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संवेदना के आखर सहेजने वाले साहित्य साधक - श्रीनारद मीडिया

संवेदना के आखर सहेजने वाले साहित्य साधक

संवेदना के आखर सहेजने वाले साहित्य साधक
जेड ए इस्लामिया कॉलेज के सहायक आचार्य डॉक्टर जितेंद्र वर्मा जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
उनकी साहित्य साधना के स्वरूप अनेक हैं। कभी वे आलोचक के तौर पर सामने आते हैं तो कभी समीक्षक के तौर पर। लेकिन एक प्रखर साहित्यकार के तौर पर उनकी लेखनी संवेदना के अक्षर ही लिखती है। शोषितों वंचितों की आवाज उनकी रचना में मुखर होकर उमड़ पड़ती हैं। साहित्य में इंसानियत के भाव का समावेश कराने में उनकी अग्रणी भूमिका रही है। जी हां, हम बात कर रहे हैं जेड ए इस्लामिया कॉलेज के सहायक आचार्य डॉक्टर जितेंद्र वर्मा जी की। आज उनके जन्मदिन पर उन्हें कोटि कोटि बधाई।
साहित्य के असीम अनुरागी
जब घर का माहौल व्यवसाय से ओत प्रोत होता है तो बच्चे सपने भी व्यवसाय के ही देखते हैं। युवा आकांक्षा भी व्यवसाय का ही रखते हैं। परिवार के अन्य बड़े सदस्य भी व्यवसाय में ही लगे रहते हैं। ऐसे परिवार में जब कोई युवा साहित्य के प्रति रुचि दिखाता है। पढ़ाई के प्रति प्रेरित होता है। एक प्रतिष्ठित महाविद्यालय में सहायक प्रोफेसर बनता है। साहित्य साधना करने के क्रम में किताबें लिखता जाता है। अपनी मातृ भाषा भोजपुरी की सेवा में अपने को समर्पित कर देता है तो उस विशिष्ट व्यक्तित्व की आभा सकारात्मकता की आभा प्रज्जवलित अवश्य करती है।
भोजपुरी में उनकी लेखनी उजागर करती है विसंगतियों को, दिखाती है समाधान
उनका अपनी मातृभाषा भोजपुरी के प्रति भी असीम लगाव है। भोजपुरी में उनकी रचनाएं भोजपुरिया समाज की विसंगतियों को ही उजागर नहीं करती अपितु समाधान के आखर भी संजोती हैं। उनकी भोजपुरी की रचनाएं सीधे तौर पर आत्मा से संवाद कर जाती है।
प्रखर वक्ता, प्रगतिशील विचारक परंतु बेहद सहज और सरल व्यक्तित्व
उनका व्यक्तित्व बेहद सहज और सरल है। हालांकि पहली मुलाकात में आपको उनकी थोड़ी सी बेरुखी का सामना करना पड़ता हैं। लेकिन जब कुछ समय आप उनके साथ रह लेंगे तो उनके सुमधुर व्यवहार की बानगी आपको अपना मुरीद बना लेगी। वे प्रखर वक्ता हैं। वे प्रगतिशील विचारक हैं। लेकिन उनके व्यक्तित्व की गंभीरता ही उनकी खास पहचान है।
आज डॉक्टर जितेंद्र वर्मा जी के जन्मदिन पर हम ईश्वर से यहीं प्रार्थना करते हैं कि उनकी साहित्य साधना का ये सफर अनंतकाल तक चलता रहे ताकि पीड़ित मानवता को एक सबल सहारा मिलता रहे।
एक बार आपको जन्मदिन की फिर हार्दिक बधाई सर।

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