*काशी में स्पेन की मरिया ने रचा इतिहास, संस्कृत विश्वविद्यालय से हासिल किया आचार्य में गोल्ड मेडल*
*श्रीनारद मीडिया / सुनील मिश्रा वाराणसी यूपी*
*वाराणसी* / सर्व विद्या की राजधान काशी में हमेशा से सात समुन्दर पार से छात्र शिक्षा के लिए आते रहे हैं। इसी परम्परा को आगे बढ़ाते हुए स्पेन की मारिया तीन साल पहले वाराणसी आयीं और उन्होंने डॉ सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय में शास्त्री में दाखिला लिया। शास्त्री के बाद आचार्य की पढ़ाई शुरू की और आज राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के हाथों उन्हें स्वर्ण पदक भी मिला। हिंदी और संस्कृत भाषा के अलावा स्पेनिश, इंग्लिश, जर्मन और इटैलियन भाषा की जानकार मारिया ने इसे अपना सौभाग्य बताया और कहा कि सभी विषयों का उद्गम संस्कृत में है, इसलिए भारत आयी और काशी में संस्कृत विश्वविद्यालय में एडमिशन लिया। गुरुजनों को अपनी सफलता का श्रेय देते हुए मारिया ने संस्कृत विश्वविद्यालय को मां का दर्जा दिया।मारिया ने बताया कि सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय मेरी मां है क्योंकि इसी प्रांगण से मैंने शिक्षा का क, ख, ग, घ सीखा है। मारिया ने कहा कि आज गुरुओं के आशीर्वाद से मेरा आचार्य का कोर्स खत्म हुआ और उन्ही के आशीर्वाद से हमें गोल्ड मेडल भी मिला है। बहुत खुश हूँ कि जिस कार्य के लिए आयी थी भारत वो आज संपन्न हुआ और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल के हाथों गोल्ड मेडल मिला यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है।
मारिया ने संस्कृत भाषा के प्रसार की बात कही और बताया कि सिर्फ स्पेन ही नहीं इसे अन्य देशों में भी फैलाने के लिए कार्य करने की इच्छा है और देशों में भी फैलाने की इच्छा है और गुरुओं के आशीर्वाद से उसमे भी सफल होउंगी।