवे तल्ले से जमीन तक की ऊंचाई करीब 60 फीट है। वहां से तभी कोई गिर सकता है, जब खिड़की पर कोई बैठे या चढ़े। इसके अलावा धक्का देने से ही गिरने की संभावना है। हालांकि जिन सहकर्मियों पर आरोप है, उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में दोनों ने बताया है कि राहुल के साथ उन्होंने शराब पी थी। इसके बाद सो गए थे। सोने के बाद क्या हुआ, इसकी जानकारी किसी को नहीं। पुलिस सभी पहलुओं पर अभी पूछताछ जारी रखी है।
घटना के बाद मच गई थी अफरा-तफरी
घटना के बाद अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई थी। अस्पताल के कर्मियों ने आनन-फानन में उसे अस्पताल में ही भर्ती कराया था। हालांकि चिकित्कों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। गिरते ही उसकी मौत हो गई थी। हाथ-पांव मुड़ गए थे। शरीर के कई हिस्से छिल गए थे। हालांकि पुलिस को अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है।