लखनऊ एसआइटी की टीम ने बड़हरिया अटखंभा के तीन युवकों को किया गिरफ्तार, चर्चाओं का बाजार गर्म
चार माह पूर्व लखनऊ में किसी व्यक्ति की हुई हत्या में गिरफ्तारी होने की है चर्चा
बड़हरिया पुलिस को कानों कान भी लखनऊ एसआईटी की टीम आने की नहीं मिली भनक
श्रीनारद मीडिया, सीवान(बिहार):
लखनऊ से एसआईटी की टीम में शनिवार की सुबह करीब पौने नौ बजे सीवान जिला के बड़हरिया थाना क्षेत्र के अटखम्भा गांव से तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया। बताया जाता है कि दो वाहनों से आई यूपी के लखनऊ कैंट थाना से आई एसआईटी की टीम ने सबसे पहले अटखभा पहुंचते ही एहतेशामुर्रहमान उर्फ प्यारे के 20 वर्षीय पुत्र मंजर इकबाल को पहले अपने गिरफ्त में ले लिया।
उसके बाद दो वाहनों से आये 12 पुलिस कर्मियों ने अटखंभा के सफीर अहमद के घर पहुंचकर उनके दोनों बेटों सरफराज अहमद और काशिफ कशान को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान ग्रामीणों ने जब यह जानने की कोशिश की- तीनों को कहां और क्यों ले जा रहे हैं तो एसआईटी के जवानों ने लोगों पर नाराज होते हुए बंदूक तान दी।
वहीं सरफराज और काशिफ कसान की मां रशीदा खातुन का कहना है कि जब उन्होंने अपने बेटों को ले जाने का कारण जानना चाहा तो उन्हें धक्का देकर गिरा दिया गया। जिससे उन्हें चोटें आ गईं हैं। हथियारों से लैस एसआईटी के जवानों ने तीनों युवकों को गिरफ्तार करते ही उनका मोबाइल छीन लिया। ग्रामीणों को अचानक एसआईटी टीम के आने और युवकों को गिरफ्तार करने से हैरत है। सभी इन दोनों युवकों को निर्दोष बता रहे हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि एहतेशामुर्रहमान के 20 वर्षीय पुत्र मंजर इकबाल नोएडा के इंजिनियरिंग कालेज में थर्ड एयर का छात्र है। जबकि सरफराज और काशिफ कसान बड़हरिया स्थित अपने पिता के दुकान में उनकी मदद के लिए रहते हैं। काशिफ कसान की पत्नी निशात परवीन ने बताया है कि उनके परिजन कुछ समझ पाते इसके पहले ही एसआइटी के जवानों ने घर मे घुस कर मेरे पति और देवर को गिरफ्तार कर लिया।
वहीं ग्रामीणों ने यूपी पुलिस की कार्यशैली पर आपत्ति जताते हुए कहा कि बिना महिला पुलिस के के ही यूपी पुलिस आई थी और घर के अंदर घुसकर युवकों को गिरफ्तार किया। तीनों युवकों की गिरफ्तारी को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। कुछ लोगों का कहना है कि लखनऊ में चार माह पहले हुई एक हत्या के सिलसिले में तीनों युवकों को गिरफ्तार किया गया है।
जबकि कुछलोग इन युवकों की गिरफ्तारी का कारण सोशल मीडिया में आपत्ति जनक पोस्ट को बता रहे हैं। हालांकि यूपी से आई एसआइटी की टीम द्वारा स्थानीय थाना को किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई है। ग्रामीणों की सूचना पर थानाध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर ने करीब एक बजे दिन में अटखंभा पहुंचकर ग्रामीणों और परिजनों से इस सिलसिले में जानकरी ली।
उन्होंने बताया कि एहतेशामुर्रहमान का पुत्र मंजर इकबाल चार दिन पूर्व नोएडा( दिल्ली) से अपने घर आया था। उन्होंने बताया कि मंजर इकबाल नोएडा में रहकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई करता है। पहले लखनऊ एसआइटी पुलिस मंजर इकबाल के घर ही पहुंची। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और फिर पुलिस मंजर से कुछ पूछताछ करने के बाद सफीर अहमद के घर पहुंच गयी। जहां से उनके दोनों बेटों सरफराज और काशिफ कसान को उठा लिया।
थाना अध्यक्ष ने बताया कि ये दोनों लॉकडाउन में उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ से अपने घर आये थे। वहां रहकर धर्मिक पढ़ाई कर रहे थे। थाना अध्यक्ष प्रवीण प्रभाकर ने बताया कि गिरफ्तारी का कारणों का पता तो नहीं चल पाया है। लेकिन चार माह पूर्व लखनऊ में किसी व्यक्ति की हुई हत्या में इनकी गिरफ्तारी की चर्चा है।
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