चंद्र ग्रहण 13/14 मार्च, 2025 – “अमेरिका पर प्रभाव”
शोधकर्ता : प्रोफेसर (डॉ.) अनिल मित्रा, ज्योतिष शिरोमणि, दिल्ली
श्रीनारद मीडिया, वैध पण्डित प्रमोद कौशिक, हरियाणा
विश्व विख्यात ज्योतिषाचार्य प्रो. डा. अनिल मित्रा ने उपरोक्त जानकारी देते हुए बताया कि उत्तरी अमेरिका में 13 और 14 मार्च की मध्य रात्रि को पिछले तीन साल का सबसे बड़ा पूर्ण चंद्रग्रहण दिखेगा। इस दौरान चांद लाल रंग का दिखाई देगा। इसकी अवधि 3 घंटे 38 मिनट की होगी। मेदिनी ज्योतिष के अनुसार, लाल चांद का दिखना यद्यपि देश के राजा एवं देश की जनता के लिए अशुभ माना जाता है।
इस पूर्ण चंद्र ग्रहण की अमेरिका के स्थानीय समय के अनुसार रात्रि 2 बजकर 53 मिनट पर वाशिंगटन में धनु लग्न के उदय होते समय की कुंडली बनेगी। ग्रहण के समय चंद्र उत्तरा- फाल्गुनी नक्षत्र में गोचर कर रहा होगा जो दक्षिण दिशा को इंगित करता है। अतः अमेरिका द्वारा दक्षिण में स्थित मेक्सिको तथा पनामा राज्यों की सीमाओं पर युद्ध जैसी स्थिति के प्रबल संकेत बन रहे हैं।
चंद्र ग्रहण कुंडली के चतुर्थ भाव में गोचर कर रहे राहु, वक्री शुक्र तथा बुद्ध के कारण देश में बड़े स्कैंडल्स उभर कर आते हैं। अमेरिका के बड़े अधिकारियों और मंत्रियों की सुरक्षा को अगले 3 महीने में बड़ा खतरा भी सामने आ सकता है।चंद्र ग्रहण के समय शनि की नज़दीकी अंशों में सूर्य से कुम्भ राशि में युति होगी और इनकी संयुक्त दृष्टि सिंह राशि के चन्द्रमा को पीड़ित कर रहा है जिसके फल स्वरुप डोनाल्ड ट्रंप को जनता के विरोध का सामना करना पड़ेगा।
14 मार्च की रात्रि जब सिंह राशि में यह चंद्र ग्रहण पड़ेगा तो वह डोनाल्ड ट्रम्प (14 जून 1946 को न्यूयॉर्क में सुबह 10 बज कर 52 मिनट पर जन्म) के जन्म लग्न को पीड़ित करेगा। प्रो. डॉ. अनिल मित्रा ने बताया कि इसके कारण राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अगले तीन महीना के लिए विशेष रूप से स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के दृष्टिकोण से सतर्क रहने की आवश्यकता है।
चंद्र ग्रहण की इस कुंडली के सप्तम भाव में मंगल तथा दशम भाव में केतु के स्थित होने की वजह से अपनी विदेश नीति में आक्रामक एवं अप्रत्याशित परिवर्तन विश्व स्तर पर राजनीतिक एवं आर्थिक अस्थिरता उत्पन्न करेंगे जिसका विश्व के विभिन्न देशों के अतिरिक्त अमेरिका पर ही सबसे अधिक प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
अमेरिका की दक्षिण स्थित मेक्सिको की खाड़ी तथा दक्षिण पश्चिम स्थित कैलिफोर्निया के समुद्री किनारो पर समुद्री तूफान एवं सुनामी इत्यादि का भी प्रबल योग बन रहा है।
अतः अमेरिका एवं विश्व के लिए के लिए आगे आने वाले तीन महीना का समय राजनीतिक, आर्थिक एवं प्राकृतिक आपदाओं के सापेक्ष कठिन एवं प्रतिकूल रहेगा।
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