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भारत के पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने लखनऊ सुपर जायंट्स के क्विंटन डिकॉक को ड्रॉप करने के फैसला के लिए लताड़ लगाई है। लखनऊ सुपर जायंट्स ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ एलिमिनेटर मुकाबले में सलामी बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक को टीम में शामिल नहीं किया था। जिस पर सहवाग ने कहा है कि लखनऊ ने इस फैसले से अपनी ही पैर में गोली मार ली।
लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए क्विंटन डिकॉक पिछले सीजन सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। उन्होंने 15 मैचों में 508 रन बनाए थे। हालांकि आईपीएल 2023 में डिकॉक को अपने मौके के लिए इंतजार करना पड़ा। डिकॉक को पहला मौका सीजन के दूसरे हाफ में मिला, उस मैच में गुजरात टाइटंस के खिलाफ उन्होंने 70 रन ठोके थे। काइल मायर्स और राहुल के स्थान पर उन्हें मौका मिला। डिकॉक ने 4 मैचों में 140 रन बनाए।
क्रुणाल ने कहा, ”डिकॉक को ड्रॉप करना हमेशा मुश्किल फैसले होने वाला है। काइल का रिकॉर्ड यहां अच्छा तो हमने उसे आज खिलाने के बारे में सोचा। उनके बल्लेबाजों ने तेज गेंदबाजों को अच्छे से खेला।”
सहवाग ने क्रिकबज से बात करते हुए क्रुणाल के फैसले का मजाक बनाते हुए कहा हालांकि चेन्नई में उनका रिकॉर्ड बेहतर है लेकिन इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि वो खिलाड़ी उस दिन अच्छा करेगा। सहवाग ने कहा कि वर्तमान फॉर्म भी मायने रखता है और लखनऊ ने इस फैसले से खुद को गोली मारी है।
सहवाग ने कहा, ”मेरा भी चेन्नई में अच्छा रिकॉर्ड है, क्योंकि मैंने 319 बनाए हैं। लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि मैं आज जाऊंगा और स्कोर बना दूंगा। मौजूद फॉर्म भी मायने रखता है और मुझे लगता है कि लखनऊ ने अपने पैर में खुद गोली मार ली है।”
हालांकि बुधवार को लखनऊ सुपर जायंट्स ने उन्हें प्लेइंग इलेवन और सब्सिट्यूट लिस्ट से ही बाहर कर दिया। मायर्स और मांकड़ के साथ खेलने का फैसला लखनऊ के लिए गलत साबित हुआ। एलिमिनेटर में लखनऊ को 81 रन से हार का सामना करना पड़ा और ये लगातार दूसरी बार हुआ है कि लखनऊ सुपर जायंट्स को आईपीएल के एलिमिनेटर से बाहर होना पड़ा।