माइक्रोसॉफ्ट में आई तकनीकी खराबी,क्यों?

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

संसार भर के देशों में कई आईटी सिस्टम में एक बड़ी साइबर आउटेज से तकनीकी सेवाएं प्रभावित हुई हैं। सॉफ्टवेयर में आई खराबी के कारण देश की एयरलाइन्स, बैंक और सुपरमार्केट्स की सेवाएं रुक-रुककर चली। दुनिया भर में कई उड़ाने रद्द हो गईं, साथ ही ऑस्ट्रेलिया और दुनिया भर में लाखों सिस्टम ठप पड़ गए। ये यूएस साइबर सुरक्षा प्रोवाइडर क्राउडस्ट्राइक और इसके सॉफ्टवेयर फाल्कन सेंसर से संबंधित है।

क्राउडस्ट्राइक फाल्कन क्या है?

दरअसल, दुनियाभर के सबसे बड़े साइबर सुरक्षा विक्रेताओं में से एक है, जो दुनियाभर में हजारों व्यवसायों को वायरस और साइबर हमलाों से बचाव के लिए सॉफ्टवेयर सर्विस देता है। कंपनी का मुख्यालय ऑस्टिन, टेक्सास (अमेरिका) में है और इसमें लगभग 10 हजार कर्मचारी हैं। क्राउडस्ट्राइक फाल्कन कंपनी का सॉफ्टवेयर है, ये कॉर्पोरेट सिस्टम पर बैकग्राउंड में रहता है, किसी भी वायरस और साइबर खतरों का पता लगाता है।

आउटेज कैसे हुआ?

आउटेज के कारण Microsoft लैपटॉप और पीसी पर ब्लू स्क्रीन ऑप डेथ दिखाई देने लगी, जिसका मतलब है कि कर्मचारी और यूजर अपने सिस्टम तक पहुंचने में असमर्थ थे। आउटेज शुक्रवार AEST को शुरू हुआ और ऑस्ट्रेलिया में पहुंचने से पहले अमेरिका में यूजर को प्रभावित किया। एक फोरम पोस्ट में क्राउडस्ट्राइक के प्रतिनिधि ने कहा कि हम अलग-अलग सेंसर एडिशन में विंडोज मशीनों पर BSOD एरर पैदा करने वाली व्यापक समस्या से अवगत हैं।

Microsoft क्यों हुआ इतना प्रभावित?

बता दें कि Microsoft हमले का सोर्स नहीं था, लेकिन क्राउडस्ट्राइक के फाल्कन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल Microsoft Windows सिस्टम पर किया जाता है। उदाहरण के रूप में Apple Mac पर नहीं, Microsoft ने X पर एक बयान में कहा कि वह इस घटना की जांच कर रहा है।

माइक्रोसॉफ्ट क्लाउड में आई तकनीकी दिक्कत के चलते देश की विमान सेवा पर शुक्रवार को बड़ा असर पड़ा। इस समस्या के चलते विभिन्न एयरलाइंस के यात्रियों को बोर्डिंग पास लेने और चेकइन करने में परेशानी का सामना करना पड़ा इसके चलते दिल्ली एयरपोर्ट पर लगभग 30 उड़ानों को रद्द करना पड़ा, जबकि 150 विमानों ने देरी से उड़ान भरी। इनमें 27 अंतरराष्ट्रीय उड़ान भी शामिल हैं।

जानकारी के अनुसार, शुक्रवार सुबह लगभग 10 बजे तकनीकी दिक्कत आने से विभिन्न एयरपोर्ट पर लगे एयरलाइंस के कंप्यूटरों ने काम करना बंद कर दिया। इसके चलते यात्रियों के लिए टिकट बुक करना, बोर्डिंग करना और चेक इन ( सामान जमा करवाना) कुछ समय के लिए पूरी तरह से बंद हो गया। इसे लेकर इंडिगो, स्पाइसजेट, अकसा एयरलाइंस सहित कई विमान कंपनियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यात्रियों को सूचित किया।

इस दौरान एयरलाइंस ने मैनुअल तरीके से काम करना शुरू किया। यात्रियों को हाथ से लिखे गए बोर्डिंग पास दिए गए और इसी तरह से उनका सामान भी जमा कर विमान तक पहुंचाया गया। इस कार्य में काफी समय लगा, जिसके चलते यात्रियों की लंबी-लंबी कतारें लगने लगी। हालात खराब होने पर कई विमानों की उड़ान को रद्द करना पड़ा।

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