मीडिया वेलबीइंग एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री आवास पर पहुंच मुख्यमंत्री का किया अभिवादन।
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
पत्रकार समाज का आईना उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे सच्चाई को समाज में परोसने का काम करें : मनोहर लाल।
पेंशन बढ़ोतरी के फैसले से पत्रकारों में खुशी की लहर।
चंडीगढ़ : मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा सेवानिवृत पत्रकारों की पैंशन बढ़ाए जाने की मांग को पूरा करने पर मीडिया वेल बीइंग एसोसिएशन के डेलिगेशन ने बुधवार को मुख्यमंत्री निवास संत कबीर कुटीर पर पहुंच मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया। दरअसल एसोसिएशन द्वारा पत्रकारों की पैंशन बीस हजार रुपए किए जाने की मांग की गई थी, जिस पर मोहर लगाते हुए सीएम मनोहर लाल ने पहले दी जाने वाली 10 हजार रूपए की पैंशन को बढ़ाकर पंद्रह हजार रुपए प्रति माह कर दिया गया है।
साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा बीते लंबे समय से सोशल मीडिया न्यूज चैनलों को मान्यता देते हुए विज्ञापन पालिसी लागू किए जाने की मांग को भी स्वीकार किया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा एसोसिएशन की मांग को पूरा किए जाने पर पत्रकारों में काफी खुशी देखी जा रही है। सीएम आवास पर अभिनंदन करने पहुंचे डेलिगेशन ने मुख्यमंत्री को समृति चिन्ह और दोशाला भेंट किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पत्रकारों को समाज का आईना बताते हुए कहा कि पत्रकार समाज का आईना हैं, उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे सच्चाई को समाज में परोसने का काम करें। मीडिया वैलबिंग एसोसिएशन पत्रकारों के कल्याण का कार्य कर रही है और सरकार पत्रकारों के कल्याण के लिए हर समय तत्पर है।
पत्रकारों के कल्याण हेतु सरकार का हमेशा सहयोग प्राप्त हुआ : चंद्रशेखर धरणी।
इस मौके पर एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रशेखर धरणी ने कहा कि प्रदेश सरकार से पत्रकारों को सदा ही सहयोग प्राप्त हुआ है। 16 मार्च 2023 को मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम में सीएम मनोहर लाल से पत्रकारों की पैंशन को बढ़ाए जाने, सोशल मीडिया पॉलिसी तैयार करने समेत अनेक प्रकार की मांगें की गई थीं। इन मांगों को लेकर एसोसिएशन लगातार सरकार से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों व तमाम राजनीतिक पदाधिकारियों से भी संपर्क बनाए हुए थी।
एसोसिएशन के आग्रह पर सीएम मनोहर लाल ने इन मांगों को जायज मानते हुए इस पर मोहर लगाई है। एसोसिएशन द्वारा पत्रकारों के हित को ध्यान में रखते हुए उठाई गई मांगों को पूरा कर दिए जाने पर वीरवार को मुख्यमंत्री आवास संत कबीर कुटिया में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में एसोसिएशन के एक डेलीगेशन ने सीएम से मुलाकात करते हुए उनका आभार व्यक्त किया और उन्हें दोशाला एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर उनका धन्यवाद व्यक्त किया।
राज्यस्तरीय कार्यक्रम में अभिनन्दन हेतु मुख्यमंत्री से संस्था ने मांगा समय।
एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रशेखर धरणी ने इस मौके पर पत्रकारों के अनेक अन्य कल्याण हेतु कुछ मांगें भी सीएम के समक्ष रखीं। धरणी ने सीएम से आग्रह किया कि उनके फैसले से प्रदेश भर के पत्रकार काफी खुश हैं। जिस पर एसोसिएशन हरियाणा में कहीं भी एक राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन कर उनका अभिनंदन किए जाने की योजना तैयार की गई है, जिसके लिए आपकी मंजूरी का इंतजार है।
इस पर सीएम ने सकारात्मक जवाब देते हुए जल्द ही तिथि निर्धारित करने का आश्वासन दिया। इसके साथ ही चंड़ीगढ़ में स्थित प्रेस क्लब के तर्ज पर पंचकूला में हरियाणा के पत्रकारों के लिए राज्य स्तरीय प्रेस क्लब बनाए जाने की मांग की गई और इसके लिए एक कनाल जमीन को रियायती दाम पर दिए जाने का आग्रह किया गया। चंद्रशेखर धरणी की तरफ से पत्रकारों एवं उनके परिवारों को सरकारी कर्मचारियों की तर्ज पर निशुल्क चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने की मांग भी की गई। हाऊसिंग बोर्ड की विभिन्न योजनाओं में पत्रकारों के लिए तीन फीसदी का आरक्षण, डिजिटल मीडियो को मान्यता देने के नियमों को लचीला किए जाने हेतु नियमों में कुछ परिवर्तन किए जाने की भी मांग धरणी द्वारा की गई।
सक्रिय पत्रकार की मृत्यु उपरांत आश्रितों को भी मिलनी चाहिए पेंशन की सुविधा : धरणी।
एसोसिएशन द्वारा सक्रीय पत्रकार की किसी भी हालात में मृत्यु होने पर उसके आश्रितों को पैंशन एवं तमाम अन्य प्रकार की सुविधाएं दिए जाने की भी मांग की गई। चंद्रशेखर धरणी ने उदारहण देते हुए बताया कि कोरोना काल के दौरान कुछ पत्रकारों ने अपनी जान गंवाई है तो कुछ की आपातकाल मृत्यु सड़क हादसों में भी हुई है जिसके बाद उनके परिवारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इन सभी मांगों को जायज माना है और सकारात्मक सहयोग का आश्वासन प्रदान किया है।
एसोसिएशन की तरफ से उठाई गई मांग को पूरा करवाने में सहयोग देने के लिए लोकसंपर्क विभाग के डीजी डा. अमित अग्रवाल, प्रधान सचिव वी. उमाशंकर, मुख्यमंत्री के सीपीएस राजेश खुल्लर, प्रचार सलाहकार तरूण भंडारी, मीडिया सचिव प्रवीण आत्रेय का भी आभार व्यक्त किया। इस मौके पर सुरेंद्र मैहता, नरेश उप्पल, तरूण कपूर, भुवनेश झंडई, सुनील सरदाना, मदन बरेजा, दीपक मिगलानी, पवन चोपडा समेत अनेक पत्रकार मौजूद रहे।
प्रजातंत्र के तीन स्तंभों की तरह चौथे स्तंभ को भी दी जाए टोल फ्री की सुविधा : झंडई।
भुवनेश झंडई ने कहा कि प्रजातन्त्र के तीन स्तंभ को देश में टोल फ्री की सुविधा है। चौथे स्तंभ मीडिया को भी टोल फ्री की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। मीडिया के लिए मुफ्त मेडिकल सुविधा पूरे हरियाणा में की जाए। हरियाणा सरकार के द्वारा डिजिटल मीडिया के लिए बनाए गए नियमों मेें मान्यता प्रदान करने की व्यवस्था को सरल किया जाए तथा पड़ोसी राज्य पंजाब व अन्य राज्यों की तर्ज पर संशोधन कर पत्रकारों के लिए ओर कल्याणकारी किया जाए। किसी भी वेब मीडिया का मुख्यालय चाहे हरियाणा से बाहर हो, उन्हें भी मान्यता प्रदान की जाए। हरियाणा प्रेस मान्यता कमेटी तथा प्रेस रिलेशन कमेटी का पुर्न गठन किया जाए तथा मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन के दो दो सदस्यों को उसमें शामिल किया जाए।
पत्रकारों के बलिदान और संघर्ष को महत्व दिलवाने हेतु लगातार मेहनत कर रही है संस्था
मीडिया वेलबीइंग एसोसिएशन ऐसी पहली संस्था है जिसने समाज को अपना महत्वपूर्ण लंबा जीवनकाल देने वाले वरिष्ठ पत्रकारों के बलिदान को समझा। इसलिए एसोसिएशन ने एक नई परंपरा भी शुरू की, जिसमें एसोसिएशन हर अपने कार्यक्रम में 60 वर्ष से अधिक उम्र के चार पत्रकारों को मुख्य अतिथि के हाथों सम्मानित करवाती है। जोकि संगठन अब तक प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गृहमंत्री अनिल विज, शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर और विधानसभा अध्यक्ष के हाथों अलग-अलग कार्यक्रमों में सम्मानित करवा चुकी है।
जिसमें संगठन अपनी तरफ से कुछ नगद राशि सम्मान स्वरूप इन वरिष्ठ पत्रकारों को देती है। इसके साथ-साथ संगठन पत्रकारों के संघर्ष को समझते हुए लगातार जहां अपने स्तर पर पत्रकारों की मदद करने वाली संस्था है, वहीं संस्था की कोशिशों से सरकारी स्तर पर भी पत्रकार काफी लाभान्वित हुए हैं। जिसमें संस्था को सरकार का सहयोग भी भरपूर मिल रहा है। मुख्यमंत्री द्वारा संस्था की मांग के बाद 10000 से सीधा 15000 रुपए पेंशन किए जाना भी मीडिया वेलबिंग के प्रयासों का ही परिणाम है। मुख्यमंत्री का अभिवादन करने दौरान भी संगठन ने पत्रकारों के कल्याण के लिए कई ओर मांग मुख्यमंत्री के सामने रखी। जिस पर मुख्यमंत्री ने भी इस पर सकारात्मक रुख दिखाया। संगठन को उम्मीद है कि जल्द उनकी इन मांगों पर भी मुख्यमंत्री अपना आशीर्वाद देंगे।
पत्रकारों को हर स्तर पर रिलीफ देने और दिलवाने का कार्य कर रही है संस्था।
पत्रकारों के हर दुख- संकट में साथ खड़ी रहने वाली संस्था है एम डब्ल्यू बी एसोसिएशन समय- समय पर मृत्यु दुर्घटना बीमा और टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी के लाभ पत्रकारों को देती रही है। प्रदेशभर में लगभग 372 पत्रकारों के इंश्योरेंस यह संस्था करवा चुकी है। मीडिया वेल बीइंग एसोसिएशन केवल प्रदेश भर तक सीमित नहीं है बल्कि कई राज्यों के अंदर संस्था लगातार विस्तार कर रही है और जोकि आज कई हजार सदस्यों वाली मजबूत संस्था है। अब तक जहां सभी संस्थाएं बीमा पॉलिसी के नाम पर कुछ ना कुछ शुल्क पत्रकारों से अवश्य लेती थी। लेकिन एमडब्ल्यूबी पहली ऐसी संस्था है जो किसी भी पत्रकार से किसी भी तरह के इंश्योरेंस की एवज में कोई शुल्क प्राप्त नहीं करती है तथा लगातार पत्रकारों पर किसी भी प्रकार की समस्या दुख संकट आने पर संस्था उनके साथ खड़ी नजर आई है। पत्रकारों को हर स्तर पर रिलीफ देने और दिलवाने का कार्य संस्था कर रही है।
समय-समय पर पत्रकारों की आर्थिक सहायता करने में संस्था रही है अग्रिम संस्था द्वारा पानीपत के एक युवा पत्रकार देवेंद्र शर्मा की मृत्यु उपरांत उनके परिजनों की आर्थिक मदद भी दी गई। इससे पहले भी संस्था यमुनानगर -अंबाला तथा अन्य कई पत्रकारों के अस्पताल में उपचाराधीन दौरान आर्थिक मदद करने में अग्रणीय रही है। जब जब संस्था को किसी भी प्रकार की दिक्कत या आपदा दौरान पत्रकार की मदद हेतु महसूस हुआ, संस्था अपने निजी कोष से भी पत्रकारों की मदद हेतु खड़ी नजर आई है।
- यह भी पढ़े………….
- सतलुज-यमुना लिंक नहर विवाद क्या है?
- भारत का 19वें एशियाई खेल- 2022 में कैसा प्रदर्शन रहा?
- इजरायली दूत ने इजराइल और हमास को लेकर कांग्रेसी नेता को क्या कहा?