मकेर के फुलवरिया गांव स्थित एचडब्ल्यूसी पर टीबी नोटिफिकेशन बढ़ाने को लेकर बैठक आयोजित
ओपीडी में आने वाले टीबी के संदिग्ध मरीजों की जांच करना जरूरी:
टीबी मरीजों की जांच अधिक से अधिक कराने को लेकर दिया गया दिशा निर्देश: सीडीओ
सरकारी अस्पतालों में टीबी संक्रमित मरीजों की जांच से लेकर उपचार तक की व्यवस्था उपलब्ध: एमओआईसी
श्रीनारद मीडिया, छपरा, (बिहार):
ओपीडी में आने वाले संदिग्ध मरीजों को अलग से टीबी जांच करानी सुनिश्चित की जानी चाहिए। ताकि टीबी मुक्त अभियान को आसानी से सफल किया जा सके। उक्त बातें प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक रत्नेश कुमार पाण्डेय ने मकेर प्रखंड के फुलवरिया गांव स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) पर स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी वंदना कुमारी की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक के दौरान कही। बीएचएम ने यह भी कहा कि स्थानीय प्रखंड में फिलहाल मात्र 60 टीबी मरीजों का उपचार चल रहा है। लक्ष्य के अनुरूप सरकारी और निजी क्षेत्र में नोटिफिकेशन बढ़ाने को लेकर जिला के अलावा राज्य स्तर से आवश्यक दिशा-निर्देश मिला हुआ है। जिस कारण स्वास्थ्य विभाग और यक्ष्मा कर्मियों के द्वारा संयुक्त रूप से सभी सीएचओ की बैठक आयोजित की गयी है।
इस अवसर पर बीएचएम रत्नेश कुमार पाण्डेय, बीएमएनई अमित कुमार, वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षक खालिद रेयाज सहित स्थानीय सभी पांचों सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित थे।
टीबी मरीजों की जांच अधिक से अधिक कराने को लेकर दिया गया दिशा-निर्देश: सीडीओ
संचारी रोग पदाधिकारी (टीबी) डॉ रत्नेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि ज़िले में टीबी के नए संक्रमित मरीज़ों की संख्या बढ़ाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अलावा जिले के सभी एसटीएस, एसटीएलएस, लैब टेक्नीशियन एवं यक्ष्मा सहायकों के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों सहित अन्य को टीबी मरीजों की जांच अधिक से अधिक कराने को लेकर दिशा निर्देश दिया गया है। जिसके आलोक में सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पदस्थापित सीएचओ को बढ़ चढ़ कर कार्य करने के लिए संबंधित एमओआईसी, बीएचएम को निर्देशित किया गया है।
सरकारी अस्पतालों में टीबी संक्रमित मरीजों की जांच से लेकर उपचार तक की व्यवस्था उपलब्ध: एमओआईसी
स्थानीय मकेर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ गोपाल कृष्ण ने बताया कि विभाग द्वारा निजी एवं सार्वजनिक स्थलों से टीबी मरीजों का नोटिफिकेशन किया जा रहा है। साथ ही टीबी मरीज का नोटिफिकेशन करते हुए बैंक खाता विवरणी, चिकित्सक का प्रीस्क्रिप्शन और आधार कार्ड का पूरा ब्योरा स्वास्थ्य केंद्र को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करना है। क्योंकि सरकारी अस्पतालों में टीबी संक्रमित मरीजों की जांच से लेकर उपचार तक की व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरी तरह से निःशुल्क की गई है। किसी भी व्यक्ति को टीबी से संबंधित कोई लक्षण दिखाई पड़े तो तत्काल सरकारी अस्पताल भेज कर उसकी जांच एवं उपचार करने में हम सभी को जागरूक होने की आवश्यकता है।
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