मोदी पहली बार संघ मुख्यालय नागपुर पहुंचे
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नागपुर दौरे पर हैं और इस दौरान उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के मुख्यालय का भी दौरा किया। पीएम मोदी और आरएसएस का साथ वर्षों पुराना है और संघ के 100 साल पूरा होने पर पीएम मोदी आरएसएस के नागपुर मुख्यालय पर पहुंचे और स्वयंसेवकों की जमकर तारीफ की।
पीएम मोदी ने आरएसएस के संस्थापक डॉ. हेडगेवार और गुरुजी गोलवलकर को पुष्पांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि संघ का 100 साल पहले बोया गया पेड़ अब वटवृक्ष बन गया है।
उन्होंने कहा कि इसी साल आरएसएस की गौरवशाली यात्रा का 100 साल पूरे हो रहे हैं और इस अवसर पर मुझे स्मृति मंदिर जाकर पूज्य डॉ. साहब और पूज्य गुरुजी को श्रद्धांजलि अर्पित करने का सौभाग्य मिला है।
डॉ. हेडगेवार को किया याद
पीएम मोदी ने डॉ. हेडगेवार और एमएस गोलवलकर के प्रभाव को स्वीकार करते हुए कहा, “मेरे जैसे अनगिनत लोग परम पूज्य डॉक्टर साहब और पूज्य गुरुजी के विचारों से प्रेरणा और शक्ति प्राप्त करते हैं। इन दो महान लोगों को श्रद्धांजलि देना सम्मान की बात है, जिन्होंने एक मजबूत, समृद्ध और सांस्कृतिक रूप से गौरवशाली भारत की कल्पना की थी।”
अपने नागपुर दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर की आधारशिला भी रखी। पीएम मोदी के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत अन्य नेता भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह करीब 9 बजे नागपुर पहुंचे हैं। संघ के शताब्दी वर्ष में पीएम मोदी ने संघ मुख्यालय का दौरा किया। प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी का संघ मुख्यालय का यह पहला दौरा है और इस दौरे को काफी अहम माना जा रहा है।
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने पीएम मोदी के दौरे को लेकर कहा कि उनके नागपुर आगमन से पूरे विदर्भ में उत्साह का माहौल है। 47 स्थानों पर उनके स्वागत की तैयारी की गई है।
बता दें, पीएम मोदी डॉ. हेडगेवार स्मृति मंदिर गए और आरएसएस के संस्थापक डॉ. हेडगेवार और माधव सदाशिव गोलवलकर की समाधि पर श्रद्धांजलि की।महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने नागपुर एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी आरएसएस के स्मृति मंदिर पहुंचे और उन्होंने डॉ. हेडगेवार को श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने नागपुर में दीक्षाभूमि का भी दौरा किया। यह वह स्थान है जहां डॉ. बीआर अंबेडकर और उनके अनुयायियों ने बौद्ध धर्म अपनाया था। पीएम मोदी ने महात्मा बुद्ध की भी पूजा की। इस दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी साथ मौजूद रहे।
दीक्षाभूमि पहुंचे पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि एक “विकसित और समावेशी भारत” का निर्माण करना ही भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता डॉ. बी.आर. अंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। नागपुर दौरे के दौरान पीएम मोदी ने दीक्षाभूमि पर डॉ. बी.आर अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की, जहां अंबेडकर ने 1956 में अपने अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था।
वे दीक्षभूमि के स्तूप के अंदर गए और वहां रखी अंबेडकर की अस्थियों को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम स्थल पर आगंतुकों की डायरी में हिंदी में लिखे अपने संदेश में मोदी ने कहा, “मैं अभिभूत हूं कि मुझे नागपुर में डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के पांच ‘पंचतीर्थ’ में से एक दीक्षाभूमि पर जाने का अवसर मिला।”
पीएम मोदी ने बाबा साहब के प्रयासों का किया जिक्र
उन्होंने आगे लिखा, “यहां के पवित्र वातावरण में कोई भी बाबासाहेब के सामाजिक सद्भाव, समानता और न्याय के सिद्धांतों को महसूस कर सकता है।” उन्होंने आगे कहा कि दीक्षाभूमि लोगों को गरीबों, वंचितों और जरूरतमंदों के लिए समान अधिकारों और न्याय की व्यवस्था के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।”
पीएम मोदी ने कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि इस अमृत कालखंड में हम बाबासाहेब अंबेडकर के मूल्यों और शिक्षाओं के साथ देश को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। एक विकसित और समावेशी भारत का निर्माण ही बाबासाहेब को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।” पीएम मोदी ने आखिरी बार 2017 में दीक्षाभूमि का दौरा किया था।”
दीक्षाभूमि पहुंचे पीएम मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि एक “विकसित और समावेशी भारत” का निर्माण करना ही भारतीय संविधान के मुख्य निर्माता डॉ. बी.आर. अंबेडकर को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। नागपुर दौरे के दौरान पीएम मोदी ने दीक्षाभूमि पर डॉ. बी.आर अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की, जहां अंबेडकर ने 1956 में अपने अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म अपनाया था।
वे दीक्षभूमि के स्तूप के अंदर गए और वहां रखी अंबेडकर की अस्थियों को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम स्थल पर आगंतुकों की डायरी में हिंदी में लिखे अपने संदेश में मोदी ने कहा, “मैं अभिभूत हूं कि मुझे नागपुर में डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के पांच ‘पंचतीर्थ’ में से एक दीक्षाभूमि पर जाने का अवसर मिला।”
पीएम मोदी ने बाबा साहब के प्रयासों का किया जिक्र
उन्होंने आगे लिखा, “यहां के पवित्र वातावरण में कोई भी बाबासाहेब के सामाजिक सद्भाव, समानता और न्याय के सिद्धांतों को महसूस कर सकता है।” उन्होंने आगे कहा कि दीक्षाभूमि लोगों को गरीबों, वंचितों और जरूरतमंदों के लिए समान अधिकारों और न्याय की व्यवस्था के साथ आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।”
पीएम मोदी ने कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि इस अमृत कालखंड में हम बाबासाहेब अंबेडकर के मूल्यों और शिक्षाओं के साथ देश को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। एक विकसित और समावेशी भारत का निर्माण ही बाबासाहेब को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।” पीएम मोदी ने आखिरी बार 2017 में दीक्षाभूमि का दौरा किया था।”
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