Mann Ki Baat:चंद्रयान के सफलता कि जितनी चर्चा की जाए, वह कम है: पीएम मोदी
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
PM Modi in Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने रविवार को कहा कि मिशन चंद्रयान ‘न्यू इंडिया’ की भावना का प्रतीक बन गया है, जो जीत सुनिश्चित करना चाहता है और जानता है कि किसी भी स्थिति में कैसे जीतना है। उन्होंने कहा कि चंद्रयान नारी शक्ति का जीता जागता उदाहरण भी है।
अब अंतरिक्ष को चुनौती दे रही हैं’
अपने मासिक ‘मन की बात‘ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की बेटियां अब अनंत माने जाने वाले अंतरिक्ष को भी चुनौती दे रही हैं। उन्होंने कहा, “जब किसी देश की बेटियां इतनी महत्वाकांक्षी हो जाएं तो उस देश को विकसित बनने से कौन रोक सकता है।”
‘चंद्रयान की सफलता की जितनी चर्चा की जाए, वो कम है’
यह देखते हुए कि चंद्रयान को चंद्रमा पर पहुंचे तीन दिन से अधिक समय हो गया है, पीएम मोदी ने कहा कि यह सफलता इतनी शानदार है कि इसके बारे में जितनी चर्चा की जाए, वो कम है। इस दौरान उन्होंने अपनी लिखी एक कविता की पंक्तियों का भी पाठ किया।
‘सूरज चांद पर भी उगते है’
देश के लोगों को परिवार के सदस्यों के रूप में संदर्भित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 23 अगस्त को भारत के चंद्रयान-3 ने साबित कर दिया कि कुछ संकल्प के सूरज चांद पर भी उगते हैं। उन्होंने कहा कि मिशन चंद्रयान ‘न्यू इंडिया’ की भावना का प्रतीक बन गया है, जो जीत सुनिश्चित करना चाहता है, और यह भी जानता है कि किसी भी स्थिति में कैसे जीतना है। पीएम मोदी ने कहा,
इस मिशन का एक पहलू रहा है जिस पर मैं आज विशेष रूप से आप सभी से चर्चा करना चाहता हूं। आपको याद होगा कि इस बार मैंने लाल किले से कहा था कि हमें महिला नेतृत्व वाले विकास को एक राष्ट्रीय चरित्र के रूप में मजबूत करना है। जब नारी शक्ति का सामर्थ्य जुड़ जाता है तो असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है।
भारत का मिशन चंद्रयान भी नारी शक्ति का जीता जागता उदाहरण है। इस पूरे मिशन में कई महिला वैज्ञानिक और इंजीनियर सीधे तौर पर शामिल थीं। उन्होंने विभिन्न प्रणालियों के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, प्रोजेक्ट मैनेजर जैसी कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाली हैं।
‘चंद्रयान-3 की सफलता में देश के कई लोगों ने दिया योगदान’
प्रधानमंत्री ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता में हमारे वैज्ञानिकों के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों ने भी अहम भूमिका निभाई है…देश के कई लोगों ने योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि जब सभी के प्रयास एकजुट हुए तो सफलता भी मिली। यह चंद्रयान-3 की सबसे बड़ी सफलता है। मैं कामना करता हूं कि भविष्य में भी हमारा अंतरिक्ष क्षेत्र सामूहिक प्रयासों से इसी तरह अनगिनत सफलताएं हासिल करेगा।
चंद्रयान-3 ने चांद की सतह पर कब की लैंडिंग?
गौरतलब है कि भारत के चंद्रयान-3 ने 23 अगस्त को शाम 6.04 बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग की। इसी के साथ भारत दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला दुनया का पहला देश बन गया। चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को आंध्र प्रदेश में स्थित श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था। अमेरिका, चीन और तत्कालीन सोवियत संघ के बाद चंद्रमा पर सॉफ्ट-लैंडिंग की तकनीक में महारत हासिल करने वाला भारत चौथा देश है।
PM Modi ने की भारतीय एथलीटों की सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो प्रसारण ‘मन की बात’ के 104वें एपिसोड को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने चीन में आयोजित वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में असाधारण प्रदर्शन के लिए भारतीय एथलीटों की प्रशंसा की।
भारत ने जीता अब तक का सबसे अधिक पदक
भारत एफआईएसयू वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में अब तक के सर्वश्रेष्ठ 26 पदक जीते हैं, जिसमें 11 स्वर्ण, पांच रजत और 10 कांस्य पदक शामिल है। इसके साथ ही, भारत इस टूर्नामेंट में सातवें स्थान पर रहा। खेलों का 31 वां संस्करण 28 जुलाई से 8 अगस्त तक चीन के चेंगदू में आयोजित किया गया था।
गौरतलब है कि इस संस्करण से पहले, भारत 1959 के बाद से आयोजित सभी विश्व विश्वविद्यालय खेलों में केवल 18 पदक जीतने में सफल रहा था।
पीएम मोदी ने की खिलाड़ियों की प्रशंसा
पीएम मोदी ने मन की बात में कहा, “कुछ दिन पहले चीन में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स (World University Games) का आयोजन हुआ था। इस बार इन खेलों में भारत का अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन देखने को मिला। हमारे खिलाड़ियों ने कुल 26 पदक जीते, जिनमें से 11 स्वर्ण पदक थे।”
उन्होंने कहा, “आपको यह जानकर खुशी होगी कि अगर 1959 से अब तक हुए सभी विश्व विश्वविद्यालय खेलों में जीते गए सभी पदकों को जोड़ दिया जाए, तो भी यह संख्या केवल 18 ही होती है।”
ऐश्वर्या प्रताप सिंह तोमर ने जीते चार पदक
भारत के लिए, ऐश्वर्या प्रताप सिंह तोमर विश्व विश्वविद्यालय खेलों में चार पदक जीतकर सबसे सफल भारतीय एथलीट रहे। तोमर ने पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल और 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन में स्वर्ण पदक जीते। साथ ही, वह स्वर्ण जीतने वाली पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल टीम के सदस्य भी रहे। उन्होंने पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री-पोजीशन टीम में भी कांस्य पदक जीता।
यूथ ओलंपिक गेम्स चैंपियन मनु भाकर और सिफत कौर समरा दोनों ने कई स्वर्ण पदक जीते। मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में एकल और टीम, दोनों ही स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीते। महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 स्थानों में सिफत कौर समरा ने स्वर्ण पदक जीता।
प्रियंका गोस्वामी रहीं सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी
कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 10,000 मीटर वॉक में रजत पदक जीतने वाली प्रियंका गोस्वामी सातवें स्थान पर रहीं। यह इस स्पर्धा में सभी भारतीय खिलाड़ियों में सर्वश्रेष्ठ थीं। उन्होंने 1:40:39 मिनट पर अपना टास्क पूरा करके राष्ट्रीय रिकॉर्ड बना लिया, जो 2021 में 1:28:45 का था।
इसके अलावा, पूजा कुमावत (1:45:30), मानसी नेगी (1:46:04) और निकिता लांबा (1:50:11) क्रमशः 15वें, 16वें और 21वें स्थान पर रहीं। वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स का अगला संस्करण 2025 में जर्मनी में होने वाला है।
- यह भी पढ़े……………….
- चंदा और श्रमदान से ग्रामीणों ने नहर सड़क पर लगाया सुरक्षा संकेत
- प्राथमिक विद्यालय के 160 शिक्षक सोनपुर डायट में लेंगे छह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण