महाकुंभ ने हमारी सोई सांस्कृतिक व धार्मिक चेतना को जगाने का काम किया
महाकुंभ बनाम हिंदु जागृति
✍️ सुधीर कुमार सिंह
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
देश के प्रत्येक राज्य में हर तरफ एक चर्चा सुनने और देखने को मिल रही है वह हैं सत्य सनातन महाकुंभ की।सनातन संस्कृति में कुंभ का विशेष स्थान है और महाकुंभ की तो बात ही अलग है।हो भी क्यों नहीं कई दशकों व लगभग 144 साल बाद ऐसा पवित्र और पावन अवसर जीवन में आया है जो दुबारा नहीं मिलने वाला।
बंगाल, असम, बिहार ,महाराष्ट्र, तमिलनाडू ,आंध्रप्रदेश, केरल, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश ,झारखंड, उडीसा जैसे कई एक राज्य ऐसे है जहाँ कि डेमोग्राफी बहुत तेजी से बदल रही है।इन राज्यों में ऐसी सरकारें रही जिन्होंने अपने राजनीतिक स्वार्थ की पूर्ति के लिए देश को अस्थिर करने वाली शक्तियों और माफियाओं के साथ समझौता करके देश की सांस्कृतिक विरासत और एकता पर कुठाराघात किया।
इन राज्यों में एक समय में तेजी से हिन्दुओं की घटती जनसंख्या,बढ़ते लव जिहाद के मामले,गायब होती हिंदु,सिक्ख और ईसाईयों की किशोरियाँ,धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों पर अवैध रूप से कब्जा ,नशा और शराब के अवैध व्यापार के साथ ही हमारे रिहायशी मकानों व जमीनों से जबरन बेदखली ने देश को झकझोर दिया था।धीरे-धीरे हमारी पहचान पर संकट आना शुरु हो गया था।
ऐसा नहीं हैं कि इसकी शुरुआत अचानक ही हो गई वरन यह एक सोची समझी राजनीतिक चाल थी जिसे कांग्रेस और उसकी जैसी विचारधारा रखने वाली तथाकथित सेकुलर व समाजवादी पार्टियों ने अपनी सत्ता-लोलुपता व राजनीतिक स्वार्थ में शुरु किया।
इनका सबसे बेहतरीन उदाहरण हमें डाँ.मनमोहन सिंह के शासन काल में देखने को मिला।जिसमें वक्फ बोर्ड को असीमित शक्ति दी गई जिससे आज देश में कई एक जगह अस्थिरता व तनाव का माहौल बन गया है। वो तो भला हो कि 2014 में एक ऐसी सत्ता देश में आयी जिससे बहुत सी चीजें कंट्रोल और संयम में आयी। जिसने बहुसंख्यक हिंदु जनमानस को, उनकी धार्मिक,सांस्कृतिक और धरोहर को संरक्षित और सम्बर्धित करने का कार्य शुरु किया।उनकी खोई अस्मिता और पहचान व गौरव को पुनर्स्थापित करने का प्रयास शुरु किया।
वर्तमान केंद्र सरकार ने सभी को साथ लेकर चलने का प्रयास किया।साथ ही उसने अपनी मूल विचारधारा को परे रखकर कई राज्यों में ऐसे राजनीतिक समझौते किए ताकि ऐसे धर्मपरस्तों को रोका जा सके जो देश और बहुसंख्यक समाज के लिए खतरा बन रहे है। केंद्र व राज्य सरकार के सहयोग से वर्तमान सरकार बरसों-बरस से लंबित राम मंदिर का निर्माण,महाकुंभ का भव्य आयोजन के साथ ही कई ऐसे कार्य कर रही है ताकि बरसों से सोई बहुसंख्यक समाज की धार्मिक-सांस्कृतिक इच्छा शक्ति को जगाया जा सकें तथा सनातन धर्म की सुंदरता को पुरे विश्व फलक पर एक नई पहचान दिलाई जा सके।
महाकुंभ के भव्य व दिव्य आयोजन ने हिंदु समाज को धार्मिक व सांस्कृतिक रुप से जागृत करने का सफल प्रयास किया है।इससे देश की धार्मिक-सांस्कृतिक विरासत को विश्व फलक पर एक अलग पहचान मिली है।महाकुंभ ने हिंदु जनमानस को जागरुक और एकीकृत करने का जो सफल प्रयास किया है उसका दूरगामी परिणाम हमें देखने को मिलेगा ऐसी आशा है। ऐसे सफल सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजन के लिए पुरा हिंदु समाज मोदी- योगी के शासन को शत शत प्रणाम करता है।जिन्होंने हमारी सोई सांस्कृतिक व धार्मिक चेतना को जगाने का काम किया।
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