सीवान के कई महावीरी मेलो में विगत कुछ दिनों में तीन की हत्या,क्यों?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के सीवान जिले में महावीरी मेले के अखाड़े में बीते 14 दिनों में तीन लोगों की हत्या हो चुकी है। शुक्रवार की शाम भी अखाड़े में युवक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई है। वारदात महाराजगंज थाना क्षेत्र के पटेढ़ी गांव की है। यहां महावीरी मेला का अयोजन हुआ था। मेले के दौरान ही दो पक्षों में अखाड़े के विवाद में खूनी संघर्ष हो गया। एक युवक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई।
मृतक की पहचान महारजगंज थाना क्षेत्र के पटेढी बाजार निवासी उमेश सोनी के बेटे राजू सोनी (20) के रूप में हुई है। खूनी झड़प मे बीच बचाव करने आए दो और अन्य युवकों को भी चाकू लगा है।
घायलों में किशोर सोनी के बेटे विशाल सोनी और धनंजय सोनी शामिल हैं। दोनों को पहले महाराजगंज अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से चिकित्सकों ने सीवान सदर अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही महारजगंज के SDPO राकेश कुमार रंजन, महाराजगंज थाना अध्यक्ष प्रमोद कुमार और अन्य पुलिस कर्मी पहुंचे। हालांकि घटना के बाद अफरा-तफरी का महौल बन गया और मेले में भगदड़ मच गया।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल में भेज दिया है। थाना प्रभारी प्रमोद कुमार ने बताया कि शव का पोस्टमार्टम कराया जा चुका है। खबर लिखे जाने तक थाना में परिजनों ने आवेदन नहीं दिया है। आरोपियों के ऊपर कार्रवाई की जाएगी।
महावीरी मेला में लगातार हत्या, मारपीट के बाद भी पुलिस मौन
शहर में आयोजित महावीरी मेले के दौरान नौ सितंबर की रात करीब नौ बजे एक युवक की चाकू गोदकर हत्या कर दी गई थी। मेले में अखाड़ा के दौरान हुए विवाद मे युवक की चाकू गोदकर हत्या कर दी गई थी।
मृतक की पहचान नगर थाना क्षेत्र के तुरहा टोली निवासी रमेश साह के बेटे विकास कुमार के रूप में हुई है। शांति समिति की बैठक मे केंद्रीय अखाड़ा समिति के सदस्यों से यह बात कही गई थी कि प्रत्येक अखाड़ा पुलिस की देख-रेख मे निकाली जाएगी।
पुलिस पर उठ रहे कई सवाल
घटना के समय पुलिस मौजूद नहीं रही। युवक की दहा नदी पुल के पास ले जाकर हत्या कर दी गई। इस मामले में एक आरोपी कंधवारा निवासी रंजीत यादव उर्फ जेजे को महोदीपुर के शनिचरा बाबा के स्थान से गिरफ़्तार किया गया है, लेकिन उसके बाद पुलिस पूरी तरीके से मौन बैठ गई।
अब तक उस मामले में अन्य आरोपियों की गिरफ़्तारी नहीं हो पाई है। दूसरी घटना में 11 सितंबर को जीबी नगर तरवारा थाना क्षेत्र के दीनदयालपुर निवासी उपेंद्र की हाकमा में महावीरी मेला के अखाड़े के दौरान चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई।
सात आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी तो दर्ज कर ली गई, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ़्तारी नहीं हो पाई है। हुसैनगंज थाना क्षेत्र के हथौड़ी में महावीरी अखाड़ा के दौरान एक युवक को पीट-पीट घायल कर दिया गया था।
14 दिनों में तीन लोगों की हत्या
बात दें कि भाद्रपद के महीने में सीवान में महावीरी मेले का आयोजन किया जाता है। इसमें जिला में अलग-अलग डेट को अलग स्थानों पर महावीरी मेला का आयोजन किया जाता है, लेकिन लगातार घटनाएं घटने के बावजूद भी पुलिस मौन पड़ी है।
मेले में अगर पुलिस बल की तैनाती की जाती और पुलिस निगरानी में होती तो ऐसी घटनाएं नहीं घटती। महाराजगंज थाना प्रभारी प्रमोद कुमार ने बताया कि पुलिस बल की तैनाती मेले में की गई थी, लेकिन यह घटना अखाड़ा निकालने के दौरान ही घटित हुई है।
दानियालपुर की घटना के संबंध मे थाना प्रभारी अखिलेश कुमार ने कहा कि आरोपियों की जल्दी ही गिरफ़्तारी हो जाएगी। पुराने विवाद के कारण पंकज की हत्या की गई थी।स्थानीय लोगों म भी काफी आक्रोश है। लोगों का कहना है की पुलिस अगर सही तरीके से अपना काम करती तो आज जिला में मेला के दौरान तीन-तीन हत्याएं नहीं हुई होती।
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