फलेरिया उन्मूलन को ले बैठक आयोजित
श्रीनारद मीडिया, कुमार आशीष, हसनपुरा, सीवान (बिहार):
प्रखंड के गुरुजवा जलालपुर स्थित हसनपुरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के परिसर में मंगलवार को फलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को ले बैठक आयोजित की गई। बैठक एमओआईसी अभय कुमार के निर्देश पर व चिकित्सक नफीस अहमद तथा यूनिसेफ के प्रतिनिधि आरके मिश्र की उपस्थिति में किया गया। जहां जिले से पहुंचे पीसीआई, डीएमओ सहित केयर इंडिया, शिक्षा विभाग, बाल विकास परियोजना आदि विभाग के कर्मी व अधिकारी उपस्थित थे।
इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि फलेरिया एक लाइलाज बीमारी है, जिसे हाथी पांव के नाम से भी जाना जाता है। यह असाध्य रोग मादा क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। अगर यह मच्छर किसी फलेरिया ग्रसित व्यक्ति को काटने के बाद स्वस्थ व्यक्ति को काटता है, तो फाइलेरिया के रोगाणु उस व्यक्ति के खून में प्रवेश कर जाता हैं। रोग के चकमे में लोग इसलिए पड़ जाते हैं कि खून में रोगाणु के प्रवेश करने के बाद तुरंत इसका लक्षण दिखाई नहीं पड़ता है।
इसके लक्षण उभरने में पांच से पंद्रह वर्षों का समय लग जाता है। यह बीमारी शरीर में पैर, हाथ, मुंह, हाइड्रोसील एवं स्तन पर गहरा प्रभाव डालता है। इन अंगों में अत्यधिक सूजन आ जाता है, जो देखने में अभद्र लगता है। जिसके कारण ग्रसित व्यक्ति शारीरिक और मानसिक रूप से संकुचित और परेशान रहने लगता है। साथ ही उन्होंने बताया कि आगामी 15 फरवरी से 25 फरवरी 2023 तक सरकार के द्वारा फलेरिया उन्मूलन को लेकर डीईसी एवं अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जानी है। इस कार्य को डोर-टू-डोर करने के लिए आशा कार्यकर्ता को लगाया गया है।
जबकि आशा फैसिलिटेटर को सुपरवाइजर में रखा गया है। बाकी सभी कर्मी सिर्फ कॉपरेट करेंगे। वही 2 वर्ष के ऊपर के बच्चों को दवा देना है। जबकि गर्भवती महिला व गंभीर बीमारी वाले को यह दवा नही देना है। वही एमओआईसी अभय कुमार ने कहा कि सरकार के द्वारा दी जाने वाली दवा पूर्णतः सुरक्षित है, जो हमें इस लाइलाज बीमारी से बचा सकता है। किसी भी व्यक्ति को दवा खाने के प्रति कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहिए। मौके पर पीसीआई रितेश तिवारी, डीएमओ नितेश मेहता, केयर इंडिया के अजय पांडेय शिक्षा विभाग से सुशील पंडित बाल विकास परियोजना से विवेकानंद के अलावे अन्य उपस्थित थे
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