स्लीपर सेल तैयार कर रहे थे गजवा-ए-हिंद के सदस्य, पाक हैंडलर्स से था संपर्क; NIA ने किया खुलासा
श्रीनारद मीडिया, पटना (बिहार):
पटना के फुलवारीशरीफ में जिस गजवा-ए-हिंद मॉडल का पर्दाफाश किया गया था, उसका संचालन पाकिस्तान से हो रहा था। गजवा-ए-हिंद से जुड़े सदस्य लगातार पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में थे और आतंकी साजिश के लिए स्लीपर सेल तैयार कर रहे थे।इस पूरे मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की जांच में ये बातें सामने आई हैं।
एनआईए ने इसी मामले में रविवार को बिहार, गुजरात और उत्तर प्रदेश के पांच ठिकानों पर छापेमारी की थी।पटना और दरभंगा से जब्त किये दस्तावेजों की जांच कर रही NIA पटना के दो और दरभंगा के एक ठिकाने पर एनआईए ने तलाशी ली। वहां से मोबाइल फोन, मेमोरी कार्ड और अन्य दस्तावेज जब्त किए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
फुलवारीशरीफ का मरगूब था एडमिन पिछले साल जुलाई में फुलवारीशरीफ से मरगूब आलम दानिश उर्फ ताहिर की गिरफ्तारी के बाद गजवा-ए-हिंद मॉडल की सबसे पहले जानकारी मिली थी। 14 जुलाई, 2022 को बिहार पुलिस ने इससे जुड़ी प्राथमिकी। बाद में एनआईए ने 22 जुलाई को केस की कमान संभाल ली।
एनआईए की जांच में यह बातें आई कि मरगूब गजवा-ए-हिंद नाम से चल रहे वॉट्सऐप ग्रुप का एडमिन था, जिसे पाकिस्तानी नागिरक जेन ने बनाया था। उसने भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और यमन के कई युवाओं को वॉट्सऐप ग्रुप से जोड़ा हुआ था। इनका लक्ष्य आतंकी घटनाओं को अंजाम देने के लिए स्लीपर सेल बनाना था।वॉट्सऐप के अलावा टेलीग्राम और बीआईपी मैसेंजर पर भी इंटरनेट मीडिया ग्रुप बनाए गए थे। एक वॉट्सऐप ग्रुप बीडी गजवा-ए-हिंद बीडी के नाम से बनाया गया था, जो बांग्लादेश से जुड़ा था।
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