यूपी की तरह बिहार में भी पलट सकती है अपराधियों की गाड़ी.
दिल्ली से पटना आ रही फरक्का एक्सप्रेस से 36 किलो चांदी जब्त.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
दरभंगा से भाजपा विधायक संजय सरावगी ने बिहार में अपराध के मुद्दे पर बात करते हुए विपक्ष के शासनकाल से मौजूदा शासनकाल की तुलना की। उन्होंने कहा कि विपक्ष की सरकार के समय हत्या, लूट, रंगदारी, अपहरण की वारदातें आम थी। भाजपा विधायक ने पिछले साल उत्तर प्रदेश के बहुचर्चित विकास दूबे एनकाउंटर का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार में भी गाड़ियां पलट सकती हैं।
बिहार विधानसभा परिसर में पत्रकारों के साथ बातचीत के दौरान संजय सरावगी ने उदाहरण देते हुए कहा कि सीतामढ़ी में अगर दारोगा की हत्या हुई तो वहां अपराधी की गाड़ी पलट गई। हमलोग बता देना चाहते हैं कि यदि सूबे में अपराधियों का स्पीड बढ़ेगा, तो हमारे यहां भी स्पीड ब्रेकर हैं और उत्तर प्रदेश की तरह यहां भी गाड़ी पलट जाएगी।
भाजपा विधायक ने माना कि भले ही बिहार अपराध बढ़ रहा है, मगर सरकार हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठी है, सरकार भी अपना काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अपराधियों में पुलिस प्रशासन को लेकर दहशत होनी चाहिए। अगर इसके लिए एनकाउंटर भी करना पड़े तो बिहार पुलिस को पीछे नहीं हटना चाहिए। अपराधियों के बीच दहशत होनी चाहिए कि अगर हम अपराध करेंगे तो किसी भी स्तर पर जाकर पुलिस प्रशासन कार्रवाई कर सकती है।
उत्तर प्रदेश के एनकाउंटर स्टाइल से प्रेरित होने के सवाल पर संजय सरावगी ने कहा कि मॉडल चाहे किसी भी राज्य से लिया गया हो, लेकिन दहशत होना जरूरी है। बड़े और गंभीर अपराधियों का एनकाउंटर होना जरूरी है। जिस तरह उत्तर प्रदेश में अपराधी डरते हैं, वैसे ही यहां भी अपराधियों का मनोबल घटना चाहिए। इससे पुलिस प्रशासन का जनता के बीच विश्वास बनेगा, वहीं अपराधी डरेंगे। उन्होनें कहा कि इस मांग को अवश्य उठाया जाएगा क्योंकि हम यहां जनप्रतिनिधि के रूप में मौजूद हैं। सरकार को दिशा दिखाने का काम भी हमलोग ही करेंगे।
दिल्ली से चलकर पटना जंक्शन आने वाली फरक्का एक्सप्रेस में चेकिंग के दौरान जीआरपी ने एक आभूषण कारोबारी के पास से 36 किलोग्राम चांदी के जेवर जब्त कर लिये।
जीआरपी प्रभारी रंजीत कुमार ने बताया कि चांदी के साथ पकड़ा गया कारोबारी मुंगेर का रहनेवाला मनोज कुमार है, जो वाराणसी के सप्तसागर सर्राफा मंडी से चांदी से निर्मित आभूषणों को मुंगेर ले जा रहा था। जांच के दौरान उसके द्वारा आभूषण से संबंधित रसीद आदि कागजात पेश किये गये। जब्त चांदी के जेवर व खरीद बिक्री से संबंधित कागजातों की जांच वाणिज्य कर विभाग के अधिकारी करेंगे। जांच के दौरान अपना पक्ष रखने के लिए संबंधित कारोबारी को नोटिस दी गई है।