मोदी ने देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो का किया उद्घाटन
हावड़ा मेट्रो स्टेशन भारत का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन है
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
पीएम नरेंद्र मोदी ने 15, 400 करोड़ रुपये की कई कनेक्टिविटी परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। वे मंगलवार कोलकाता पहुंचे। पांच दिनों के भीतर पश्चिम बंगाल में पीएम मोदी का यह दूसरा दौरा है।
अंडरवाटर मेट्रो को पीएम ने दिखाई हरी झंडी
पीएम ने आज कोलकाता में देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने मेट्रो में बैठकर सफर किया। मेट्रो में उन्होंने कई छात्रों से बातचीत की। इसके अलावा पीएम मोदी ने ट्रेन में यात्रा करते हुए मेट्रो कर्मचारियों के साथ बातचीत भी की। ट्रेन में पीएम मोदी के साथ बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और डब्ल्यूबी एलओपी और भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी भी मौजूद थे।
एस्प्लेनेड मेट्रो स्टेशन पर लगे मोदी-मोदी के नारे
मेट्रो में सफर करने के बाद पीएम मोदी कोलकाता में एस्प्लेनेड मेट्रो स्टेशन पहुंचे। वहां पर बड़ी तादाद में लोगों ने उनका स्वागत किया। यहां पर लोगों ने मोदी-मोदी के नारे भी लगाए।
स्मरणानंद जी महाराज से मिलने पहुंचे पीएम
पीएम मोदी कोलकाता पहुंचने के बाद सीधे दक्षिण कोलकाता के स्थित शिशु मंगल अस्पताल पहुंचे जहां पिछले कई दिनों से रामकृष्ण मिशन एवं मठ के अध्यक्ष स्वामी स्मरणानंद जी महाराज भर्ती हैं।
हावड़ा मेट्रो स्टेशन भारत का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन है
देश में पहले अंडरवाटर मेट्रो की शुरुआत होने वाली है। मेट्रो टनल (सुरंग) कोलकाता की हुगली नदी के नीचे बनाई गई है। यह टनल 520 मीटर लंबी है। अंडरवाटर मेट्रो, हुगली नदी के तल से 32 मीटर नीचे चलेगी। यह मेट्रो हावड़ा को कोलकाता शहर से जोड़ेगी। यह मेट्र टनल ईंजीनियरिंग का एक शानदार नमूना है। 4.8 किलोमीटर लंबी हावड़ा मैदान- एस्प्लेनेड मेट्रो खंड देश की पहली ऐसी मेट्रो परियोजना हैं, जिसमें हुगली के नीचे दो टनल तैयार की गई है। नदी के नीचे से मेट्रो दौड़ेगी। परिचालन शुरू होने के बाद हावड़ा देश का सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन भी बन जाएगा।
अंडरवाटर मेट्रो टनल की खास बातें:
- हुगली नदी के अंदर की 520 मीटर दूरी को मेट्रो ट्रेन महज 45 सेकंड में पूरी कर लेगी।
- इस मेट्रो में ऑटोमेटिक ट्रेन ऑपरेशन सिस्टम लगा है यानी मोटरमैन के बटन दबाते ही ट्रेन अपने आप अगले स्टेशन के लिए मूव करेगी।
- अधिकतम रफ्तार 80 किमी प्रतिघंटे की होगी।
- यात्रियों की सुरक्षा के लिए ट्रेन को कोच (रेक) में बेहतर ग्रैब हैंडल और हैंडल लूप के साथ-साथ एंटी-स्किड फर्श और अग्निशामक यंत्र भी इसमें रहेंगे।
- आपातकालीन स्थिति में यात्री टाक टू ड्राइवर यूनिट के माध्यम से मोटरमैन के साथ बातचीत भी कर सकेंगे।
- प्रत्येक कोच की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे भी रहेंगे। प्रत्येक कोच में हाई क्लास सुविधाएं होगी।
- हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड तक जाने में छह मिनट का समय लगेगा।
- कुल 16 किमी के मार्ग में 10.8 किमी जमीन के भीतर से है। इसमें नदी का नीचे का हिस्सा भी शामिल है।
- पानी के भीतर से गुजरने वाली मेट्रो गंगा की सहायक नदी हुगली के नीचे तलहटी से 13 मीटर नीचे से गुजरेगी। दोनों टनल समानांतर बनाए गए हैं।
- इस मेट्रो में वर्ष 2035 तक 10 लाख यात्री सफर करेंगे।
7 लाख यात्रियों के ट्रेवल करने की उम्मीद
हावड़ा मैदान-एस्प्लेनेड के बीच पानी के नीचे मेट्रो सुरंग टनल पर कोलकाता मेट्रो रेलवे के महाप्रबंधक उदय कुमार रेड्डी ने कहा ‘हम नदी के पानी के स्तर से लगभग 16 मीटर नीचे यात्रा कर रहे हैं। हम प्रतिदिन 7 लाख यात्रियों की संख्या की उम्मीद कर रहे हैं।’
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