लापता अधेड़ का नहर में मिला शव, परिजनों का रो-रो कर हुआ बुरा हाल
श्री नारद मीडिया, सीवान (बिहार)
सीवान जिले के बड़हरिया थाना क्षेत्र के सुराहियां और नवलपुर नहर पुल के बीच शनिवार से लापता एक अधेड़ का शव 24 घण्टे बाद नहर से बरामद कर लिया गया। बताया जाता है कि बड़हरिया थाना क्षेत्र के तेतहली गांव के सुल्तान साईं का 48 वर्षीय पुत्र नबी साईं अपनी बाछी को बचने के लिए शनिवार को साढ़े दस बजे दिन में नहर में उतर गया। लेकिन तैरना नहीं जानने से वह डूब गया। उसके बाद परिजनों और ग्रमीणों ने नबी साई की तलाश शुरू की। देर रात तक उसका कोई अता पता नहीं चल सका। हालांकि की सूचना मिलने पर पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर नबी साईं की तलाश में ग्रामीणों की मदद की। रविवार की सुबह से ही परिजन और ग्रामीण नबी साईं की तलाश में जुटे हुए थे। आखिकार ग्रामीणों और परिजनों की मेहनत रंग लायी और सुराहियां और नवलपुर के बीच नबी साईं का शव झाड़ी में फंसा हुआ पाया गया। ग्रामीणों सहित परिजनों ने शव को झाड़ी से बाहर निकलकर पुलिस को सूचना दी। सूचना को पाकर एसआई अमित वर्मा और एएसआई शैलेश सिंह दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया। वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल सीवान भेज दिया। इधर नबी साई का शव मिलते ही परिजनों के दहाड़ मारकर रोने से पूरा माहौल गमगीन हो गया। मृतक़ के पत्नी मदनी ख़ातून रोते रोते बेहोश हो जा रही थी। दरअसल नबी साई परिवार का मात्र एक कमाऊ सदस्य था। जो मजदूरी कर के परिवार का भरण पोषण करता था। इधर मृतक़ के पिता सुलतान साई रिक्शा चलता है।मृतक़ के एक पुत्र और तीन पुत्री है। जिसमें जरीना ख़ातून 24 वर्ष, अम्बेया ख़ातून 22 वर्ष, रुखसार ख़ातून 17 वर्ष है।
वहीं मुखिया सरस्वती देवी के पति हरजीत मांझी, कांग्रेस नेता एसएम फजले हक, अब्दुल बारी, गुलाब अली, मिसबाहुल हक उर्फ लड्डू बाबू,बिट्टू अहमद आदि ने प्रशासन से उचित मुआवजा देने की मांग की। बताया कि काफी गरीब परिवार है।मुखियापति हरजीत मांझी ने बताया कि नबी साई का निधन डूबने से हुआ है। इस लिए प्रशासन को मृतक के परिजन को आपदा राहत कोष से चार लाख रुपये का मुआवजा देना चाहिए।
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