माॅ चन्द्रघंटा स्वरूपा अंबिका भवानी के दर्शन को उमड़ा जन सैलाब
श्रीनारद मीडिया, मनोज तिवारी, छपरा (बिहार):
नवरात्रि के तीसरे दिन सारण के प्रसिद्ध सीद्धपीठ आमी मे भक्तों का जमावरा देखा गया।पौ फटने के पूर्व प्रातः कालीन आरती के समय ही यहाॅ सैकड़ों नर-नारी माॅ की दर्शन और आरती का विचार हंगम दृश्य देखने के लिए एकत्र हो चुके थे।मंदिर के पुजाडि़यों व भक्तो के जयकारे व वैदिक मंत्रोच्चार से पूरा परिशर गूॅजयमान हो रहा था।
जैसे-जैसे दिन चढा भक्तो की संख्या बढती गई 80 वर्ष के वृद्ध से लेकर नवजवान तक पंक्तिबद्ध होकर माॅ अम्बिका का दर्शन करते दिखे।सनातन धर्मावलंवियो के नवर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के पावन दिन शनिवार 2 अपैल से ही आमी मंदिर गुलजार हो रहा है।जिले के अलग-अलग इलाको के अलावे वैशाली आदि जिले के भी भक्त यहाॅ नवरात्रि पाठ कर रहे है।
रात्रि मे माॅ के सोलह श्रृंगार को देखने के लिए भी भक्तो का जमावरा लगता है।दोनो नवरात्रि मे नव दिनो तक रात्रि मे माॅ अम्बिका के अलग -अलग स्वरूपो का सोलह श्रृंगार होता है जिसे देखने के लिए स्थानीय भक्तो के अलावे अन्य भक्तो का देर संध्या जमावरा लगता है।
बिहार के सारण की भूमि अनेक ऐतिहासिक व धार्मिक केन्द्रों के रूप सुविख्यात है।इन्ही विख्यात केन्द्रों मे एक है दिघवारा प्रखंड के आमी स्थित अंबिका भवानी मंदिर।इस मंदिर के विषय मे बताया जाता है कि यहाॅ स्वयम् माॅ अम्बिका प्रकट हुई थी।तब से यह स्थान ब्रम्ह भाव को प्राप्त है।इन दिनो यहाॅ विशेष रौनक बढा है।भारत के 51 शक्तिपीठो मे आमी मंदिर को प्रधान पीठ के रूप मे मान्यता प्राप्त है।इसी वजह से अश्विन और चैत्र नवरात्रि मे यहाॅ दूर दराज के भक्त व पाठ करने वालो का जमावरा रहता है।मंदिर के पूजेडी गणेश तिवारी ने बताया कि जो जिस कामना से मंदिर पर पूजा पाठ करता है उसके मनोरथ पूर्ण होते है।
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