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पुरुष और महिला करें तीन कीगल व्यायाम, जिससे लंबी चलेगी से.... की पारी - श्रीनारद मीडिया

पुरुष और महिला करें तीन कीगल व्यायाम, जिससे लंबी चलेगी से…. की पारी

पुरुष और महिला करें तीन कीगल व्यायाम, जिससे लंबी चलेगी से…. की पारी

श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क:

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एक बार जब पीसी (प्यूबोकॉसीजस) मांसपेशी कई महीनों में विकसित हो जाती है, तो आप शीघ्रपतन को रोकने, अधिक शक्तिशाली ऑर्गेज्म और बिस्तर में अधिक समय तक रहने में सक्षम होने में बड़े सुधार देखेंगे। चरण-दर-चरण कीगल व्यायाम पीसी की मांसपेशियों की ताकत में लगातार सुधार करेगा। सबसे आम चुनौतियों में से एक जिसका बहुत से पुरुषों और महिलाओं को समान रूप से सामना करना पड़ता है- वह मूत्र असंयम है। यह एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण मुद्दा है जिसका बहुत से लोगों को सामना करना पड़ता है और इस मुद्दे की संवेदनशीलता के कारण, अधिकांश लोग यह स्वीकार भी नहीं करना चाहते कि समस्या मौजूद है। यह जीवन का एक सामान्य चरण है, यह देखते हुए कि बहुत से लोग इस मुद्दे को शर्मनाक मानते हैं।

इसमें गहराई से देखने से पता चलता है कि 40 वर्ष की आयु प्राप्त करने के बाद मांसपेशियां पहले की तरह नहीं रह पाती हैं। जैसे-जैसे कोई बड़ा होता है, उसका मूत्राशय पर नियंत्रण करना कठिन होता जाता है। इसके परिणामस्वरूप मूत्राशय से रिसाव होता है और इस प्रकार मूत्र को रोके रखने में असमर्थता होती है। महिलाओं में, समस्या अधिक जटिल हो जाती है, और मूत्राशय के रिसाव की समस्या युवा महिलाओं में भी देखी जा सकती है।

  • मूत्र असंयम का सबसे आम कारण गर्भावस्था से जुड़ा होता है, क्योंकि बढ़ता हुआ भ्रूण बच्चे पर अतिरिक्त दबाव डालता है। जैसे, गर्भवती महिलाएं सामान्य रूप से सामान्य महिला की तुलना में अधिक बार बाथरूम के लिए जाती हैं। उम्र भी एक कारक है जो मूत्र असंयम में वृद्धि में योगदान देता है।
  • मूत्राशय पर नियंत्रण पाने के लिए सबसे सरल, सुरक्षित और सबसे प्रभावी तरीकों में से एक कीगल व्यायाम करना है। ये ऐसे व्यायाम हैं जिनका उद्देश्य पैल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत करना है और इस प्रकार उन मांसपेशियों को बनाने में मदद करना है जो उम्र के परिणामस्वरूप कमजोर हो रही थीं। इसी के साथ ही आप बिस्तर पर भी बेहतरीन प्रदर्शन कर पाएंगे।
  • 1. द पेल्विक टिल्ट

    • इस तरह का कीगल व्यायाम करके आप अपनी ढीली पड़ी पेल्विक मसल को बेहतर कर सकते हैं या उन्हें दोबारा सक्रिय कर सकते हैं। इस व्यायाम को करने से आपकी पेल्विक मसल्स में खिंचाव बनता है और इससे आप बेहतर महसूस कर पाओगे।
    • इसे करने के लिए आप एक मैट बिछा लें। फिर उसके ऊपर आराम से आप लेट जाएं। अब आपको अपने पैर घुटनों की तरफ से मोड़ने हैं और पैरों को कूल्हों के पास ले जाएं। लेकिन अपने पंजे कुल्हों से चिपकाएं नहीं। दोनों के बीच एक दूरी बनी रहनी चाहिए। इसके बाद आप अपने दोनों हाथों को अपनी कमर के पास चिपका कर रखें। अब आपको थोड़ा जोर देते हुए कूल्हों को जमीन से ऊपर उठाना है। ऐसे करीब 10 सेकंड तक रहें। फिर आराम करें और इसे 4 से 5 बार दोहराएं।

    2. बटरफ्लाई

    • बटरफ्लाई एक बेहतरीन कीगल व्यायाम है। इसी भी पेल्विक मासपेशियों को मजबूती मिलती है। साथ ही इससे आपको तनाव से भी मुक्ति मिलेगी। इसे करने के लिए आपको मैट पर सुखासन की अवस्था में बैठना है। फिर आपको अपने दोनों पैरों को आगे की तरफ फैलाना है। फिर घुटनों को मोड़कर अपने पंजों को आपस में जोड़ना है और पंजों को अपने पेल्विक क्षेत्र की ओर ले जाएं।
    • ध्यान रहे कि आपके पंजे खुलने नहीं चाहिए। अब आपको अपने घुटने ऊपर और नीचे की ओर हिलाने हैं। कोशिश करें कि आपके घुटने जमीन की सतह को नीचे आते हुए छूएं। 4 से 5 मिनट तक ये व्यायाम करें।

    3. डीप ब्रेथिंग

    कीगल व्यायाम की यह एक्सरसाइज भी बहुत बेहतर होती है। इसे करने के लिए आपको मैट पर सुखासन की स्थिति में बैठना है। आपको अपनी कमर बिल्कुल सीधी रखनी है। अब आपको अपनी पेल्विक मांसपेशियों की तरह ध्यान देते हुए गहरी सांस लेनी है। ऐसी अवस्था में कुछ देर तक रहें। इसके बाद सांस बाहर छोड़ते हुए पेल्विक मसल्स को ढीला छोड़ दें।

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